आकर्षक झांकियों से सजे है माँ के दरबार
जबलपुर(जय लोक)। इस वर्ष नवरात्रि के पर्व पर शहर की सडक़ों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नवरात्रि के दूसरे दिन से ही धीरे धीरे बढऩे लगी थी पंचमी के दिन से सडक़ों पर श्रद्धालुओं का जन सैलाब साफ नजर आ रहा था। विभिन्न रूपों में बैठी मां दुर्गा का दर्शन करने के लिए जबलपुर के आसपास के जिलों और ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आते हैं। रात्रि में शहर की सडक़ों में हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने के लिए उमड़ पड़े। श्रद्धालुओं की यह भीड़ सुबह तक सडक़ों पर उमड़ी हुई थी। आज और कल भी नवरात्रि के दो महत्वपूर्ण दिन अष्टमीं और नवमीं पर और अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ सडक़ों पर नजर आएगी। नवरात्र पर्व की महासप्तमी के साथ दुर्गा पंडालों में जगमग रोशनी के बीच श्रद्धालुओं की भीड़ शाम ढलते ही सडक़ों पर उमड़ पड़ी है। नगर पथ पर देर शाम से ही श्रद्धालुओं का सैलाब माता के विविध रुपों के दर्शन के लिए निकलने लगा है। दुर्गोत्सव में इस बार जहां एक से बढकऱ एक झांकियाँ बनाई गई हैं वहीं माँ जगदंबे के विविध मनोहारी स्वरुपों की मनमोहक प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं।
माँ महागौरी की पूजा फलदायी- आज गुरुवार को नवरात्र की अष्टमी तिथि है। आज अष्टमी पर माँ भगवती के आठवें स्वरुप महागौरी का पूजन किया गया । इनका वर्ण पूर्णत: गौर्ण है। इस गौरता की उपमा शंख, चंद्र और कुंद के फूल से की गई है। इनके वस्त्र, आभूषण श्वेत और चार भुजायें हैं। वाहन वृषभ है। पार्वती रुप में इन्होंने भगवान शिव को पति के रुप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। शहर में कई स्थानों पर विशेष झाकियाँ-नवजागृति दुर्गा उत्सव समिति पारिजात बिल्डिंग के पीछे पाताल लोक की झांकी सजाई गई है। स्टेट बैंक कालोनी में मां वैष्णो देवी गुफा, यादव कालोनी में जॉम्बी हाउस, और स्त्री 2 का सेट बनाया गया है। गुलौआ चौक गढा में डिज्नी लैंड पार्क, संजीवनी नगर में वृंदावन का प्रेम मंदिर, सिविल लाईन में कैलाश पर्वत, शक्ति नगर मन्नत वाली काली में बद्रीनाथ धाम, शीला टॉकिज के सामने कष्ट भजन हनुमान मंदिर, मदनमहल स्टेशन में 108 चेहरे वाली मॉ भवानी की स्थापना की गई हैं। आजाद चौक गोराबाजार में दक्षिणेश्वरी कोलकाता मंदिर का निर्माण किया गया है। इसी तरह गोराबाजार में नेपाल के श्रीकृष्ण मंदिर की झांकी सजाई गई है। शक्तिनगर पुष्पाजंलि ग्राउंड में नौदेवियों की झांकिया सजाई गई है। शारदा चौक पीली बिल्डिंग के पास 24 फुट की मां दुर्गा जी प्रतिमा स्थापित की गई तो वहीं श्री दुर्गो उत्सव यादव कालोनी में स्त्री 2 के तीन सिर कटे आतंक की झांकी सजाई गई है। माँ भगवती के विभिन्न स्वरुपों वाली देवी प्रतिमाओं तथा ऐतिहासिक देश विदेश की अनुकृतियों के कारण संस्कारधानी जबलपुर का दुर्गोत्सव पूरे प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। माँ भगवती की प्रतिमाओं के दर्शनार्थ और दुर्गा पंडालों की साज-सज्जा, झांकियों को देखने शहर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु यहां पहुंचते है।
जबलपुर (जयलोक) श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति यादव कॉलोनी में इस वर्ष प्रस्तुत झांकी स्त्री- 3 सरकटे का आतंक की झांकी का निर्माण भक्तों के लिए किया गया है। इस झांकी को देखने के लिए दर्शनार्थियों की लंबी कतारें लग रही हैं। झांकी का मार्ग जब आता है तो तब इस मार्ग के भीतर घुसते ही बेहद डरावना माहौल बन जाता है। इस माहौल में जहां युवा पीढ़ी तो इसका आनंद उठाती है। लेकिन बहुत से उम्रदराज लोग भयभीत होते भी नजर आ रहे हैं। तीन-चार मिनट के झांकी के बेहद डरावने मार्ग से निकलकर जब दर्शक दुर्गा प्रतिमा के दर्शन करने पहुंचते हैं तब उनको राहत मिलती है। कल रात से लेकर आज अलसुबह तक दर्शकों की लंबी कतारें लगी रहीं।
समिति के अध्यक्ष रंजीत पटेल ने बताया कि समिति का यह 31 वाँ वर्ष है, हर वर्ष भक्तों के लिए समिति के द्वारा मनमोहक झाँकी बनाई जाती है। जिससे कि भक्तों का मनोरंजन हो सके। इस वर्ष समिति के द्वारा स्त्री 3 सरकटे का आतंक की झांकी का निर्माण किया गया है।