लाखों के लीवर ट्रांसप्लांट का खर्चा उठाएगा रोटरी
जबलपुर (जयलोक)। 8 वर्षीय देवेश कुशवाहा कई दिनों से लीवर की परेशानी से जूझ रहा है। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने बच्चे के लीवर ट्रांसप्लाट की बात कही। जिसके लिए लाखों का खर्चा आएगा। लेकिन बच्चे के पिता के पास इतने रूपये नहीं हैं कि वह अपने बच्चे का लीवर ट्रांसप्लांट करा सके। लेकिन कांगे्रस के राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा इस गरीब बच्चे के लिए एक नई उम्मीद बनकर सामने आए हैं। विवेक तन्खा ने रोटरी के माध्यम से लीवर ट्रांसप्लांट का पूरा खर्चा वहन करने की जिम्मेदारी उठाई है। जिसके बाद अब बच्चे का लीवर ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन किया जाएगा जिससे 8 वर्षीय बालक को एक नया जीवन मिल सकेगा।
इस संबंध में ग्लोबल हॉस्पिटल मुंबई से आये डॉ. अनिल सिंह ने बताया कि कैलारस निवासी 8 वर्षीय देवेश कुशवाहा का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जाँच परीक्षण के उपरांत यह पता चला कि देवेश का लीवर ट्रान्सप्लांट किया जाना है किन्तु यह ऑपरेशन ग्लोबल हॉस्पीटल मुंबई में ही होना संभव है और इसका इलाज भी काफी महँगा है और इसमें लाखों रूपये का खर्चा आएगा। वहीं बच्चे के पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर दिखी, तब मौके पर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि इस बच्चे का खर्च रोटरी उठायेगी और 8 वर्षीय देवेश कुशवाह के पिता ने लीवरट्रान्सप्लांट देने की सहमति दी है।
डॉक्टर अनिल सिंह ने बताया कि राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और आलोक से चर्चा अनुसार मैं यहां आया हूं। ओपीडी में मुझे ये बच्चा दिखा, जब मैंने फाइल्स देखी, उसमें मैंने देखा कि इसके लीवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता है। यह अहमदाबाद भी होकर आया है और जिसे वहां भी यही बताया गया है कि इसे लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है। डॉक्टर ने बताया कि जब भी हम लीवर ट्रांसप्लांट करते हैं तो वह दो तरीके से होता है। एक दाता होता है, जिससे लीवर लिया जाता है और 20 से 30 प्रतिशत बच्चों के लिए और एडल्ट के लिए 60 से 70 प्रतिशत लिया जाता है। जिसमें कोई दिक्कत नहीं होती, उनके दादाजी भी साथ में आए हैं। अगर वह फिट होते हैं तो उनकी इन्वेस्टिगेशन होगी।
इनका कहना है
बच्चे के लीवर ट्रांसप्लांट की अतिआवश्यकता है। इस प्रक्रिया के दो प्रमुख हिस्से होते हैं जिसमें काफी अधिक राशि व्यय होती है। कुछ राशि राहत मिशन के तहत रोटरी वहन करेगी। डॉक्टर अनिल सिंह मुंबई से अपनी सेवाएं देने आए हैं। इलाज का शुरूवाती पैसे रोटरी वहन करेगी और डॉ. अनिल सिंह के प्रयासों से 20-25 लाख रूपये की राशि का इंतजाम होगा। यहीं पीडि़त मानवता की सेवा के लिए राहत मिशन का मूल भाव है।
-विवेक तन्खा, राज्यसभा सांसद
मेरी पैदाइश रीवा जिले की है, मप्र के प्रति अपने प्रेम और सेवा भाव के उद्देश्य को पूरा करने मैं इस शिविर में शामिल हुआ। जब मैने इस बच्चे की फाइल देखी और इसकी जाँच की तो पता चला कि इसे लीवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है। बच्चे को उसके पिता और दादा लीवर डोनेट करने के लिए तैयार हैं। जिनकी जाँच कर मिलान किया जाएगा। ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन में 16 से 25 लाख रूपयों तक का खर्ज आता है। हम मिलकर इस बच्चे के जीवन के लिए इस राशि को एकत्रित करेंगे। अस्ताल भी अपनी इसमें भूमिका निभाएगा।
-डॉ. अनिल सिंह, ग्लोबल हॉस्पिटल मुंबई
