14 दिनों में 110 करोड़ रूपये कर वसूली का लक्ष्य
जबलपुर (जय लोक)। 31 मार्च को वित्तीय वर्ष का समापन होगा, इसके पूर्व नगर निगम अपने विभिन्न मदों में लंबित चल रहे करों को वसूल करने के लिए जोरशोर से अभियान चला रहा है। आगामी 14 दिनों में नगर निगम को विभिन्न मदों में 110 करोड़ रूपये वसूल करना है। निगम के अधिकारी नगर के करदाताओं से अपील करने के साथ साथ यह जानकारी भी दे रहे हैं कि अगर वे 31 मार्च तक सजगता के साथ अपने बकाया करों का भुगतान नहीं करते हैं तो उन्हें 31 मार्च के बाद हर हाल में करों की दोगुनी राशि जमा करनी पड़ेगी। इस जुर्माना कार्रवाही पर किसी को भी लोक अदालत से अन्य किसी प्रकार से कोई राहत नहीं मिलने वाली है।
आयुक्त नगर निगम प्रीति यादव का कहना है कि राजस्व विभाग की टीमों को बड़े बकायादारों के ऊपर ध्यान केन्द्रीत कर प्रभावी कार्रवाही करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा जो लोग अपने करों को जमा नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ बड़ी संख्या में कुर्की की कार्रवाही की जा रही है।
3.11 लाख करदाता में से 1.47 लाख ने जमा किए 76 करोड़
उपायुक्त राजस्व पीएन सनखेरे ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम सीमा के अंतर्गत वर्तमान में 3 लाख 11 हजार करदाता हैं जिनमें से 1 लाख 48 करदाताओं ने संपत्ति कर के रूप में 76 करोड़ रूपये की राशि जमा कर दी है। उपायुक्त सनखेरे ने बताया कि इस वर्ष लगभग 12 हजार नई संपत्तियाँ नगर निगम के रिकार्ड में दर्ज हुई हैं। अभी 8 से 10 हजार और संपत्तियाँ दर्ज होने का अनुमान है। इस कार्य को अपे्रल माह से तेज गति प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार 17 हजार किराएदार नए दर्ज हुए हैं।
चार करोड़ रेलवे के बकाया
सरकारी विभागों को चिन्हित कर नगर निगम ने उनके बकाया करों की जानकारी सौंप दी है और लगातार उनसे संपर्क कर वसूली के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। नगर निगम के खातों में अभी सबसे बड़ा सरकारी बकायादार रेलवे विभाग है। जिसे अपने विभिन्न संपत्तियों के करों के रूप में लगभग चार करोड़ की राशि नगर निगम को देना है।
जेडीए भी दे रहा 90 लाख
राजस्व वसूली अभियान के अंतर्गत कई सालों के बाद जबलपुर विकास प्राधिकरण ने नगर निगम को विभिन्न प्रकार के करों के रूप में पहले चरण में 60 लाख रूपये की राशि दे दी थी और अभी लगभग 30 लाख रूपये की राशि और जमा करेंगे।
जलकर में 12, डोर-टू-डोर में 4 और अन्य मद में 20 करोड़ से अधिक की राशि बकाया
उपायुक्त सनखेरे ने बताया कि संपत्ति कर में 130 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमें से 76 करोड़ रूपये वसूल कर लिया गया है। 54 करोड़ रूपये की राशि शेष है इसके अलावा जलकर में 12 करोड़ रूपये की राशि शेष है। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में 4 करोड़ रूपये की राशि शेष हैं। लायसेंस मद में दो करोड़ एवं अन्य मद जिनमें कॉलोनी सेल, होर्डिंग, लीज आदि मद आते हैं में 20 करोड़ रूपये से अधिक की राशि वसूल किया जाना शेष है।
सभी 16 जोन, बाजार विभाग, राजस्व का अमला वसूली में लगा
आयुक्त प्रीति यादव के निर्देश पर नगर निगम का राजस्व विभाग, बाजार विभाग और सभी 16 जोन अपने अपने क्षेत्र के अंतर्गत संपत्तिकर और अन्य प्रकार के करों की वसूली में लगे हुए हैं। 31 मार्च तक तय लक्ष्य को अर्जित करने के लिए आयुक्त के निर्देश पर टीमें दिन रात काम कर रही हैं।
इनका कहना है
करदाताओं को समय पर कर जमा करने की अपील की गई है। नियमानुसार 31 मार्च तक जो करदाता करों का भुगतान नहीं करेंगे उन्हें सरचार्ज के रूप में बकाया राशि का दोगुना कर जमा करना पड़ेगा। बड़े बकायादारों पर अधिक ध्यान केन्द्रित कर कार्रवाही करने के निर्देश राजस्व विभाग को दिए गए हैं।
प्रीति यादव, आईएएस आयुक्त नगर निगम
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