जबलपुर (जय लोक)।
हवाई उड़ानों के मामले में एक बार फिर जबलपुर के साथ भेदभाव का व्यहवार हुआ है। जबलपुर उड़ान संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने लोकसभा सांसद आशीष दुबे से भेंट की तथा उन्हें जबलपुर पुणे सीधी वायु सेवा से संबंधित एक मांग पत्र सौंपा। समिति संयोजक हिमांशु खरे ने बताया की जबलपुर पुणे के मध्य हजारों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं तथा उच्च शिक्षा, रोजगार तथा व्यवसाय हेतु जबलपुर पुणे के लोगों का आवागमन होता है। जबलपुर संघर्ष समिति,जबलपुर को पुणे, अहमदाबाद कोलकाता तथा चेन्नई से वायुसेवा से जोडऩे के लिए संकल्पित है तथा इसी तारतम्य में प्राथमिकता से जबलपुर पुणे सीधी वायु सेवा के विषय को लेकर सांसद आशीष दुबे से भेंट कर माँग राखी गई है। अब लोगों की उम्मीदें सांसद आशीष दुबे से अधिक बांध गई है।सांसद ने आश्वासन दिया कि वह जबलपुर की जनता के इस संघर्ष में साथ हैं तथा भरसक प्रयास करेंगे की जबलपुर पुणे से सीधे जुड़ सके।
सांसद आशीष दुबे ने बताया कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जबलपुर की अनगिनत महिलाओं ने उनसे यह मांग रखी थी की जबलपुर पुणे के मध्य सीधी वायु सेवा होना चाहिए क्योंकि बड़ी संख्या में जबलपुर के युवा पुणे में उच्च शिक्षा तथा रोजगार के लिए निवासरत हैं। सांसद ने कहा की वे शीघ्र ही केंद्रीय विमानन मंत्री तथा निजी एयरलाइन कंपनियों से इस संबंध में वार्ता करेंगे एवं जबलपुर कि यह मांग पूर्ण हो यह सुनिश्चित करने प्रयास करेंगे।
सीधी नियमित ट्रेन सेवा की भी माँग – समिति की गीता शरत तिवारी, प्रीति चौधरी, अरुण पवार, मनु तिवारी आदि ने सांसद से जबलपुर पुणे के मध्य नियमित ट्रेन की माँग की जिससे दोनों शहरों के मध्य आवागमन सुलभ हो सके। समिति सदस्यों ने इस अवसर पर बताया की जबलपुर की अंतरराष्ट्रीय पहचान को बनाने में आचार्य रजनीश ओशो का भी प्रमुख स्थान है एवं पुणे में भी ओशो कम्यून का बड़ा संस्थान स्थापित है अत: संस्कारधानी ओशो एक्सप्रेस के नाम से जबलपुर पुणे के मध्य नियमित ट्रेन आरम्भ होना चाहिए। वायुसेवा के साथ सीधी नियमित ट्रेन सेवा से ही स्थितियों में सुधार होगा। सांसद ने इस पर शीघ्र ही प्रयास करने का आश्वासन दिया। जबलपुर संघर्ष समिति ने इस अवसर पर बताया कि नवगठित उड़ान जबलपुर पुणे संगठन में पुणे में लगभग 1200 सदस्य जुड़ चुके हैं जो पुणे जबलपुर सीधी वायु सेवा के लिए मुहिम चलाएंगे।