
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में 20 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 500 करोड़ रूपए का नुकसान हो गया है। अकेले गुरुवार को ही राज्य में 6 मौत दर्ज की गई। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में लगातार बारिश के कारण अलकनंदा उफान पर है। इसके किनारे बने घर डूब गए हैं। वहीं, केदारनाथ यात्रा के पड़ाव गौरीकुंड में लैंडस्लाइड के बाद रूट ब्लॉक हो गया है। बद्रीनाथ हाईवे पर नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास लैंडस्लाइड से रास्ता बंद हो गया था, उसे अब खोल दिया गया है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढऩे से बाढ़ का खतरा बढऩे लगा है। इसको लेकर प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं, मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। ओडिशा में भी बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। बालासोर जिले में बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं। यहां सुबर्णरेखा नदी में आई बाढ़ के कारण 35 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं और बाकी इलाकों से कटे हुए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून इस वक्त पूरी तरह एक्टिव मोड में है। इसलिए महाराष्ट्र-राजस्थान समेत 13 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मध्य प्रदेश में आज अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, २3 से ज्यादा जिलों में गिरेगा पानी
मध्य प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में ज्यादा बारिश होने की वजह से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। गुरुवार को मंडला के कई गांवों में बाढ़ आ गई। शुक्रवार को मंडला समेत 7 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जबकि 23 जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
अगले 4 दिन तक तेज बारिश का दौर बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, श्योपुर, शिवपुरी और गुना में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अगले 24 घंटे में यहां 8 इंच तक पानी गिर सकता है। वहीं, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, विदिशा, रायसेन, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, राजगढ़, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश हो सकती है।
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Author: Jai Lok
