
जबलपुर (जयलोक)
सिवनी एसडीओपी पूजा पांडेय सहित 11 पुलिसकर्मी हवाला डकैती के मामले में बुरे फंसते नजर आ रहे हैं। दो करोड़ 96 लाख 50 हजार रूपये की हवाला डकैती के मामले में एक के बाद एक नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब जो नया खुलासा हुआ है उसमें यह बात सामने आ रही है कि रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक एसडीओपी पूजा पांडे रकम के स्थान पर मौजूद रहीं। इस दौरान उनकी किसी अधिकारी से बात भी हुई थी। इस बात का खुलासा होने के बाद अब पुलिस के और भी अधिकारी इस जाँच में फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। जाँच में यह बात भी सामने आई है कि 8 अक्टूबर को हवाला की रकम ले जा रही कार को रोककर उसे सीलादेही मंदिर के पास सुनसान स्थान पर ले जाकर वारदात को अंजाम दिया गया। इस दौरान एसडीओपी पूजा पांडे सहित अन्य आरोपी पुलिसकर्मी रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक लूट के इस स्थान पर मौजूद रहे। जिसका खुलासा एसडीओपी पूजा पांडे की फोन लोकेशन से हुआ है। इस दौरान वे रूपयों की हेराफेरी करने के गुणाभाग में लगी हुई थीं। इस दौरान पूजा पांडे ने किसी अधिकारी से व्हाटसअप कॉल पर कई बार बात भी की। किसी अधिकारी से सर-सर कहते हुए लंबी बातचीत के सबूत पुलिस को मिले हैं।

राशि को लेकर हुई सौदेबाजी ने बिगाड़ा खेल
एसडीओपी पूजा पांडे और अन्य पुलिसकर्मी अपने मंसूबों में कामयाब भी हो जाते अगर सौदेबाजी में हुई गड़बड़ी की शिकायत न की गई होती। पूजा पांडे ने इस राशि की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को ना देने के बजाय उक्त राशि के संबंध में जलाना निवासी सोहन परमार से सौदेबाजी की गई। लेकिन इस सौदेबाजी में भी पूजा पांडे ने गड़बड़ी की जिसमें सोहन परमार को तय रकम में 25 लाख रूपये की राशि कम दी गई। जिसके बाद इसकी शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई।
मालाखाना से नगदी और जेवर पार करने वाले थाना प्रभारी, प्रधान आरक्षक का तबादला
कोतवाली थाना के मालाखाने से 55 लाख रूपये व 14 लाख के सोने चांदी के जेवर उड़ाने के मामले में जबलपुर आईजी प्रमोद वर्मा ने कार्रवाही करते हुए सिवनी के कोतवाली थाने के थाना प्रभारी किशोर वामनकर व बरघाट थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक शेखर बघेल को जिले से बाहर कर दिया है। थाना प्रभारी को नरसिंहपुर तो प्रधान आरक्षक को पांढुना भेजा गया है। इसके साथ ही प्रधान आरक्षक योगेश राजपूत की भी तलाश की जा रही है।

Author: Jai Lok







