नई दिल्ली (जयलोक)। दिल्ली भाजपा के संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी है। अधिकांश मंडलों के अध्यक्ष बदलेंगे। प्रत्येक बूथ पर 11 सदस्यीय समिति गठित करने के बाद अब मंडल अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भाजपा में इस समय संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा युवा नेतृत्व को आगे लाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए मंडल की कमान 35 से 45 वर्ष तक के उम्र के नेताओं को सौंपने का निर्णय लिया गया है। अनुसूचित जाति व महिला होने की स्थिति में दो वर्षों की छूट मिल सकती है। बूथ से लेकर प्रदेश तक बदलाव होना है। इसके लिए पूर्व विधायक महेंद्र नागपाल को चुनाव अधिकारी बनाया गया है। जिलों व मंडलों में भी चुनाव अधिकारी तैनात किए गए हैं। बूथ समितियों के चुनाव के बाद शनिवार से मंडल स्तरीय समिति गठित करने की प्रक्रिया चल रही है। चुनाव अधिकारी अगले दो -तीन दिनों में प्रदेश नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे। उसके आधार पर प्रदेश नेतृत्व मंडल अध्यक्षों के नाम की घोषणा करेगा। दिल्ली में भाजपा के 13300 बूथ समिति और 256 मंडल हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि संगठन चुनाव पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। यह प्रयास है कि प्रत्येक वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले। योग्य व जमीन पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को उचित दायित्व मिलेगा। वहीं, आयु सीमा तय करने से कई नेताओं में नाराजगी है। उनका कहना है कि अनुभव व क्षेत्र में काम करने वालों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
सांसद-विधायक से मांगे गए पंसद के 3 नाम
प्रत्येक मंडल में चुनाव अधिकारी के साथ एक पर्यवेक्षक की उपस्थिति में इसके लिए राय़शुमारी की जा रही है। सभी शक्ति केंद्र प्रमुख, उस मंडल से संबंधित जिला अध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक, सांसद, निगम पार्षद, वर्तमान व पूर्व मंडल अध्यक्ष, उस मंडल में रहने वाले प्रदेश व राष्ट्रीय पदाधिकारी अपनी पसंद के नाम चुनाव अधिकारी व पर्यवेक्षक को दे रहे हैं। उन्हें अपनी पसंद के तीन नाम देने हैं। यदि इसमें महिला व अनुसूचित जाति के नेताओं के नाम नहीं है तो इससे संबंधित दो और अतिरिक्त नाम लिए जा रहे हैं। रविवार तक नेताओं यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। प्राप्त नाम पर जिला प्रभारी, सह प्रभारी और सांसद से चर्चा करने के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
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