मुख्यमंत्री से मिलेगा समाज का प्रतिनिधिमंडल
सैकड़ों की संख्या में लोग हाथ में मोमबत्ती लेकर निकले इंसाफ माँगने
जबलपुर (जयलोक)। 5 नवंबर की रात को स्कार्पियो चालक की हैवानियत के कारण एक 5 साल के मासूम बच्चे की जान चली गई और उसके माँ -बाप बुरी तरीके से घायल हो गए। पुलिस इस पूरे मामले को सामान्य सडक़ दुर्घटना के रूप में ले रही है। जबकि पीडि़त पिता बच्चों की माँ घटना दिनांक के बाद से ही बार बार यह कह रहे हैं कि चालक ने हाथ जोडक़र रोकने के निवेदन करने के बावजूद भी जबरदस्ती उनके बच्चे को वाहन के नीचे रौंद दिया और उन पर भी जान लेने के उद्देश्य से तेज गति से वाहन चढ़ा दिया ताकि वह भाग सके। घटना में घायल हुए और पीडि़त पति-पत्नी शुरू से पुलिस से यह माँग कर रहे हैं कि आरोपी चालक के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाना चाहिए क्योंकि यह सामान्य दुर्घटना का प्रकरण नहीं है। लेकिन पुलिस की कार्यवाही पीडि़त पक्ष की माँग के अनुरूप नहीं हो रही है। बच्चे की मौत को एक सामान्य दुर्घटना जैसे प्रदर्शित किया जा रहा है।
पीडि़त पिता के बयान दर्ज हुए हैं और उसमें भी उसने इन सभी बातों का उल्लेख किया है लेकिन फिर भी पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास की धाराएं एफआईआर में नहीं जोड़ी है। इस बात को लेकर बहुत बड़ी संख्या में महिलाओं ,पुरुषों सामाजिक लोगों ने पीडि़त परिवार के साथ एक बड़ा कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च का उद्देश्य यह था कि दिवंगत 3 साल के मासूम बच्चे प्रणीत के लिए सामूहिक रूप से प्रार्थना कर उसकी आत्मा शांति की कामना की जाए, दूसरा पुलिस को यह सद्बुद्धि दे कि वह आरोपी को राहत देने के बजाय पीडि़त परिवार की सही तरीके से सुनवाई करें और जिस मंशा के साथ इस कांड को अंजाम दिया है उसके अनुरूप आरोपी के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाए। इस मामले को लेकर अगर पुलिस सुनवाई नहीं करती है तो आगामी 10 तारीख को समाज का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री के आगमन पर उनसे मुलाकात करेगा और पूरी घटना बताकर पुलिस द्वारा आरोपियों को बचाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की भी शिकायत की जाएगी। पीडि़त परिवार सौरभ अग्रवाल उनके पिता राजेश अग्रवाल उनके भाई के साथ पूर्व विधायक विनय सक्सेना ने अग्रवाल समाज के अध्यक्ष यतीश अग्रवाल के साथ अनुराग अग्रवाल, गीता शरद तिवारी, राजेश सोनकर, रज्जू सराफ, पूर्व पार्षद संजय बघेल, विजय रजक, अख्तर अंसारी, वकील अंसारी, गुड्डू नवी श्रीमती कमलेश यादव, श्रीमती प्रीति सक्सेना, श्रीमती रेखा विनोद जैन, तिलक यादव, अरूण पवार, आदि सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली सी.एस.पी. को न्यायोचित कार्यवाही हेतु माँग पत्र सौंपकर शोककुल चूड़ी व्यापारी सौरभ अग्रवाल एवं उनकी पत्नी सुरभि अग्रवाल को न्याय दिलाने की माँग की। उखरी एक्सीडेंट में मासूम की मौत पर न्याय दिलाने एवं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए कैंडिल मार्च निकाल कर पुलिस प्रशासन से स्कार्पियो चालक के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की माँग की।
पूर्व विधायक श्री सक्सेना ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि चूड़ी व्यापारी सौरभ अग्रवाल उनकी पत्नी सुरभि अग्रवाल को न्याय नहीं मिला तो वे सडक़ों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। श्री सक्सेना ने घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि घटना के तत्काल बाद पुलिस की कार्यवाही न होने से आरोपी कई घंटे तक फरार रहा। जबकि अगर वह तत्काल पकड़ा जाता तो उसके शराब सेवन की बात मुलायजे से स्पष्ट हो सकती थी और मामले की गंभीरता भी स्पष्ट हो जाती, पुलिस को साक्ष्य भी मिल जाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
घटना के तत्काल बाद से लेकर अभी तक पुलिस ने घायल सौरभ अग्रवाल और उनकी पत्नी सुरभि अग्रवाल के मुलाहजे नहीं करवाये हैं। यह प्रकरण की गंभीरता के प्रति लापरवाही को प्रदर्शित करता है। आरोपी पक्ष को इसका लाभ प्राप्त हो सकता है। यहाँ भी पुलिस की लापरवाही इंगित है।
श्रीमती सुरभि अग्रवाल का बयान अभी तक पुलिस ने दर्ज नहीं किया है जबकि वह भी इस हादसे का शिकार हुई हैं और उन्होंने अपने 3 साल के बच्चे को खोया है। सुरभि अग्रवाल भी इस पूरी घटना की चश्मदीद और भुगतभोगी हैं और बुरी तरीके से घायल है। पुलिस ने उनके बयान अभी तक क्यों नहीं लिए, उचित न्याय एवं कार्यवाही करने के लिए पुलिस प्रशासन को ज्ञापन पत्र प्रेषित किया है।
