जबलपुर (जय लोक)। बेतहाशा और मनमर्जी से की गई फीस वृद्धि के खिलाफ जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा की जा रही कार्रवाई में आज एक और बड़ा सामने आया है। कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी और उनकी टीम के द्वारा विभिन्न स्कूलों की जांच लगातार जारी है। पूर्व में 25 स्कूलों की जांच पूरी हो चुकी थी जिनके खिलाफ 185 करोड़ अधिक फीस वसूली करने का मामला सामने आया था और अन्य फीस बच्चों को लौट के निर्देश दिए गए थे। कार्यवाही लगातार आगे बढ़ रही है और अब तीन स्कूलों की जांच और हुई है। जिसमें 33 करोड़ 78 लाख की राशि फीस के रूप में अधिक वसूल किया जाना पाया गया है। आज की स्थिति में कुल 28 स्कूलों के द्वारा 219 करोड़ की राशि फीस के रूप में अधिक वसूल किया जाना उजागर हुआ है। अधिक फीस वसूली करने वाले स्कूलों के खिलाफ करवाई जा रही जांच बहुत ही बारीकी से बिंदु बार और गंभीरता के साथ की जा रही है।
32 लाख का जुर्माना अधिरोपित किया-
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी के द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि वर्तमान स्थिति में जिले के कुछ 16 स्कूलों के खिलाफ दो -दो लाख रुपए का जुर्माना अधिरोपित दिया गया है। कल 32 लाख का जुर्माना दंड के रूप में स्कूलों से वसूला जाएगा।
सेंट जोसेफ कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल रांझी, स्मॉल वंडर सीनियर सेकेंडरी स्कूल बलदेव बाग जबलपुर, एवं नचिकेता सीनियर सेकेंडरी स्कूल विजय नगर की जांच के दौरान पाया गया कि मध्य प्रदेश निजी विद्यालय फीस तथा संबंधित विषयों का विनिमय अधिनियम 2017 के तहत गठित जिला समिति द्वारा जांच के द्वारा आनी है पाया गया कि उक्त शाला द्वारा अनियमित तय की गई है। अधिनियम लागू होने के 90 दिन के भीतर वर्षों का लेखा जोखा प्रस्तुत नहीं किया गया। दिसंबर 2020 में जब नियम लागू हुआ तो ऑनलाइन पोर्टल पर प्रत्येक वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाना थी और जिला कार्यालय में भी जमा किया जाना थी लेकिन यह कार्य नहीं किया गया। शैक्षणिक वस्तु वर्ष 2017-18 से लेकर 2020-21 फीस में की गई बढ़ोतरी की जानकारी नहीं दी गई। अनुचित लाभ कमाने के प्रयोजन से फीस वृद्धि के औचित्य को जानबूझकर फलों जिला समिति एवं अन्य अधिकारियों के समक्ष प्रदर्शित नहीं किया गया। 10% तक फीस वृद्धि की जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई जानकारी को छुपाते हुए अतिरिक्त बढ़ाई हुई फीस की वसूली की गई।
33 करोड़ 78 लाख की अधिक वसूली फीस
जांच में कई बिंदुओं को आधार बनाकर सभी जानकारियां स्कूल प्रबंधन से मांगी गई। इसके बाद परिणाम स्वरूप स्मॉल वंडर सीनियर सेकेंडरी स्कूल जबलपुर से 12 करोड़ 2 लाख रूपये की फीस वसूली अधिक पाई गई। इसी प्रकार सेंट जोसेफ कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल रांझी जबलपुर से 15 करोड़ 91 लाख रुपए की फीस वसूली अधिक पाई गई। इसी प्रकार नचिकेता सीनियर सेकेंडरी स्कूल विजय नगर के द्वारा 5 करोड़ 85 लाख फीस वसूली अधिक पाई गई।
तीनों स्कूलों पर लगा 2-2 लाख का जुर्माना
साथी तीनों स्कूलों के खिलाफ दो दो लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है और आगामी तीन दिवस के अंदर मुक्त जमाने की राशि ऑनलाइन जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।