इस भूमि को मास्टर प्लान के ग्रीन बेल्ट में शामिल कर वहाँ ईकोलॉजी पार्क बनाने की माँग
जबलपुर (जय लोक)। टेलीकाम फैक्ट्री की भूमि को कमर्शियल उपयोग करने की मांग को गलत बताते हुए नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, भारतीय वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन, महिला समिति, सीनियर सिटीजन वेलफेयर संघ ने इस भूमि पर लगे 20 हजार पेड़ों को तथा वहां के हरियाली से निर्मित जबलपुर के ऑक्सीजन टैंक को बचाने हेतु इस भूमि को कमर्शियल उपयोग में लाने का घोर विरोध किया है। उल्लेखनीय है कि महाकौशल उद्योग संघ ने शनिवार को जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मांग उठाई थी कि टेलीकाम फैक्ट्री के भूमि पर सेमी कन्डक्टर, उर्वरक कारखाना या डिफेन्स क्लस्टर की मदर इंडस्ट्री निर्मित की जाए। इसके पूर्व में भी एक और संस्था ने इस भूमि पर सेमी कंडक्टर फैक्ट्री बनाने की मांग की थी। डॉ. पी.जी. नाजपांडे ने बताया कि इस भूमि के मोजा हिनौतिया, सुभाषनगर, सुनारवाड़ी के खसरा नं. 281 आदि से नजदीकी अनेकों खसरों को पूर्व में ही वर्ष 2021 के जबलपुर के मास्टर प्लान में ग्रीन बेल्ट एरिया घोषित किया गया है।
अब इसका विस्तार कर टेलीकाम फैक्ट्री की भूमि को नये मास्टर प्लान के ग्रीन बेल्ट में शामिल होना चाहिए, ऐसा आवेदन टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग को भेजा गया है। माननीय हाईकोर्ट ने भी टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग को इस आवेदन को विचारार्थ लेने के निर्देश जारी किये हैं। इसे मद्देनजर इस भूमि को मास्टर प्लान के ग्रीन बेल्ट के तहत शामिल कर यहां ईकोलॉजी पार्क बनाना उचित होगा। इसी से जबलपुर का ऑक्सीजन टैंक तथा वहां के 20 हजार पेड़ बरकरार रहेंगे। बैठक में रजत भार्गव, टी. के. रायघटक, सुभाष चन्द्रा, डी. के. सिंह, सुशीला कनौजिया, संतोष चौरसिया, एड. वेदप्रकाश अचौलिया, एड. जी.एस. सोनकर, हरजीवन विश्वकर्मा, दिलीप कुन्डे, लखनलाल प्रजापति, यू.एस. गोटिया, माया कुशवाहा, उमा दाहिया, डी. आर. लखेरा तथा राममिलन शर्मा आदि उपस्थित थे।
