प्रशसन के साथ आये एक सैंकड़ा के करीब व्यापारियों ने करवाया अस्थाई दुकानों का रजिस्ट्रेशन
सख्ती से लागू किया जाएगा आदेश-कलेक्टर दीपक सक्सेना
जबलपुर (जय लोक)। आज से नई कृषि उपज मंडी ग्राम ओरिया में मटर व्यापारियों के साथ तालमेल बनाकर प्रशासन इस व्यवस्था को लागू करने जा रहा है। प्रशासन की मंशा को समझते हुए तकरीबन एक सैकड़ा व्यापारियों ने अस्थाई दुकान के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। इन दुकानदारों को अस्थाई दुकानों के लिए भूमि का आवंटन भी कर दिया गया है। यह आवंटन पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर किया जा रहा है। कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर एसडीएम अभिषेक सिंह यहां पर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में पूरी टीम के साथ लगे हुए हैं। प्रशासन व्यापारियों की हर सुविधा के अनुरूप बिजली, पानी, पेयजल व्यवस्था, शौचालय, लोडिंग अनलोडिंग के लिए रैंप, कैंटीन, हाई मास्क लाइट ,सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड से लेकर हर प्रकार की व्यवस्था इस नई मंडी में कर रहा है। व्यापारियों का एक वर्ग है जो प्रशासन के निर्णय पर अपनी आपत्ति दर्ज कर चुका है। लेकिन प्रशासन का स्पष्ट रुख है की हर हाल में नई कृषि उपज मंडी में इस सीजन में मटर के कारोबार को प्रारंभ कराया जाएगा।
धारा 163 लागू, धरना, विरोध प्रदर्शन पर लगी रोक
जिला दंडाधिकारी द्वारा धारा 163 लागू किए जाने के बाद कृषि उपज मंडी विजयनगर, मनमोहन नगर क्षेत्र एवं नवीन कृषि उपज मंडी औरैया प्रांगण में धरना, विरोध प्रदर्शन, बंद, चक्का जाम जैसी गतिविधियों को कानून व्यवस्था भंग होने के अंदेशे के कारण पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। कानून का उल्लंघन करने वालों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 मंडी अधिनियम 1972 के प्रावधानों एवं अन्य समस्त प्रावधानों के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर दीपक सक्सेना ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए धारा 163 लागू कर दी है। आज 2 दिसंबर से विजयनगर स्थित पुरानी कृषि मंडी में हरे मटर का थोक क्रय विक्रय प्रतिबंधित रहेगा। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, मंडी प्रशासन इस दिशा में सख्ती से कार्रवाई करेगा।
अभी 17 एकड़ में, जल्द ही 125 एकड़ में स्वरूप लगी नई कृषि मंडी
जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना के अनुसार जिस स्थान पर नई कृषि उपज मंडी को व्यवस्थित रूप से संचालित करने का कार्य किया जा रहा है वह वर्तमान में 17 एकड़ में है। निकट भविष्य में कुल 125 एकड़ के क्षेत्र में व्यवस्थित रूप से कृषि उपज मंडी को हर सुविधाओं से युक्त कर संचालित करने की पूरी योजना कृषि उपज मंडी बोर्ड द्वारा बना ली गई है। जिला प्रशासन द्वारा हर प्रकार से इस व्यवस्था को लागू करने में किसी भी कार्य में अड़चन आने नहीं दी जाएगी। आने वाले भविष्य में सब्जी, फल और अनाज मंडी को यहां व्यवस्थित रूप से संचालित करने के सभी आवश्यक काम किए जाएंगे।
पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर हो रहा आबंटन
मटर व्यापार के सीजन से नई कृषि उपज मंडी की शुरुआत की जा रही है। जानकारी के अनुसार तकरीबन एक सैकड़ा के करीब व्यापारियों ने यहां पर पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर अपनी दुकानों के लिए अस्थाई आबंटन प्राप्त कर लिया है। 12&20 की भूमि हर दुकानदार को उपलब्ध कराई जा रही है ताकि वह यह स्थाई आबंटन प्राप्त कर अपना कार्य नई कृषि उपज मंडी से प्रारंभ कर सकें।
ट्रांसपोर्टर के साथ हुई बैठक में दी गई है समझाइस
हाल ही में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहर के ट्रांसपोर्टर के साथ एक बैठक आहूत कर उन्हें शासन की मंशा के अनुरूप निर्णय और भविष्य में किए जाने वाले कार्यों से अवगत कराया है। ट्रांसपोर्टर के द्वारा बताई गई समस्याओं और सुझाव को भी प्राप्त किया गया है और उसके आधार पर आगे के कार्य करवाए जा रहे हैं। आज 2 दिसंबर के बाद से किसी भी प्रकार के भारी वाहन पुरानी विजयनगर स्थित कृषि मंडी में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर पुलिस प्रशासन उचित कार्यवाही करेगा।
पुरानी मंडी का बनाया गया रिडेंसिफिकेशन प्लान
विजयनगर स्थित पुरानी कृषि उपज मंडी का क्षेत्रफल लगभग 55 एकड़ बताया जा रहा है। शासन की योजना के अनुसार रिडेंसिफिकेशन योजना के अंतर्गत विकसित करने की रूपरेखा बनाई गई है। कृषि उपज मंडी बोर्ड द्वारा इसी योजना पर कार्य किया गया है। जल्दी से अंतिम स्वरूप देकर शहर के मध्य में स्थित इतने बड़े स्थान का रहवासी और व्यावसायिक उपयोग करने का बड़ा प्लान प्रस्ताव बनाकर मध्य प्रदेश शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
व्यापारियों में शुरू हुई प्रतिस्पर्धा, हर व्यापारी प्रशासन के संपर्क में
एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ने जय लोक से चर्चा करते हुए बताया कि प्रशासन ने जो स्थिति का मुआयना किया और जो वास्तविकता प्रकट हुई है उसके अनुसार 80 से 90 क्रियाशील वास्तविक हरी मटर के खरीदी करने वाले व्यापारी हैं। इसके अलावा बहुत बड़ी संख्या में अन्य व्यापारियों ने लाइसेंस जरूर प्राप्त करके रखे हैं लेकिन वास्तविक और क्रियाशील खरीदी करने वाले व्यापारी नहीं है। प्रशासन की प्राथमिकता होगी कि वास्तविक व्यापारियों को ही प्राथमिकता के आधार पर नवीन कृषि उपज मंडी में स्थान उपलब्ध करवाया जाए। स्कू्रटनी के आधार पर यह देखा जाएगा और अगर किसी ऐसे व्यापारी को स्थान आवंटित हुआ है जो क्रियाशील नहीं है तो उसके स्थान पर वास्तविक व्यापारी को ही स्थान आवंटित किया जाएगा। प्रशासन के संपर्क में अब वास्तविक क्रियाशील व्यापारियों के साथ साथ बड़ी संख्या में लाइसेंस प्राप्त व्यापारी भी नवीन कृषि उपज मंडी में स्थान पाने के लिए संपर्क में है। वास्तविक व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार पर स्थान देने का कार्य किया जाएगा।
नहीं लगेगा जाम -मंडी में आने का और जाने का रास्ता अलग-अलग
एसडीएम अभिषेक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि नवीन कृषि उपज मंडी में भारी वाहनों के आवागमन के समय किसी प्रकार के जाम की स्थिति नहीं होगी। इस व्यवस्था को मजबूत करते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि कटंगी बाईपास की ओर से आने वाली सर्विस रोड के माध्यम से भारी वाहनों को कृषि उपज मंडी के अंदर प्रवेश दिया जाएगा। आवंटित अस्थाई दुकानों के समक्ष काफी स्थान है जहां भारी वाहन सीधे लोडिंग अनलोडिंग का कार्य कर सकेंगे। वाहन खाली होने के बाद पाटन बायपास की ओर जाने वाली सर्विस रोड के जरिए भारी वाहनों को मंडी से बाहर निकलकर सीधे हाईवे मिल जाएगा। कृषि उपज मंडी में हर प्रकार की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है निकट भविष्य में यह शहर के लिए बहुत सकारात्मक निर्णय साबित होगा।
इनका कहना है
ओरिया स्थित नवीन मण्डी में 2 दिसंबर से मटर खरीदी के लिए क्षेत्रीय प्रशासन पूरी तरह से सजग है। समस्त सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधनों को ध्यान में रखा गया है। मंडी परिसर के स्थल परिवर्तन को किसानों और व्यापारियों के लिए एक सुखद अनुभव बनाना ही संयुक्त रूप से मंडी बोर्ड, जिला प्रशासन और पुलिस का प्रयास होगा।
शिवाली सिंह, एसडीएम आधारताल