
जबलपुर (जयलोक)। 29 अप्रैल से लेकर 3 मई के बीच में रैपुरा स्थित एक स्टर्ट फार्म में लाये गये 57 घोड़ों में से 8 घोड़ों की मौत हो जाने के बाद अश्व पालक सचिन तिवारी निवासी रैपुरा (पनागर) द्वारा 5 मई को पशुचिकित्सा विभाग को कुछ घोड़े बीमार होने की सूचना दी गई । जिला कलेक्ट.र श्री दीपक सक्सेना के मार्गदर्शन में उपसंचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा स्वास्थ्य दृष्टिकोण के माध्यम से जूनोटिक रोगों की निगरानी एवं निदान हेतु संभावित ग्लैाण्डीर्स रोग की आशंका को देखते हुए नेशनल एक्शन प्लॉन के तहत रैपिड रिस्पोंस टीम का तत्काल गठन किया गया। समस्त बायोसेफ्टी सतर्कता बरतते हुए तत्परता से सभी 57 अश्वोंं के ब्लड सीरम सेम्पल लेकर संचालक आईसीएआर राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार हरियाणा को जाँच हेतु भेजे गये । गठित 4 रैपिड रिस्पोंस टीम द्वारा बारी-बारी से स्थल पर जाकर अश्वों का स्वास्थ्य परीक्षण कर बीमार अश्वों का नियमित उपचार करते हुए सतत् निगरानी रखी गई । राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार हरियाणा से 44 अश्वों की ग्लैण्डसर्स रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है एवं 09 अश्वों की रिपोर्ट आना शेष है, जो कि सतत् निगरानी में है। जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में सभी अश्वों की उचित देखभाल एवं स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से किया जा रहा है। अभी तक कुल 08 पशुओं की मृत्य हुई है एवं शेष सभी 49 अश्व स्वस्थ हैं । उपरोक्त समस्त कार्यवाही में जिला प्रशासन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, पशुचिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय जबलपुर, स्वास्थ्य विभाग सहित स्थानीय प्रशासन का योगदान सराहनीय रहा । श्रीमति मेनका गांधी एनिमल एक्टिविस्टर एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अश्वों की बीमारी को संज्ञान में लेते हुए तत्काल जिला प्रशासन से संपर्क किया गया । जिला कलेक्टर एवं पशुपालन विभाग द्वारा की समस्त कार्यवाही की श्रीमति मेनका गांधी ने प्रशंसा एवं सराहना की।

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Author: Jai Lok
