जबलपुर (जयलोक)। पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह का तबादला भोपाल पुलिस सहायक पुलिस महानिरीक्षक पर हुआ है। एसपी के तबादले को लेकर आज शहर में चर्चाएं गर्म रहीं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, राजनैतिक गलियारों से लेकर थाना स्तर तक में एसपी के तबादले की चर्चा होती रही। हालांकि पुलिस अधीक्षक की कार्यप्रणाली की सबने सराहना की। उनके कामों को लेकर कहा जा रहा है कि पिछले एक साल में आदित्य प्रताप सिंह की कप्तानी में जिले के 16 थाने में आईएसओ वार्ड हो गए। प्रथम चरण में पांच थानों को आईएसओ अवार्ड मिल चुका हैं, वही ग्यारह थानों का आज आईएसओ अवार्ड मिलने जा रहा हैं। यह अवार्ड थानों में साफ सफाई, रिकॉर्डों के बेहतर रख रखाव और पुरियादों के बैठने की उत्तम व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, और जब्त सामाग्री के उचित निपटान के बाद इंटरनेशन आर्गेनाइजेशन स्टेंडर्ड डिजियेशन द्वारा सभी व्यवस्थाएं ओके होने के बाद आईएसओ अवार्ड दिया जाता है। बताया गया है कि आज शाम 5.30 बजे माढ़ोताल थाना परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में जिले के 11 पुलिस थानों को आईएसओ अवार्ड प्रदान किया जाएगा। इस समारोह में जबलपुर रेंज के आईजी अनिल सिंह कुशवाह, डीआईजी तुषारकांत विद्यार्थी, पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह सहित आला अधिकारी, संबंधित थानों के अनुविभाग के सीएसपी और थाना प्रभारी मौजूद रहेंगे।
इन थानों को मिलेगा अवार्ड – आईएसओ के कंसल्टेंट जितेंद्र खंडेलवाल ने ईएमएस न्यूज एंजेसी से चर्चा के दौरान बताया कि पहले चरण में ओमती, सिविल लाईन, मदनमहल, भेड़ाघाट पुलिस थानों को आईएसओ अवार्ड दिया जा चुका हैं। आज जिन 11 थानों को आईएसओ अवार्ड दिया जा रहा है उनमें माढ़ोताल, गौरीघाट, बेलबाग, खितौला, गोसलपुर, बरगी, हनुमानताल, बरेला, गोरखपुर और गढ़ा थाना शामिल हैं।
मालखाने की सुधरी व्यवस्था – श्री खंडेलवाल ने बताया कि जबलपुर के पुलिस थानों के भवनों का पुन: निर्माण हुआ है उसके बाद शासन की मंशा अनुरुप पुलिस अधीक्षक ने थानों की स्वच्छता और व्यवस्थाओं पर विशेष फोकस किया। मालखानों में जब्ती की शराब के अंबार लगे हुए थे जिनका नियमानुसार विनिष्टिकरण कराया गया, इसी तरह 20 साल पुराने रिकार्डों को भी नियमानुसार डिस्पोज ऑफ किया गया। आवश्यक और जरुरी दस्तावेजों का बेहतर संधारण किया गया। थानों में फरियादों के लिए बेहतर बैठक व्यवस्था, स्वस्थ्य पेयजल, नए फर्नीचर के साथ विवेचक कक्ष आधुनिक बनाए गए है। एफआईआर और आवेदनों का कम्प्यूटीकरण किया गया, जब्तशुदा वाहन पहले कबाड़ की तरह थानों में खड़े रहते थे अब उनका भी बेहतर तरीके से रख रखाव व नियमानुसार डिस्पोज ऑफ किया गया। इन तमाम व्यवस्थाओं का परीक्षण करने के बाद आईएसओ अवार्ड दिया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के बाद अब तक 16 थाने आईएसओ अवार्ड मिल जाएगा और दिसंबर तक 7-8 थानों को और आईएसओ अवार्ड मिलने की संभावना हैं।आईएसओ कंसल्टेंट जितेंद्र खंडेलवाल के मुताबिक एसपी कार्यालय का भी कायाकल्प किया गया है।