
जबलपुर (जयलोक)। शहर की प्रसिद्ध संस्कार कांवड़ यात्रा सोमवार 21 जुलाई को निकाली जाएगी। जिसमें करीब एक लाख से अधिक कावंडि़ए शामिल होंगे। यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए और स्कूली बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके मद्देनजर जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने 21 जुलाई दिन सोमवार को नगर निगम सीमा के और इस मार्ग में आने वाले सभी शासकीय निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।

प्रकृति संरक्षण का उद्देश्य देती यात्रा
इस संबंध में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में नर्मदा मिशन संस्कार कावड़ यात्रा के निलेश रावल, शिव यादव,पूर्व पार्षद राजेश यादव आदि ने बताया कि संस्कार कांवड़ यात्रा हर साल सावन के दूसरे सोमवार को निकाली जाती है। इस यात्रा में भक्त नर्मदा नदी के ग्वारीघाट से जल भरकर लाते हैं और मटामर गांव में भगवान शिव के मंदिर में अभिषेक करते हैं। इस यात्रा में लगभग एक लाख लोग शामिल होते हैं और यह भक्ति और प्रकृति को साथ लेकर चलने का एक अनूठा उदाहरण है, क्योंकि कांवडि़ए जल के साथ-साथ पौधे भी लेकर जाते हैं। यह यात्रा धार्मिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक संरक्षण का भी बड़ा संदेश पूरे समाज को देती है।
यात्रा में कांवडि़ए गौरीघाट से लेकर कैलाशधाम तक 35 किलोमीटर लंबी दूरी तय करते हैं, यह यात्रा गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है, वहीं अब कावडिय़ों की संख्या हर साल बढ़ती भी जा रही है। संस्कार कांवड़ यात्रा महज यात्रा ही नहीं प्रकृति को बचाने के लिए संदेश भी देती है, इसकी शुरुआत 14 साल पहले दादा गुरु के सानिध्य में की गई थी।

जिसमें शहर में उत्साह का माहौल होता है। कांवडिय़े जो पौधे अपने साथ लेकर जाते हैं उन्हें वहीं पहाड़ी पर लगाया जाता है इसी वजह से यह बंजारा पहाड़ी आज एक हरी भरी पहाड़ी बन चुकी है।
Author: Jai Lok







