
भोपाल (जयलोक)। सांसद निधि (एमपी लैड) को बढ़ाए जाने की मांग फिर तेज हो गई है। भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में तो महापौर निधि (10 करोड़ रुपए) भी सांसद से ज्यादा है। हाल में सपा सांसद रामगोपाल यादव राज्यसभा में भी यह मुद्दा उठा चुके हैं। दरअसल, सांसद निधि विधायकों को मिलने वाले आ?वंटन से भी कम है।
विधायक को उनके क्षेत्र में विकास कार्य के लिए अलग-अलग राज्यों में 2.50 करोड़ से लेकर 5 करोड़ तक हर साल मिलते हैं। जबकि सांसद को संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली 8 विधानसभाओं के लिए 5 करोड़ रुपए सालाना मिलते हैं। जीएसटी कटकर हाथ में 4 करोड़ 10 लाख रुपए आ पाते हैं। यही नहीं, विधायक का स्वेच्छानुदान 75 लाख है और सांसद का 25 लाख रुपए। यादव ने यह कहा कि एमपी लैड की राशि बढ़ाकर 20 करोड़ की जाए, अन्यथा इसे बंद कर दिया जाए। निधि कम होने से एक तिहाई सांसद तो चुनाव हार जाते हैं। सिर्फ यादव ही नहीं, मप्र के भी सांसद ये मांग कर रहे हैं। मप्र के सांसदों ने मुख्यमंत्री से मिलकर मांग रखी है कि सांसद को भी क्षेत्र के विकास के लिए हर साल 20 करोड़ रुपए दिए जाएं। गौरतलब है कि 15 साल पहले सांसद निधि 2.50 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपए की गई थी तब से इस राशि में बढ़ोतरी नहीं की गई है।
सांसद बोले- क्षेत्र के अनुपात में राशि कम
सांसद निधि की राशि बढ़ाया जाना अत्यावश्यक है। संसदीय सीट में 8 विधानसभा आती हैं। यह राशि बढ़ती है तो जनता की आवश्यकताओं को देखते हुए ज्यादा विकास कार्य कराए जा सकते हैं।
-आलोक शर्मा, सांसद, भोपाल (भाजपा)
संसदीय क्षेत्र विकास की निधि को बढ़ाया जाना चाहिए। अभी यह बहुत कम है। इस वजह से क्षेत्र के विकास के कई जरूरी काम अधूरे रह जाते हैं। जनता में असंतोष होता है।
-अनिल फिरोजिया, सांसद, उज्जैन (भाजपा)
संसद में सांसद क्षेत्र विकास निधि बढ़ाए जाने की मांग उठी है। सभी पार्टियों के अधिकांश सांसद इसके पक्ष में हैं। वर्तमान में मिलने वाली राशि क्षेत्र के विस्तार को देखते हुए कम है।
-अशोक सिंह, राज्यसभा सांसद(कांग्रेस)
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Author: Jai Lok
