अजीब फरमान, पी सकते हो, रख भी सकते हो, लेकिन खरीद नहीं सकते

त्वरित टिप्पणी-चैतन्य भट्ट, संदर्भ:- शराबबंदी जबलपुर (जयलोक)। बेहद चुटीली और अर्थपूर्ण कहावतों के लिए मशहूर हमारे बुंदेलखंड की एक कहावत है : मन मन भावें मूड़ हिलावें। कोई बात पसंद तो है मगर किसी दबाव में उसके लिए न कहा जा रहा है। धार्मिक स्थलों पर तथाकथित पूर्ण शराबबंदी के विषय पर एक के बाद … Continue reading अजीब फरमान, पी सकते हो, रख भी सकते हो, लेकिन खरीद नहीं सकते