
जिनके नाम जमीन खरीदी यें हैं चार आदिवासी
जबलपुर (जयलोक)। विजयराघवगढ़ के भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूर्व मंत्री संजय पाठक की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। उनके खिलाफ सात जाँचे लंबित हैं। इन्हीं में से आदिवासियों की जमीन खरीदने के एक मामले में कटनी के नवागत एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने जाँच के आदेश दिए हैं। वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र जैन की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। इस जाँच का जिम्मा एएसपी संतोष डेहरिया को सौंपा गया है। चार आदिवासियों की जमीन खरीदने का आरोप विधायक संजय पाठक पर लगाया गया है। शिकायतकर्ता ने एसपी के पास इस मामले के पूरे सबूत भी पेश किए हैं।
इस मामले में शिकायतकर्ता दिव्यांश मिश्रा ने एसपी अभिनय विश्वकर्मा को लिखित शिकायत सौंपते हुए आरोप लगाया है कि संजय पाठक की कंपनी द्वारा चार आदिवासियों के नाम से 11 सौ एकड़ की जमीन खरीदी गई है। यह जमीन प्रदेश के चार जिलों जबलपुर, डिण्डौंरी, उमरिया और सिवनी में खरीदी गई हैं। जिन चारों लोगों के नाम से जमीन खरीदी गई है उनके नाम नत्थू गोड़, प्रहलाद गौंड, राकेश गौंड और रघुराज गौंड बताए जा रहे हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि जमीन खरीदने वाले चारों गरीब तबके के हैं और संजय पाठक की कंपनी में ही काम करते हैं। इन चारों के नाम से जमीन खरीदकर इस जमीन को संजय पाठक ने अपनी कंपनी के नाम करवा ली है। जबकि नियम यह है कि आदिवासी की जमीन खरीदी नहीं जा सकती है। लेकिन नियमों का उल्लंघन करके संजय पाठक ने यह काम भी कर दिया। यह सभी आरोप शिकायत में लगाये गए है। नवागत एसपी ने शिकायतकर्ता द्वारा पेश किए गए सबूत देखे तो उन्होंने तुरंत ही जाँच के आदेश दिए। इस मामले में एसपी ने एएसपी डॉ. संतोष डेहरिया को जाँच का जिम्मा सौंपा है। दिव्यांश मिश्रा ने एएसपी को दस्तावेज दिए और यह जाँच की माँग की है कि रजिस्ट्रियाँ कैसे हुर्ईं, पैसे का लेनदेन कैसे हुआ इन बातों की जाँच होते ही बहुत कुछ सामने आ जाएगा।
शिकायतकर्ता ने बताया कि पहले से ही 4 अन्य मामलों की जाँचे विधायक संजय पाठक के खिलाफ चल रही है। इसी तरह अब उनके खिलाफ चल रही जाँचों की संख्या सात हो गई है। जिसमें ईडी की जाँच, खनिज विभाग की चार जाँचे तथा मप्र हाईकोर्ट के आदेश पर मप्र प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन ने जमीनों की खरीदी की जाँच की जा रही है। जिसमें आरोप लगाया गया था कि दो सौ करोड़ की जमीन को संजय पाठक ने महज 20 करोड़ में खरीदा है। इसके साथ ही डिडौंरी कलेक्टर ने जाँच शुरू की है कि यहां सात से आठ सौ एकड़ वैगा आदिवासियों की जमीन खरीदी गई है।

नोटिस के बाद भी कोर्ट में नहीं हुए थे पेश
जिन चारों आदिवासियों के नाम से 11 सौ एकड़ जमीन खरीदी गई हैं उनको एसडीएम की कोर्ट की ओर से नोटिस जारी कर 16 जून को पेश होने को कहा गया था लेकिन ये चारों आदिवासी पेश नहीं हुए। जिसके बाद फिर से एसडीएम ने एक और नोटिस जारी किया है।

Author: Jai Lok
