
रिंग रोड, आईटी पार्क सहित जबलपुर के लिए हजारों करोड़ के विकास कार्य लाने वाले राकेश सिंह की पहल पर मिला है यह फ्लाई ओवर ब्रिज
जबलपुर (जय लोक)। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाई ओवर का निर्माण अब अपने अंतिम चरण में है। 22 फरवरी 2019 को तत्कालीन सांसद वर्तमान पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के प्रयासों से केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस फ्लाई ओवर का भूमि पूजन किया था। वह दौर था जब कांग्रेस का शासन मध्य प्रदेश में था। स्वयं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी पत्रकारों से यह कह चुके हैं कि इस फ्लाईओवर के लिए सांसद रहते हुए राकेश सिंह जी ने अथक प्रयास किये। इस फ्लाई ओवर का निर्णय काफी अड़चनों वाला था। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन चुकी थी लेकिन सांसद श्री राकेश सिंह लगातार हर परिस्थिति से अवगत रहते हुए निर्माण कार्य करवाते रहे। आज जो 800 करोड रुपए के फ्लाई ओवर की सौगात जबलपुर को मिल रही है वो पूर्व सांसद वर्तमान लोक निर्माण कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह के प्रयासों का ही परिणाम है। कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह से जुड़े लोगों का कहना है कि जबलपुर की जनता को महानगर जैसी हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध मंत्री श्री राकेश सिंह अंतिम दौर में चल रहे फ्लाई ओवर के निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद इसके पूर्ण रूप से संचालित स्वरूप को जनता को समर्पित करने के पक्षधर हैं । दमोह नाका से तकरीबन 1 किलोमीटर की लागत में 78 करोड़ की लागत से इस फ्लाईओवर का एक्सटेंशन हुआ है। यह कार्य दूसरी ठेकेदार कंपनी के द्वारा किया जा रहा है। जिसके पूर्ण होने में अभी कुछ वक्त और लगेगा। पूर्व से स्वीकृत फ्लाई ओवर लगभग अपने अंतिम स्वरूप में है। लेकिन इसे पूर्ण रूप से सुचारू रूप से प्रारंभ अभी करना उचित नहीं समझा जा रहा है जब तक इसके दूसरे छोर का कार्य भी पूरा न हो जाए?।

सबसे बड़ा केबिल स्टे ब्रिज
प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाई ओवर में रेलवे लाइन के ऊपर निर्मित हुए तकरीबन 385 मीटर का केबल स्टे ब्रिज भी अपनी तकनीकी सुंदरता और आकर्षक निर्माण पद्धति का परिचायक साबित होगा। लगभग 7 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर में कई ऐसी अद्भुत संरचनाएं निर्मित की जा रही हैं जो भविष्य में जबलपुर में विकास की अलग पहचान को दर्शाने में सक्षम होंगीं।
196 मीटर में एक भी पिलर नहीं, रेलवे लाइन का देश का सबसे बड़ा ब्रिज
पूर्व सांसद वर्तमान कैबिनेट पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह पत्रकारों को यह जानकारी पहले ही दे चुके हैं कि प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाई ओवर में रेलवे लाइन के ऊपर देश का पहला सबसे बड़ा केबल स्टे ब्रिज निर्मित हुआ है। तकरीबन 195 मीटर की दूरी में एक भी पिलर नहीं दिया गया है यह अद्भुत निर्माण और आधुनिक तकनीक का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
कई राज्यों में नहीं है ऐसा फ्लाई ओवर
यह बात भी पूर्णत: सत्य है कि जबलपुर के खाते में सांसद रहते हुए श्री राकेश सिंह ने केंद्र सरकार से समन्वय स्थापित कर जबलपुर के हक में जो प्रदेश का सबसे 7 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर स्वीकृत करवाया है वह जबलपुर के लिए बड़ी उपलब्धि है। क्योंकि कई राज्य ऐसे हैं जहां पर इस प्रकार के फ्लाई ओवर की अभी तक कल्पना भी नहीं की गई है। यह जबलपुर का सक्षम नेतृत्व कर रहे और जनता को विकास की सौगात देने के अपने प्राथमिक वचन पर कार्य कर रहे श्री राकेश सिंह के प्रयासों से ही इस फ्लाईओवर का बनना संभव हो पाया है।

36 फ़ीट चौड़ी सडक़ें,तीन बड़ी रोटरी
इस फ्लाई ओवर की सडक़ें 36 फ़ीट चौड़ी बनाई गई हैं । इसमें तीन बड़ी रोटरी यातायात के नियमों को सुगम बनाने के अनुरूप निर्मित की गई है यह दिखने में जितनी आकर्षक हैं उतनी ही यातायात को सुचारू बनाए रखने में कारगर भी साबित होंगीं।
लगातार किया निरीक्षण, जनता की माँग पर पुल की लंबाई बढ़वाई आगे
पहले यह फ्लाई ओवर महानददा तालाब के पास से गोपालसदन मोड़ दमोकनाका से पहले समाप्त हो रहा था। लेकिन लोगों की मांग के अनुरूप सांसद रहते हुए ही राकेश सिंह ने केंद्रीय परिवहन सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से जनता के मनोभाव के अनुरूप मांग रखते हुए इसकी स्वीकृति प्राप्त की और इस फ्लाई ओवर को एक किलोमीटर और आगे बढ़ाया गया।
हजारों करोड़ के विकास कार्यों की दिलायी है सौगात
चार बार जबलपुर के सांसद रह चुके राकेश सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान हजारों करोड़ों रुपए के विकास के कार्य जबलपुर के खाते में दर्ज करवाये हैं। देश की दूसरी सबसे बड़ी रिंग रोड 116 किलोमीटर की जबलपुर में निर्मित होने जा रही है। आईटी पार्क, मेडिकल में सुपर स्पेशलिटी यूनिट का संचालन, 423 करोड़ से पूर्ण हो चुके एयरपोर्ट, 460 करोड़ से बनने जा रहे रेलवे स्टेशन के भव्य भवन के साथ ही 12 से 13 किलोमीटर के यातायात प्रबंधन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले रोपवे को भी स्वीकृति मिल चुकी है।जल्दी इसका स्वरूप भी जबलपुर के यातायात को सुगम बनाएगा। देश का पहला जियोलॉजिकल पार्क जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संपर्क स्थापित कर कार्य करेगा वह भी जल्द जबलपुर में अपना स्वरूप लेगा। रीजनल साइंस सेंटर का कार्य भी प्रगति पर है इसके भवन का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। रिंग रोड में दो लॉजिस्टिक पार्क और एक आईकॉनिक ब्रिज भी शामिल है।
लोग अपने रिश्तेदारों को फ्लाई ओवर दिखाने ले जाएंगे
जबलपुर शहर में प्रदेश का जो सबसे बड़ा फ्लाईओवर निर्मित हो रहा है। इस फ्लाईओवर में कुछ ऐसे भी निर्माण हुए हैं जो दर्शनीय भी होंगे। रेलवे वाले हिस्से में बना बिना पिलर वाला निर्माण भी एक बड़ा आकर्षण होगा। वहीं मदन महल चौक पर फ्लाईओवर पर जो रोटरी बनाई गई है वह रोटरी भी प्रदेश की सबसे बड़ी रोटरी मानी जा रही है और यह रोटरी भी आकर्षण का एक बड़ा केंद्र बनी हुई है। यह माना जा रहा है कि जबलपुर निवासियों के यहां जब बाहर से मेहमान लोग आएंगे तब उन्हें फ्लाईओवर भी दिखाने के लिए लोग ले जाया करेंगे।
आधी अधूरी नहीं पूर्ण सुविधा के साथ जनता को समर्पित करने की मंशा
पूर्व सांसद वर्तमान कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सिंह की मंशा है कि जबलपुर की जनता को यह प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाई ओवर आधी अधूरी सुविधाओं के साथ नहीं बल्कि सभी सुविधाओं और सुगम यातायात की पूर्ण व्यवस्था के अनुरूप समर्पित करना चाहते हैं। यह फ्लाई ओवर जबलपुर की जनता के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुगम यातायात और शहर के व्यस्ततम रास्तों पर होने वाले ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलवाएगा साथ ही निरंतर विकास के पथ पर बढ़ रहे जबलपुर की छवि को और भी निखारेगा। फ्लाई ओवर के जिस हिस्से को 1 किलोमीटर आगे बढ़ाया गया था यानी कि गोपाल बाग से लेकर दमोहनाका बस स्टैंड और कटंगी मार्ग की ओर चल रहे निर्माण कार्य में कुछ कार्य बाकी है। इस कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश लोकनिर्माण मंत्री राकेश सिंह द्वारा दिए जा चुके हैं। उनके द्वारा लागतार इसकी समीक्षा भी की जा रही है। निर्माण के पूर्ण होते ही जल्द ही यह प्रदेश के सबसे बड़े और आधुनिक फ्लाई ओवर की सौगात जबलपुर को दिलवाने में अपनी अहम और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राकेश सिंह की अगुवाई में समर्पित किया जाएगा।

Author: Jai Lok
