
जबलपुर (जयलोक)। विगत एक हफ्ते में जबलपुर पुलिस के हाथ लाखों की मुद्रा में नकली नोट पकड़ाए जाने वाले गिरोह तक पहुँच गए हैं। 16 जून को हनुमानताल पुलिस ने मदार टेकरी से रवि दाहिया नामक युवक को पकड़ा था जिसके कब्जे से 2.94 लाख के नकली नोट बरामद किए थे। अब आरोपियों की निशानदेही पर यह खुलासा हुआ है कि कुल 18.44 लाख रूपये के नकली नोट जबलपुर संभाग में खपाए जाने की तैयारी की गई थी। पुलिस ने लगातार गिरफ्तारियाँ कर 7 आरोपियों से लगभग 15 लाख रूपये के नकली नोट बरामद कर लिये हैं।
यह कार्रवाही लगातार जारी है। सीएसपी गोहलपुर सुनील नेमा ने बताया कि पहले तो आरोपियों ने पुलिस को भ्रमित करते हुए यह बयान दिया था कि वह यह कार्य पहली बार कर रहे हैं। लेकिन जब पुलिस ने अपनी परंपरागत तरीके से पूछताछ की तो इनसे मिली जानकारी और निशानदेही पर कल फिर जबलपुर पुलिस को नकली नोटों की बड़ी खेप पकडऩे में सफलता मिली है। इसी कड़ी में कल फिर हनुमानताल पुलिस ने नकली नोटों के मामले में बड़ी कार्रवाही करते हुए 7 और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से पाँच-पाँच सौ के नकली नोट बरामद किए हैं। इस बात से यह स्पष्ट है कि अब जबलपुर संभाग में खासतौर पर छोटे जिले और ग्रामीण क्षेत्रों को निशाना बनाकर नकली नोट खपाने का काम बड़े स्तर पर किया जा रहा है। इस मामले में 2.94 लाख रूपये के नकली नोट पहले पकड़े गए थे वहीं कल पुलिस ने 12 लाख रूपये के नकली नोट जप्त किए हैं। पकड़े गए आरोपी नकली नोट छापने और खरीदकर अलग अलग इलाकों में चलाया करते थे। इस मामले में हनुमानताल पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि आरोपी तीन नकली नोट के बदले एक असली नोट लिया करते थे।

ऋतुराज ने बताया मंडला में भी फैला जाल
नकली नोट छापने वाले मास्टर माइंड ऋतुराज ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि नकली नोटों का कारोबार मंडला तक फैला हुआ है। उसने चार लाख रूपये में 12.30 लाख रूपये के नकली नोट धीरज मनवानी, गौरव तिवारी एवं राकेश तिवारी के माध्यम से मंडला निवासी संतोष श्रीवास्तव और अजय नवेरिया को नकली नोट देने की बात स्वीकार की।
जिसमें बाद पुलिस ने इन सभी आरोपियों को पकड़ा। इनके पास से 9 लाख रूपये के नकली नोट बरामद किए गए। वहीं जमना प्रसाद से तीन लाख रूपये के नकली नोट मिले। पुलिस ने इस मामले में ऋतुराज विश्वकर्मा, धीरज मनवानी, गौरव तिवारी, मंडला निवासी संतोष श्रीवास्तव और अजय कुमार नवेरिया और जमुना प्रसाद पटेल को गिरफ्तार किया है। पूर्व में रवि दाहिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में और भी गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं।

Author: Jai Lok
