जबलपुर (जयलोक)। जिले की कानून व्यवस्था की कमान अब नवागत एसपी संपत उपाध्याय के हाथों में है। वर्तमान स्थिति में ढीली ढाली पुलिस कार्यप्रणाली के कारण कुछ एक थाना क्षेत्रों में अपराध चरम पर है। इस परिपाटी को तोडऩे के लिए पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने विभाग के अधिकारियों के साथ कल एक बैठक आयोजित की और स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिले में जिसको भी गुंडा बना है या वह इस प्रयास में है तो उसकी कानूनी रूप से खातेदारी की जाए और ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाए। ऐसे पुराने जो भी अपराधी हैं जिनमें दो या दो से अधिक अपराध हैं जो सामाजिक गतिविधियों में लिप्त है गुंडागर्दी चाकू बाजी करते हैं उनके खिलाफ सख्त से कार्यवाही की जाए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सी.एम. हैल्प लाईन की शिकायतों पर प्राथमिकता के आधार पर संतुष्टीपूर्ण निकाल किया जाये। ऐसे अपराधी जिनके 2 या 2 से अधिक अपराध हैं, तथा सक्रीय गुण्डा बदमाश एवं चाकूबाज के विरूद्ध उनके अपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुये प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें। उच्च न्यायालय से प्राप्त नोटिस, जमानती वारंट, गिरफ्तारी वारंट एवं स्थाई वारंट की प्राथमिकता से तामीली की जाये। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि संगठित जुआ सट्टा खिलाने वालों एवं अवैध शराब बेचने वालों को चिन्हित करें और सभी के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें।पुलिस कन्ट्रोलरूम में आयोजित इस बैठक में पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने जो दिशा निर्देश जारी किये है उन पर अगर अधीनस्थ टीम और अधिकारी थाने स्तर तक गंभीरता से कार्यवाही करवा लेते है तो उनके जिले बिगड़ी कणों व्यवस्था को पुन: पटरी पर लाया जा सकता है। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमति सोनाली दुबे उपस्थित थे। इसके साथ बैठक में सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभरियों पुलिस अधीक्षक द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए है।
थाने में पुराने पदस्थ लोगों की समीक्षा की जाएगी जल्द होंगे बदलाव : एसपी
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने जय लोक से चर्चा करते हुए बताया कि यह बिंदु भी उनके सामने आया है कि कुछ एक थानों में जो कर्मचारी पुरानी पदस्थापना से जमे हुए हैं उनके बारे में समीक्षा करने के लिए पूरी जानकारी ली जा रही है। जानकारी एकत्रित हो जाने के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी और जहां भी जरूरी होगा वहां पर थाने स्तर पर भी बदलाव किए जाएंगे।