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किसे फायदा-किसे नुकसान, केन्द्रीय बजट को लेकर लग रहा गुणा भाग

जबलपुर (जयलोक)। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने कल केन्द्र सरकार का आम बजट लोकसभा में पेश किया। इस बजट को लेकर आज भी प्रतिक्रियाओं का दौर जारी रहा। यह बजट कुछ वर्गों के लिए उम्मीदों से भरा नजर आ रहा है। तो वहीं कुछ वर्ग ऐसे हैं जो कि इस बजट से निराश नजर आ रहे हैं। बजट को लेकर भाजपा की नजर से देखें तो इससे अच्छा बजट भारत के इतिहास में कभी नहीं आया, मोदी 3.0 के पहले बजट को लेकर शहरवासियों ने मिली जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं।
मध्यम वर्ग इनकम में राहत को सरकार का बड़ा कदम मान रहा है, तो व्यापारी वर्ग निराशा व्यक्त कर रहा है।
शहर में बजट का इंतजार हर खास ओ आम को था, हर कोई बजट में अपने लिये राहत तलाशते नजर आया, किसी को खुशी मिली, किसी को उम्मीद तो किसी को निराशा।

25 वर्षों के विकास की नींव रखने वाला बजट
देशवासियों की अपेक्षाओं के अनुरूप गरीब, वंचित, किसान, महिला, युवा सहित देश के हर वर्ग के हितों की चिंता व देश के अगले 25 वर्षों के विकास की नींव रखने वाला यह सम्पूर्ण बजट है। यह बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा। यह बजट वंचितों को वरीयता देता है। ये बजट आम नागरिक के सपनों को पूरा करने के साथ ही देश की प्रगति और विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
-राकेश सिंह, लोक निर्माण मंत्री

युवाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ बजट
शिक्षा के क्षेत्र में कई प्रकार के प्रावधान किए गए हैं। इसका फायदा छात्रों को मिलेगा। युवाओं को रोजगार देने वाला यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ बजट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट विकसित भारत की आधारशिला रखने वाला एक ऐसा बजट है जिसमें गरीब, महिलाओं,  माध्यम वर्ग, किसान, शिक्षा सभी का ध्यान रखा गया। युवाओं को रोजगार देने का अब तक का सर्वश्रेष्ठ बजट है। एक करोड़ नए इंटर्न  को भी 15000 सैलरी मिलेगी यह एक अद्वितीय कम है।
– अनुराग सोनी, इंटरनेशनल मोटीवेटर

मप्र के लिए कुछ खास नहीं
बजट 2024-25 में मध्य प्रदेश के किए कुछ ख़ास प्रावधान नहीं है। इनकम टैक्स अपील के विवाद को कम करने के लिए अपील के मामलों के लिए विवाद से विश्वास 2024 प्रशंसनिय कदम है। कुल मिला कर मिला जुला बजट है।
-सीए धीरज घई

कहीं धूप कहीं छाँव वाला बजट
कहीं धूप कहीं छाँव वाली तर्ज पर इस वर्ष का ये बजट है, नौकरीपेशा वालों को नई रिजिम में स्टैण्डर्ड डिडक्शन में छूट 50000 से बढ़ाकर 75000 कर के राहत प्रदान की गई है तो शार्ट टर्म एवं लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर टैक्स बढ़ाकर कसर पूरी की गई है। बजट में प्रस्तावित लॉन्ग टर्म प्रॉपर्टी की बिक्री पर इंडेक्सेशन समाप्त कर 12.5 प्रतिशत की दर से कैपिटल गेन लगाना पूर्व पद्धति से करदाता को महँगा पड़ेगा। एंजेल टैक्स ख़त्म करना स्टार्टअप के लिए राहत भरा कदम है। आयकर अपील के बोझ को कम करने के लिए विवाद से विशवास स्कीम 2024 लाना सरकार का अच्छा कदम है सोना चांदी जैसी वस्तुओं को 24 माह में लॉन्ग टर्म में लेना सुखद है, भागीदारी फर्म से भागीदारों को मिलने वाले वेतन पर टैक्स कटौती का नियम सही नहीं है इस नियम से सरकार को कोई फायदा नहीं होगा।
-पीडी आहूजा, एडवोकेट सह सलाहकार

आम आदमी और छोटे करदाताओं को राहत देने वाला बजट
इस बजट में वित्त मंत्री जी द्वारा नई प्रणाली में वेतन भोगियों के लिए 25000 तक की अतिरिक्त छूट एवं कर दर में परिवर्तन करते हुए राहत प्रदान की है, शेयर में होने वाले एलटीसीजी / एसटीसीजी की दरों में अच्छी खासी बढ़ोतरी के साथ 1.25 लाख की छोटे छोटे इन्वेस्टर्स के लिए राहत है। एसटीटी में बढोतरी भी इन्वेस्टर्स को हतौत्साहित करेगा, लान्ग टर्म केपिटल एसेस्ट की सेल करने पर रेट ऑफ टैक्स घटाने के साथ इन्डेक्शन के लाभ से वंचित किया गया है, साथ ही छोटे व्यापारीयों के लिए मुद्रा लोन की सीमा 10 से 20 लाख, मध्यम व्यापारी वर्ग के लिए प्रोत्साहन है। कुल मिला कर ये बजट आम आदमी एवं छोटे करदाताओं को राहत देने का प्रयास है।
  – सीए,  संजय जैन

Jai Lok
Author: Jai Lok

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