जबलपुर जय लोक अपडेट। 25 अप्रैल को शमीम कबाड़ी के गोदाम में जो भीषण विस्फोट हुआ था, वह बम एयर फोर्स के विमान द्वारा दुश्मनों पर गिराए जाने वाले बम थे। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि शमीम के गोदाम में पाए गए बमों की जांच के बाद यह पता चला है कि इनका उपयोग हवाई हमले के लिए सेना द्वारा किया जाता है । यह बम महाराष्ट्र मध्य प्रदेश सीमा से लगे हुए मुलताई जिला में स्थित आमला एयरफोर्स स्टेशन से नीलाम हुए कबाड़ के माध्यम से शमीम कबाड़ी के गोदाम तक पहुंचे थे। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर 350 कि मी दूर से यह बम कैसे जीवित अवस्था में यहां तक पहुँचें। कबाड़ी के पास अगर ये गलती से आ गए थे तो उसने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी । बारूद एकत्रित करने की बात जो सामने आई उसकी भी राष्ट्रीय एजेंसियां जांच कर रही है