आज या कल में घोषित हो सकते हैं नाम
जबलपुर (जयलोक)। भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव में दावे आपत्तियों का दौर लंबा खिंचता जा रहा है। अपने करीबियों को अध्यक्ष बनाने की होड़ में बड़े नेताओं के बीच में तनातनी और अहम की जंग छिड़ी हुई है इसी जंग के बीच में संगठन अपना निर्णय नहीं ले पा रहा है। इसी बीच पार्टी से जुड़े विशेष सूत्रों से यह जानकारी भी प्राप्त हुई है कि भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर एक निजी एजेंसी को अध्यक्ष पद के दावेदारों के संबंध में कुछ बिंदुओं पर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए नियुक्त किया है। निजी एजेंसी की अध्यक्ष पद के दावेदारों के बारे में परसेप्शन रिपोर्ट भी संगठन के निर्णय लेने का आधार बन सकती है। दूसरी ओर 15 जिले ऐसे बताए जा रहे हैं जहां पर स्थानीय और प्रभावी नेताओं के बीच में रस्साकशी का दौर जारी है और यहां पर किसी भी एक नाम पर आम सहमति नहीं बन पा रही है।
जिन जिलों में विरोधाभास अधिक बना हुआ है वहां पर प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी अपने स्तर पर मंथन कर रहे हैं। जहां बड़े नेताओं के बीच में जोर आजमाइश हो रही है वहां के मामलों को आगे के मार्गदर्शन के लिए दिल्ली भेज दिया गया है। 45 जिलों पर स्थिति स्पष्ट होने की जानकारी सामने आ रही है इन पर अंतिम मोहर लगते ही आज या कल में इनकी घोषणा कर दी जाएगी।
कुछ स्थानों पर विवाद टालने लगाया जा सकता है रिपीट का फार्मूला
प्रदेश कार्यालय से मिल रही जानकारी के अनुसार कुछ जिले ऐसे भी फंस गए हैं जहां पर निर्णय लेना आसान नहीं हो पा रहा है। संगठन के प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेताओं के समक्ष प्रदेश के प्रभावी नेताओं के दबाव को संतुलित आसान नहीं हो रहा है। ऐसे में इस बात की भी प्रबल संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं कि कुछ स्थानों पर विवाद टालने के लिए रिपीट का फार्मूला लगाया जा सकता है। मतलब जिन जिलों में वर्तमान अध्यक्ष का कार्यकाल कम समय का है और वहां पर अन्य किसी नाम पर नेताओं की रस्साकशी के कारण आम सहमति नहीं बन पा रही है ऐसे जिलों में वर्तमान अध्यक्ष को ही रिपीट किए जाने की संभावना है ताकि विवाद की स्थिति को टाला जा सके।
10 जिलों में आ सकती है महिला अध्यक्ष
पार्टी सूत्रों का कहना है कि राजनैतिक क्षेत्र में महिलाओं को महत्व देने के उद्देश्य से भारतीय जनता पार्टी अपनी रणनीति के तहत 60 संगठनात्मक जिलों में से 10 जिलों में महिला अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है। वहीं कुछ जिलों में अनुसूचित वर्ग के भी नेताओं को अध्यक्ष पद की कमान सौंपी जा सकती है इसी उद्देश्य से आमंत्रित किए गए पैनल के नामों में एक महिला और अनुसूचित वर्ग के नाम को अनिवार्य रूप से लिया गया था।
प्रभावी नेताओं के जिलों में ज्यादा खटपट
भाजपा को 60 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों की घोषणा करना है, ग्रामीण अध्यक्ष के साथ नगर अध्यक्ष घोषित किए जाएंगे। लेकिन इस घोषणा के लिए सबसे अधिक खटपट उन जिलों में हैं जहां से प्रभावी नेता आते हैं। ऐसे जिले भी जहां पर मंत्री सांसद, विधायक सभी राजनैतिक रूप से सशक्त हैं वहां भरपूर जोर आजमाइश हो रही है।
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