कहाँ गए चुनाव में झाडू लेकर बस फोटो खिंचवाने वाले माँ नर्मदा के सेवक
परितोष वर्मा
जबलपुर (जय लोक)। आपने अक्सर साफ चमचमाते कपड़ों में हाथ में बड़ी-बड़ी झाडू लिए बड़े नाम वाले लोगों को नर्मदा तट पर साफ -सफाई की नौटंकी करते हुए कई बार देखा होगा। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं माँ नर्मदा की सच्ची सेवा करने वाले उनके सच्चे भक्तों की। यहाँ हम जिक्र कर रहे हैं एक ऐसे मंडल का जिसमें सात आठ साल के छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक शामिल हैं।
जिलेहरीघाट में तैराकी मंडल द्वारा प्लास्टिक मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है, प्रत्येक रविवार को तैराकी मंडल के सदस्यों के द्वारा जिलेहरी घाट के मध्य स्थित टापू पर पर्यटकों के द्वारा फैलाई गयी प्लास्टिक सामग्री जो की पर्यावरण के लिए हानिकारक है, उसको एकत्रित कर माँ नर्मदा के आँचल के इस हिस्से को साफ सुथरा रखने का अनूठा प्रयास निरंतर जारी रखें हुए हैं। शिवा तैराकी मंडल जिलहरीघाट के सदस्य निरंतर यह कार्य कर रहे है। पर्यटकों और गैर मर्यादित नशेड़ी लोगों के द्वारा घाट के बीच में पहुँच कर नशे के अवशेष छोड़ दिये जाते हैं। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
मां नर्मदा जीवनदायनी है यह वैज्ञानिक रूप से भी प्रमाणित है और धार्मिक रूप से भी। इसके बावजूद भी मां नर्मदा के तटों पर जिस प्रकार से प्रदूषण, अतिक्रमण और गंदगी फैली है उसे देखकर तो हर नर्मदा भक्त को तिलमिला जाना चाहिए। प्रशासनिक स्तर पर होने वाले बड़े-बड़े दावे बड़े-बड़े गुबारों की तरह हवा में उड़ जाते है। चुनाव आने के पूर्व दिखावेबाज़ सारे नर्मदा भक्त हाथ में झाडू लेकर नर्मदा घाटों पर फोटो खिंचवाते दिख जाते हैं। लेकिन उसके बाद सालों यहां नजऱ नहीं आते ना ही जन भागीदारी से नर्मदा के घाटों में सफाई अभियान नियमित रूप से चलाने कोई आगे आता है।
जागरूकता के साथ दंड की आवश्यकता
सर्वप्रथम तो नर्मदा तटों पर आने वाले हर श्रद्धालु को माँ नर्मदा की धार्मिक महत्ता और आस्था के अनुरूप उन्हें साफ स्वच्छ रखने की जागरूकता होनी चाहिए। नर्मदा घाटों के आसपास रहने वाले लोगों को भी इसी जागरूकता की काफी आवश्यकता है। अब यह बहुत जरूरी है की मां नर्मदा को साफ स्वच्छ रखने के लिए गंदगी करने वालों को चिन्हित कर उन पर मोटा जुर्माना या दंड लगाया गया जाए। इसके लिए प्रशासन अपनी एक टीम नियमित रूप से नर्मदा के अधिक भीड़भाड़ वाले घाटों पर तैनात कर सकती है ऐसी ही निगरानियों से नर्मदा के घाटों की रक्षा और सुरक्षा हो पाएगी।