जबलपुर (जयलोक)
नवरात्रि के पहले दिन से लेकर दशहरे तक शहर भर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान धार्मिक आयोजनों, खासकर मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़-भाड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहेगा। अधिकारियों द्वारा किए गए सुरक्षा उपायों के तहत तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि हर स्तर पर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके। नवरात्रि और दशहरे के मौके पर शहर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने सभी जरूरी इंतजाम किए हैं।
नवरात्रि के दौरान बड़े मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों पर होने वाले आयोजनों में पुलिस की विशेष तैनाती रहेगी। कंट्रोल रूम के जरिए सीसीटीवी कैमरों के लाइव फुटेज से नजर रखी जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तत्काल नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, अगर कहीं भी झगड़े की संभावना दिखाई देती है, तो पांच मिनट के भीतर पुलिस बल के साथ डीएसपी स्तर के अधिकारी मौके पर पहुंचेंगे और त्वरित कार्रवाई करेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा तैनाती
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्रों के अलावा, पुलिस प्रशासन का फोकस ग्रामीण इलाकों पर भी है। देहात थाना क्षेत्रों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिनमें सिहोरा, गोसलपुर, मझौली, पाटन और शहपुरा थाने शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इन इलाकों में होने वाले जागरण, रामलीला और अन्य धार्मिक आयोजनों में भीड़ के बीच किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
ग्राम पंचायतों में पुलिस की पैनी निगाह
ग्रामीण इलाकों में 2 दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतें संवेदनशील और अतिसंवेदनशील घोषित की गई हैं। इनमें रंजिश या पारिवारिक विवादों की संभावना को देखते हुए पुलिस ने खास ध्यान रखा है।
सुरक्षा के लिए स्पेशल व्हीकल तैनात
इस बार, पुलिस प्रशासन ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में लाइव कवरेज करने के लिए ‘आउटसाइड ब्रॉडकास्टिंग वाहन’ (ओएसबी व्हीकल) का इस्तेमाल किया है। इस व्हीकल से पुलिस अधिकारी भीड़ में हो रही गतिविधियों पर नजर रखेंगे। साथ ही, माउंटेड व्हीकल के टॉप पर 4 हाई सिक्योरिटी मूवमेंट कैमरे लगाए गए हैं, जिससे घटनाओं पर लगातार नजर रखी जा सके। इस प्रकार के कदमों से किसी भी असामाजिक गतिविधि को रोकने में मदद मिलेगी।
डायल 100 और एफआरवी
पुलिस कंट्रोल रूम से लगातार निगरानी की जाएगी और किसी भी संदिग्ध स्थिति में डायल 100 और फस्र्ट रिस्पांस व्हीकल (एफआरवी) तत्काल मौके पर पहुंचने के लिए तैयार रहेंगे। इन वाहनों की तैनाती से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में किसी भी विवाद की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी। इसके साथ ही, डायल 100 में तैनात पुलिसकर्मियों को लापरवाही से बचने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।