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स्मार्ट सिटी के कारनामें, कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा नहीं किया जमा, 68 वर्ष के बुजुर्ग से कराया जा रहा काम, नोटिस के बाद भी नहीं आया होश

 

जबलपुर (जयलोक)स्मार्ट सिटी कार्यालय इन दिनों अपने ही कर्मचारियों को लेकर विवादों में घिरा हुआ है। दरअसल यहां कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा स्मार्ट सिटी कार्यालय द्वारा जमा नहीं किया जा रहा है। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का कार्य जिस स्मार्ट सिटी को सौंपा गया है वह अपने ही कर्मचारियों के भविष्य को स्मार्ट नहीं बना पा रही है।

कहा जा रहा है कि स्मार्ट सिटी अपने ही कर्मचारियों का शोषण कर रही है। जिससे स्मार्ट सिटी की कार्य प्रणाली सवालों से घिरी हुई है।
इस मामले को लेकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा स्मार्ट सिटी प्रबंधन को कड़े शब्दों में चेतावनी दी गई है कि अगर विभाग कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा जमा नहीं किया है और इसमें अनिवार्य कटौती नहीं की है तो प्रबंधन के द्वारा इस मामले में उचित कदम उठाकर संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाही की जाएगी।

ईपीएफओ ने कहा कि होगी कार्रवाही

इस मामले में ईपीएफओ ने स्पष्ट किया है कि जबलपुर स्मार्ट सिटी प्रबंधन समुचित स्पष्टीकरण के साथ कर्मचारियों की भविष्य निधि राशि जमा नहीं करता तो संस्था के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाही की जाएगी।

कर्मचारियों में आक्रोश

इस मामले को लेकर स्मार्ट सिटी के संविदा कर्मचारियों में आक्रोश पनप रहा है। उनका कहना है कि भविष्य निधि को लेकर बड़े बड़े दावे किए गए लेकिन सरकार का ही एक विभाग संविदा कर्मचारियों को इस लाभ से वंचित कर रही है।

2016 से अब तक नहीं हुई पीएफ की राशि

स्मार्ट सिटी के एक संविदा कर्मचारी ने बताया कि स्मार्ट सिटी में 2016 से कार्य शुरू किया गया था। तब से लेकर अब यहां पदस्थ 22 संविदा कर्मचारियों के पीएम का पैसा जमा नहीं किया गया। इस मामले में पूर्व में स्मार्ट सिटी ने कुछ संविदा कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा जमा करने की बात कही थी। जिसमें कर्मचारियों के वेतन से कुछ पैसा भी काटा गया था। लेकिन यह बात फिर टल गई और कर्मचारियों का काटा गया पैसा उन्हें वापस लौटा दिया गया। इस मामले में ईपीएफओ कार्यालय से स्मार्ट सिटी को दो बार नोटिस भी दिया जा चुका है।

68 वर्ष के बुजुर्ग से करा रहे काम

स्मार्ट सिटी का एक और कारनामा सामने आया है। जहां रिटायर्ड के बाद भी एक सेवानिवृत्त कर्मचारी से काम लिया जा रहा है। कर्मचारी की उम्र 68 वर्ष बताई जा रही है। जिनका रिटायर्डमेंट 65 वर्ष की उम्र हो जाना था। लेकिन उन्हें अब तक सेवानिवृत्त नहीं किया गया और उनसे विभाग द्वारा काम कराया जा रहा है।

 

 

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Jai Lok
Author: Jai Lok

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