जबलपुर (जयलोक)। प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित पुलिस मुख्यालय से हाल ही में अन्य जिलों की तरह जबलपुर पुलिस को भी निर्देश प्राप्त हुए हैं कि वह आगामी 15 अप्रैल तक ऐसे चार पहिया वाहनों की जाँच करें जो 15 वर्ष पुराने हो चुके हैं। ऐसे वाहन जो नियम अनुसार नवीनीकरण नहीं करवाए हुए हैं या फिर अन्य नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं।
जाँच अभियान जिले के शहरी क्षेत्र और देहात में एक साथ चलाया जाएगा। 15 अप्रैल तक चलाई जाने वाले इस विशेष अभियान के तहत जाँच दल सडक़ों पर वाहनों को रोककर उनकी फिटनेस उनके बीमा के दस्तावेज उनके प्रदूषण से संबंधित दस्तावेजों की जाँच पड़ताल करेंगे। हालांकि वर्तमान में जिले की सडक़ों पर चल रहे चेकिंग अभियान की पोल रोज खोल रहती है और चालान से ज्यादा बख्शीश लेते हुए, रिश्वत लेते हुए यातायात और पुलिस के लोग नजर आ जाते हैं।पुलिस मुख्यालय से आया यह फरमान यातायात पुलिस और जाँच अभियान में लगी जवानों के लिए वरदान साबित होगा। क्योंकि यह सर्व विदित है कि इस चेकिंग अभियान के नाम पर अगर 100 वाहनों को रोका जाएगा तो उनमें से केवल 20 से चालान वसूलकर शासन के खाते में जमा होगा बाकी की वसूली जेब में जमा हो जाएगी। फिलहाल किसी विशेष अभियान के तहत प्रत्येक थाना स्तर पर जाँच करने की बात कही जा रही है जिसमें 15 साल से अधिक पुराने या फिर 15 साल के हो रहे वाहनों को रोक कर उनकी फिटनेस बीमा आदि जांच की जाएगी। जवाहर निर्धारित निदेर्शों और मापदंडों के अनुरूप नहीं पाए जाते हैं और नियमों का उल्लंघन पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
हेलमेट पर भी रहेगी विशेष
इस अभियान के तहत सडक़ों पर नजर आने वाले जाँच दल विशेष रूप से अपनी जान जोखिम में डालकर वाहन चलाने वाले दो पहिया वाहन चालकों को भी बिना हेलमेट लगाने की स्थिति में पकड़ेगी और जुर्माने की कार्यवाही करेगी। इसके साथ ही नशा करके वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ ब्रेथ एनालाइजर से परीक्षण किया जाएगा और नशे की हालत में पाए जाने पर उनके लाइसेंस निरस्त करने के साथ-साथ मोटा जुर्माना भी लगाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार जाँच दल 15 वर्षीय पुराने वाहनों पर शक्ति से कार्यवाही करेगी और इस दौरान प्रदूषण जाँच प्रमाण पत्र की भी जांच की जाएगी। जो वहां बिना प्रदूषण जाँच प्रमाण पत्र के सडक़ों पर दौड़ रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।इस पूरी कार्यवाही का प्रतिदिन विवरण बनाकर पूरी जानकारी पुलिस अधीक्षक को पुलिस मुख्यालय को प्रेषित करनी होगी जहां से इस बात की पूरी जानकारी प्रतिदिन मुख्यालय भोपाल में भी भेजी जाएगी। इसके साथ ही समस्त थाना प्रभारी एवं पुलिस अधिकारियों को प्रतिदिन कार्यवाही सुनिश्चित करने के साथ ही उसी दिन रात तक अनिवार्य रूप से दिनभर की गई कार्यवाही की गतिविधियों का पूरा ब्यौरा जमा करना होगा।
चलने लायक नहीं बचती सडक़ें
इसी प्रकार की एक बड़ी विडंबना यह भी है कि शहर के मध्य क्षेत्र में ही सैकड़ों की संख्या में ट्रांसपोर्ट संचालक अपना व्यापार संचालित कर रहे हैं जबकि इन्हें ट्रांसपोर्ट नगर में प्लाट आवंटित किए गए थे। वर्तमान स्थिति में बलदेव बाग से पांडे चौक मार्ग। आगा चौक से बलदेव बाग चेरी ताल से होते हुए दमोह नाका बड़ी उखरी, छोटी उखरी और आसपास का क्षेत्र बहुत बुरी तरीके से शाम होते ही यातायात समस्या की चपेट में आता है। यहां हालात इतने बुरे हो जाते हैं कि शाम को 5 से लेकर देर रात तक आम आदमी क्या एंबुलेंस पुलिस के वाहन, फायर ब्रिगेड कोई भी नहीं निकल सकता कई बार तो दो पहिया और पैदल चलने वाले लोग तक इस यहां लगने वाले जाम में फंस जाते हैं।
