अब खाद के लिए किसानों को नहीं लगना पड़ेगा लाइन में
जबलपुर (जय लोक)। जिले के किसानों को अब खाद पाने के लिए ना तो लाइन में खड़ा होना पड़ेगा और ना ही किसी से लड़ाई करनी पड़ेगी। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने पूरे प्रदेश में एक नवाचार करते हुए पहली बार किसानों को खाद देने के लिए लॉटरी सिस्टम का प्रावधान किया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना के अनुसार जिस किसान को खाद के लिए पहले लाइन में लगना पड़ रहा था उन्हें सुविधा देने के उद्देश्य से यह व्यवस्था बनाई गई कि वे दिन में 12 बजे तक खाद पाने का आवेदन जमा करवा दें। खाद की उपलब्धता के अनुसार किसानों को टोकन वितरित कर दिया जाता है ताकि उन्हें परेशानी ना हो और निश्चित समय पर उन्हें केंद्र से खाद उपलब्ध हो जाए। अब इस प्रक्रिया को और सरल करते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एक नया रास्ता निकाला है और आने वाले कुछ ही दिनों के अंदर खाद पाने के लिए किसानों को केवल ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके बाद उन्हें उनके मोबाइल नंबर पर ही इस बात की सूचना मिल जाएगी कि किस दिन कितने वक्त पर उन्हें खाद उपलब्ध हो जाएगी। यह बहुत बड़ी सुविधा होगी जिसके कारण किसानों को ना तो लाइन पर लगना होगा और ना ही किसी से झगड़े की स्थिति निर्मित होगी ना ही उनका समय खराब होगा।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि एनपीके और यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। केवल डीएपी की सप्लाई में कुछ परेशानियां नजर आ रही हैं जिसे देखते हुए नई प्रक्रिया के तहत किसानों के ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने की व्यवस्था बनाई जा रही है ताकि उन्हें किसी भी प्रकार से लाइन में ना लगा पड़े ना ही किसी दफ्तर या केंद्र के चक्कर काटना पड़े। उन्हें उनके मोबाइल नंबर पर ही इस बात की सूचना प्राप्त हो जाएगी कि उन्हें खाद किस दिन किस समय पर उपलब्ध हो रही है। सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक केन्द्रों से खाद का वितरण होगा और अधिकांश किसानों को जल्द से जल्द खाद प्राप्त हो जाएगी। किसानों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन आने वाले सप्ताह भर के अंदर ही इस व्यवस्था को लागू कर देगा।
सही दाम पर खाद लेना किसानों का अधिकारी
निश्चिंत रहें शिकायत करें, ठोस कार्यवाही करेंगे-कलेक्टर
जबलपुर (जय लोक)। पूरे प्रदेश में इस समय कृषि कार्य में उपयोग होने वाली खाद की कालाबाजारी का दौर चरम पर है। जबलपुर जिला भी इस कार्यवाही से अछूता नहीं है। यहां पर भी कुछ लोगों द्वारा आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से डीएपी खाद को अधिक मात्रा में या तो स्टोर किया जा रहा है या फिर उसकी कालाबाजारी की जा रही है। यह सीधे तौर पर जिले के किसानों के साथ धोखाधड़ी और छलावा है। जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि अन्नदाता किसानों के हक पर अगर कोई भी व्यक्ति डाका डालकर उन्हें लूटने का प्रयास करेगा तो उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इसी क्रम में विगत दिवस बरगी थाना क्षेत्र में डीएपी खाद की कालाबाजारी करने वाले एक केंद्र पर सख्ती से कार्रवाई की गई है।
जिला प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में अपराध भी दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। अब इस पूरे मामले पर कलेक्टर दीपक सक्सेना का स्पष्ट कहना है कि उचित दामों पर खाद को पाना किसानों का मूलभूत अधिकार है। उन्हें सही दाम पर खाद मिले यही हमारी प्राथमिकता भी है। ज्यादा दाम पर जो भी कालाबाजारी करने की नीयत से और मुनाफाखोरी करने की नीयत से खाद की अधिक दाम पर विक्रय कर रहा है उसके खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जाएगी।
1350 की खाद 2100 में बेच रहा था – विगत दिनों जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना को इस बात की शिकायत प्राप्त हुई की बरगी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सुकरी गांव के बबीता कृषि केंद्र में 1350 रुपए की बोरी 2100 रुपये में बेची जा रही थी। बिना अनुमति के माल भी रखा गया था और मुनाफा कमाया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर लिया है।
कलेक्टर के नंबर पर दें शिकायत – कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिले के किसानों के लिए बड़ी सुविधा करते हुए खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने का इंतजाम कर दिया है उन्होंने स्वयं अपना नंबर जारी कर अन्य शिकायत नंबरों पर भी किसानों से ऐसे किसी भी मामले की तत्काल शिकायत करने की अपील की है। साथ ही आश्वासन दिया है कि शिकायत मिलते ही मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ ठोस कार्यवाही की जाएगी।