आज रात 8 बजे होगा ओमती थाने का घेराव
जबलपुर जय लोक। एक हाई प्रोफाइल मामले में जबलपुर पुलिस और ओमती थाने की कार्य प्रणाली को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। शहर के दो नामचीन बिल्डरों चैतन्य सिटी के प्रमोटर आर प्रमोटर एंड डेवलपर फर्म के पार्टनर आदर्श अग्रवाल और सुशील निगम को फिर से बचाने पुलिस द्वारा साथ दिए जाने के आरोप शिकायतकर्ताओं ने लगाए हैं।
शिकायतकर्ता राजेश जैन पिंकी ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश होने के बावजूद भी पुलिस ने तीन दिनों में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जाती रही।
थाने से गायब हुई फ़ाइल
शिकायतकर्ता राजेश जैन ने आरोप लगाया कि वे लगातार अपने वकील के साथ उच्च न्यायालय के निर्देश प्राप्त होने के बाद से ही पुलिस अधीक्षक से लेकर ओमती थाना प्रभारी के संपर्क में थे। स्थिति यह बनी कि पिछले 24 घंटे में कोई यह बताने तैयार नहीं था की फाइल किसके पास है। बीच में तो एक बार यह कह दिया गया कि एसपी ऑफिस से फ़ाइल लापता हो गई। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए जानबूझकर एफआईआर दर्ज करने में इतना समय लगा दिया गया कि आरोपियों को पुनः इस मामले को लंबित करने का और एफआईआर से बचने का मौका दिया गया।
शिकायतकर्ता ने कहा कि दूसरी ओर यह जानकारी भी प्राप्त हो रही है कि आरोपियों को पूरे केस की सभी जानकारियां उपलब्ध कराते हुए पूरी सहायता की गई। आरोपियों की ओर से अधिवक्ता ने इस मामले में न्यायालय के समक्ष रिव्यू फाइल कर दिया है और यही इस पूरी साजिश का हिस्सा था ताकि उनके खिलाफ एफआईआर ना हो पाए।
शिकायतकर्ता राजेश जैन का कहना है कि अब उन्हें न्यायपालिका पर ही पूरा भरोसा है क्योंकि प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग उन्होंने अपनी आंखों से विगत चार दिनों में देख लिया है। जिस प्रकार से उच्च न्यायालय की अवहेलना की गई उसके आदेशों का परिपालन नहीं किया गया ऐसी घटनाओं से आम व्यक्ति का कानून के ऊपर से भरोसा उठ जाता है। इस पूरे प्रकरण को लेकर आज गुरुवार की शाम को 8:00 बजे पीड़ित पक्ष वकील और कांग्रेस के नेताओं के साथ ओमती थाने का घेराव करने जा रहा है।