चंडीगढ़/नई दिल्ली (जयलोक)। किसानों के दिल्ली मार्च में अब हालात बिगड़ रहे हैं। करीब आधे घंटे तक पुलिस से बहस के बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोडऩे की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। 9 किसान घायल हुए हैं। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से 101 किसान दोपहर 12 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुए। पुलिस उन्हें घग्गर नदी पर बने पुल पर रोकने की कोशिश कर रही है। किसानों का आरोप है कि पुलिस रॉकेट लॉन्चर से बम-गोलियां चला रही है। घग्गर नदी का गंदा पानी प्रयोग किया जा रहा है। मार्च के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट बैन 18 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) के नेता जगजीत डल्लेवाल लगातार 19वें दिन आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत को लेकर पूरा देश चिंतित है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नहीं।
बजरंग पुनिया भी शंभू मोर्चे पर पहुँचे
बजरंग पुनिया भी किसान मोर्चे पर किसानों का साथ देने के लिए शंभू मोर्चे पर पहुंच चुके हैं।
रुक-रुककर पानी की बौछार
हरियाणा पुलिस की तरफ से किसानों पर रुक-रुककर पानी की बौछार की जा रही है। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि पुलिस की तरफ से केमिकल वाला पानी बरसाया । अगर पानी बरसाना भी है तो कम से कम साफ पानी बरसाते। पुलिस ने सारी हदें पार कर दीं और गंदा पानी ही देश के किसानों पर बरसाना शुरू कर दिया।
किसानों की भगदड़ में एक किसान घायल
हरियाणा की तरफ से ड्रोन द्वारा भी आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। इसमें एक किसान बुरी तरह ज़ख्मी हुआ है। हरियाणा पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस दौरान एक किसान घायल हो गया। उसे स्टेचर पर लाया गया।