
जबलपुर (जयलोक)।
बसेड़ी सोसायटी के एमएलटी वेयर हाउस स्थित उपार्जन केंद्र में मूंग और उड़द की खरीदी में जमकर धांधली की गई है। जिसकी जाँच के बाद दस व्यक्तियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाही कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर सहायक संचालक कृषि रवि आम्रवंशी द्वारा दोषियो के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई है। भेड़ाघाट थाने में गड़बड़ी करने वाले दस लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें समिति प्रबंधक, कम्प्यूटर ऑपरेटर, सर्वेयर, केंद्रीय सहकारी बैंक शहपुरा के शाखा प्रबंधक एवं गोदाम संचालक शामिल हैं। एफआईआर में यह भी बताया गया है कि इनके द्वारा किसानों और शासन को आर्थिक नुकसान पहुँचाया गया है। जिला स्तरीय जाँच दल ने ऑनलाइन मूंग और उड़द की खरीदी कम पाई थी। जिसके बाद यह कार्रवाही की गई है।
शहपुरा स्थित 64 एम.एल.टी. वेयरहाउस मजीठा में मूंग और उड़द की खरीदी में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। प्रारंभिक जाँच में सामने आया है कि समिति प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, बैंक प्रबंधक, सर्वेयर और गोदाम संचालक समेत कई जिम्मेदारों ने मिलकर करीब 1.86 करोड़ रुपये का गबन किया है।
इस गबन का खुलासा कलेक्टर दीपक सक्सेना के आदेश पर गठित जिला स्तरीय जाँच दल ने 7 अगस्त को वेयरहाउस का भौतिक सत्यापन में किया है। ई-उपार्जन पोर्टल पर मूंग की 12,928 क्विंटल और उड़द की 8,736 क्विंटल खरीदी दर्ज थी। लेकिन मौके पर सिर्फ मूंग 11,552 क्विंटल और उड़द 8,844.5 क्विंटल ही मिली। यानी 1,000 क्विंटल से अधिक का अंतर सामने आया। इसके अलावा 558 क्विंटल मूंग और 361.5 क्विंटल उड़द बिना ऑनलाइन एंट्री के गोदाम में पाई गई। जाँच में किसानों की फर्जी एंट्री और कागजात भी जब्त हुए हैं। इससे साफ हुआ कि फर्जी पंजीयन कर अनाज का गोलमाल किया गया।
इन पर दर्ज हुआ मामला – कमल सिंह ठाकुर (समिति प्रबंधक) सुरक्षित भंडारण और लेखा मिलान नहीं किया, फर्जी एंट्रियां कराईं।
राजपाल सिंह व दीपेंद्र सिंह ठाकुर (कंप्यूटर ऑपरेटर) तौल पर्ची और पावती जारी नहीं की, दैनिक रिपोर्टिंग में हेरफेर।
अजय तिवारी (प्रभारी शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी बैंक शहपुरा) निरीक्षण नहीं किया, बाहरी व्यक्तियों को खरीदी में शामिल कराया।
अंकित सिंह उर्फ राजशेखर, शंभु ठाकुर, बिंदु राय, फर्जी तरीके से तुलाई और ऑनलाइन एंट्री।
रोहित यादव व देवेंद्र यादव (सर्वेयर) बिना माल आए ही परीक्षण कर तौल पर्ची जारी की। आदेश तिवारी (गोदाम संचालक)-किसानों का माल मिलाकर पैकिंग, टैगिंग में गड़बड़ी और सीसीटीवी फुटेज प्रस्तुत न करने जैसी गड़बडिय़ां।
13 किसानों के नाम पर फर्जी पंजीयन – भारतीय किसान संघ की रिपोर्ट में सामने आया कि ग्राम पथरिया के 13 किसानों के नाम पर फर्जी पंजीयन कराया गया। उनके खसरे जोडक़र 561.50 क्विंटल मूंग की खरीदी कागजों पर दिखाई गई, जबकि वास्तविकता में माल मौजूद ही नहीं था।

एफआईआर दर्ज
उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास कार्यालय जबलपुर के सहायक संचालक रवि कुमार आम्रवंशी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर भेड़ाघाट पुलिस ने समिति प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, बैंक प्रबंधक, सर्वेयर और वेयरहाउस संचालक समेत दस जिम्मेदारों पर विवेचना शुरू कर दी है।
Author: Jai Lok







