कोई पकड़ेगा हथियार, कोई मादक पदार्थ,कोई देखेगा अनसुलझे मामले, तय समय में देना होंगे परिणाम
एसपी ने बदला काम करने का तरीका,पुरानी क्राइम ब्रांच के 22 लोगों को भेज चुके है लाइन
जबलपुर (जय लोक)। पुरानी क्राइम ब्रांच और इसको चलाने वालों के रवैये को समझने के बाद पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने चल रही गफलतबाजी को तोडऩे का निर्णय किया और क्राइम ब्रांच के 22 लोगों को एक साथ पुलिस में आमद दर्ज करने का फरमान थमा दिया। अब नए साल में पुलिस अधीक्षक की नई सोच के साथ अपराध को रोकने का प्रभावी प्रयोग करते हुए नई तरह की क्राइम ब्रांच गठित की जा रही है। क्राइम ब्रांच में अब हर प्रकार के गंभीर अपराध को रोकने के लिए अलग -अलग टीमें निर्धारित की जाएँगी। हर टीम की अपनी जिम्मेदारी होगी और यह अपनी तरह से काम कर तय समय सीमा में परिणाम लाकर अपने कप्तान के समक्ष रखेगी। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के अनुसार नवगठित की जा रही क्राइम ब्रांच के अंतर्गत 8 से 9 प्रकार की सब टीमों का गठन किया जायेगा। कोई हथियार तस्करों को पकडऩे का काम करेगी तो कोई गांजा चरस स्मैक बेचने वालों की धरपकड़ करेगी। इस प्रकार से क्राइम ब्रांच की सब टीमें अंधे कत्ल, वाहन चोर गिरोह, भूमाफिय़ा, आर्थिक धोखाधड़ी ,चिटफ़ंड,फरार इनामी अपराधी, डकैत लूटेरे, नकबजऩी जैसे अपराधों को अलग -अलग टीम बनाकर और जिम्मेदारियाँ निर्धारित तय समय में काम करने का जिम्मा उठाएंगी ।
चुन-चुनकर बनाई जाएगी टीम
नए रूप से गठित की जा रही क्राइम ब्रांच में हर एक निरीक्षक ,एसआई ,एएसआई से लेकर सिपाही -हवलदार तक चुन -चुन कर रखे जायेंगे। जिनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है जो कार्य करने वाले हैं ऐसे लोगों को उनकी विशेषता के अनुसार अलग -लग टीमों में रखा जायेगा। इस प्रकार के लोगों को चिन्हित करने का जिम्मा भी पुलिस अधीक्षक ने अपने अधीनस्थों को दे दिया है।
जिसकी जैसी महारत उसको वैसा काम
पुलिस अधीक्षक का स्पष्ट विजन है कि अब अपराध को नियंत्रित करने के लिए हर उस अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक का उपयोग पुलिस विभाग करेगा वो अपनी अपनी फील्ड में कोई ना कोई महारत रखता हो। जिसकी जैसी महारत होगी उसको वैसे काम दिया जायेगा ताकि जल्दी से जल्दी उसके अच्छी परिणाम सामने आ सके।
घाघ किस्म और साठगांठ करने वाले को रखेंगे दूर
पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के समक्ष क्राइम ब्रांच के पुराने खलीफाओं की अधिकांश करतूतें और कार्य करने का आपत्तिजनक तरीकों भाण्डाफोड़ हो चुका है। कौन कौन से आर्थिक अपराधियों से किस किस की किस प्रकार की सेटिंग चल रही थी और भविष्य में कौन किस प्रकार की साठगांठ कर सकता है। सभी संभावनाओं को ध्यान में रखकर पुलिस अधीक्षक ने पहले ही 22 लोगों को पुलिस लाइन में भेज दिया है। अब ऐसे घाघ और साठगांठ करने वालों को दूर ही रखा जाएगा । इसका एक फायदा यह भी होगा कि नए प्रतिभवान पुलिस अधिकारियों और लोगों को अच्छा काम के प्रदर्शन करने का अवसर भी मिलेगा और अपराध पर नियंत्रण भी किया जा सकेगा।
आधा दर्जन निरीक्षक होंगे
इस नई टीम में आधा दर्जन के करीब निरीक्षकों को शामिल कर उनकी जिम्मेदारियाँ तय की जाएँगी। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय खुद क्राइम ब्रांच की हर सप्ताह या समय समय पर सीधे निगरानी कर समीक्षा करेंगे। इसके अलावा क्राइम ब्रांच की सब टीमों में एसआई और एएसआई को भी शामिल कर उनके नेतृत्व में भी लक्ष्य निर्धारित कर कार्य दिए जायेंगे।यह टीमें आवश्यकतानुसार विवेचना और गिरफ्तारी के भी मामले दर्ज कर सकेंगी और थाने स्तर पर भी तालमेल बैठकर कार्यवाहियों को अंजाम दे सकेंगी।
सिविल लाइन थाने का उप निरीक्षक पाँच हजार की रिश्वत लेते पकड़ाया