जबलपुर (जयलोक) ।पिछले साल से शिक्षा माफिया के गठजोड़ पर जबलपुर जिला प्रशासन द्वारा शुरू हुआ आक्रमण इस बार और प्रभावी रूप से अपना असर दिखाएगा। इस बार 20 मार्च से प्रस्तावित पुस्तक मेला 5 अप्रैल तक चलेगा और अनुमानित तौर पर इस दौरान तकरीबन तीन सौ करोड़ रूपये के आसपास का व्यापार होगा। इस पुस्तक मेले का लाभ ना सिर्फ जबलपुर को बल्कि आसपास के जिले के अभिभावकों और उनके बच्चों को भी मिलेगा। उक्त जानकारी कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आज आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान दी।
पत्रकारवार्ता के दौरान एडीएम मिशा सिंह एवं जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी भी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री सक्सेना ने बताया कि यह मेला शहीद स्मारक ग्राउंड में लगाया जाएगा। पुस्तक मेले के अलावा अभिभावकों और बच्चों को आकर्षित करने के लिए अन्य स्टॉल भी लगाए जाएंगे। जिसमें कैरियर काउंसलिंग अन्य एक्टिविटी भी करवाई जाएगी। सरकारी योजनाओं से संंबंधित जानकारियाँ भी दी जाएंगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को दी जाएंगी मुफ्त किताबें
कलेक्टर श्री सक्सेना ने बताया कि मेले में आने वाले बच्चों में से ऐसे बच्चों को चिन्हित करवाया गया है जिनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। ऐसे बच्चों की सूची तैयार करवाने का कार्य स्कूल प्रबंधन के माध्यम से करवाया गया है। एनजीओ, दानदाताओं और मेले में आ रहे बड़े व्यापारियों से यह अपील की गई है कि वे इस सूची में शामिल जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क रूप से कॉपी किताब उपलब्ध करवाने में मदद करें।
82 दुकानें लगेंगी
कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तक मेले के लिए तैयार किए गए मेप में एक सेक्टर में 82 दुकानें लगाने का प्रावधान किया गया है। लोगों का रूझान और व्यापारियों की प्रतिक्रिया को देखते हुए आवश्यकता पडऩे पर लगभग इतनी ही दुकानों को और बढ़ाया जा सकता है।
सीबीएससी के लिए 190 करोड़ रूपये का कारोबार अनुमानित
प्रशासन का आंकलन है कि सीबीएससी के स्कूलों और छात्रों की संख्या को देखते हुए 1 करोड़ 90 लाख रूपये का व्यापार होने की संभावना है। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल के स्कूल और बच्चों की संख्या को देखते हुए 37.5 करोड़ रूपये के व्यापार की संभावना है।
सीधे आएंगे बाहर के प्रकाशक
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि पुस्तक मेले में स्थानीय वेंडरों के साथ साथ बाहर के प्रकाशकों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। उनसे भी लगातार संपर्क किया जा रहा है कि वे जबलपुर के इस पुस्तक मेले में अपनी सहभागिता करें ताकि अभिभावकों और बच्चों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के कारण अधिक से अधिक कम दरों पर लाभ मिल सके।
प्रथम आओ प्रथम पाओ की तर्ज पर होगा आवंटन
प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तक मेले में स्टॉल का आवंटन दुकानदारों को प्रथम आओ प्रथम पाओ की तर्ज पर किया जाएगा।
शाम 4 बजे से 9 बजे तक रहेगा मेला
जिला प्रशासन ने यह तय किया है कि मेले को शाम 4 बजे रात 9 बजे तक संचालित किया जाएगा। ताकि नौकरीपेशा और व्यापारी वर्ग के लोग सभी शाम के समय पर आकर इस मेले का लाभ प्राप्त कर सकें।
अब नहीं बदल सकते किताबें
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि सीबीएससी, एमपी बोर्ड के सभी प्रकार के स्कूलों से समय रहते ही उनके द्वारा लगाई जाने वाले किताबों कॉपियों की सूची पहले ही ली जा चुकी है। अब कोई भी स्कूल प्रबंधन दी गई जानकारी के विपरित कॉपी किताबों में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं कर पाएगा।
बिक्री दरों पर भी होगी निगरानी
मेले में बिकने वाली विभिन्न स्कूलों की पुस्तकों और कॉपियों की बिक्री दरों पर भी प्रशासन अपने स्तर पर निगरानी रखेगा। साथ ही अभिभावकों से भी कहा गया है कि अत्याधिक दरों पर विक्रय करने वाले लोगों के खिलाफ वे भी आगे आकर शिकायत कर सकेंगे।
20 मार्च से 5 अपे्रल तक पुस्तक मेले की अवधि प्रस्तावित
पूरा सेट मिलेगा नहीं चल पाएगा कोई खेल
विगत वर्ष जब पुस्तक मेले की शुरूआत हुई थी तब यह बात देखी गई थी कि बहुत सारे दुकानदारों ने कक्षाओं में लगने वाले पूरे सेट की किताब देने के बजाय आदीअधूरे सेट अभिभावकों को उपलब्ध कराए थे और बाकी बची किताबें दुकानों में आकर लेने को कहा था। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने स्पष्ट कहा है कि जिला प्रशासन इस मेले को लेकर बहुत गंभीर है और घपलतबाजी ऐसी कोई स्थिति नहीं चल पाएगी। सभी को शासन द्वारा बनाए गए शिक्षा नीति के अधिनियम के तहत ही कॉपी किताब एवं यूनिफार्म के विक्रय निर्धारित करने होंगे। मेले में इस बात पर लगातार नजर भी रखी जाएगी।
