मुख्यमंत्री के एक वर्ष के कार्यकाल का पूर्ण होना
सच्चिदानंद शेकटकर, समूह संपादक
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेता की पारखी नजरों का ही यह कमल रहा है कि मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की अपना नेता चुनने के लिए हुई पहली बैठक में चौथी पंक्ति में बैठे मोहन यादव को यह कल्पना भी नहीं रही होगी उनका नाम केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पद के लिए तय कर दिया है। निश्चित ही भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व डॉक्टर मोहन यादव को लेकर बहुत ज्यादा आशान्वित नजर आया,यह उनके चयन से साबित होता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पिछले वर्ष 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद शपथ ग्रहण में आये थे। यह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ही है जो अपना 1 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने पर खुद जाकर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले और अपनी सरकार के 1 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां से उन्हें अवगत भी कराया और आगमी योजनाओं के भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित भी किया है। लोकसभा के चुनाव जब हुए तब मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव की अग्नि परीक्षा केंद्रीय नेतृत्व ने और विशेष कर भाजपा के चुनावी राजनीति के चाणक्य अमित शाह ने तब ली जब मुख्यमंत्री को जिम्मेवारी सौंपी गई कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की इकलौती छिंदवाड़ा सीट को भी हर हाल में जिताना है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छिंदवाड़ा में जी तोड़ मेहनत करके कांग्रेस की इकलौती सीट को जीतने की चुनौती को पूरा करके भी दिखाया। मुख्यमंत्री मोहन यादव 1 वर्ष के भीतर ही भारतीय जनता पार्टी के बड़े स्टार प्रचारकों में शामिल हो गए और उन्हें देश के अन्य प्रदेशों में हुए विधानसभा के चुनाव में चुनाव प्रचार की जिम्मेवारी भी सौंपी गई। चाहे झारखंड हो या फिर दक्षिण के राज्य हों ,महाराष्ट्र हो सब जगह विधानसभा के चुनाव प्रचार में मोहन यादव ने सक्रिय भूमिका निभाई।
प्रदेश के चौमुखी विकास के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव का अपना एक अलग विजन है और इस विजन के अनुरूप ही वे प्रदेश के विकास की नई इबारत लिख रहे हैं। आज प्रदेश का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं बचा है जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने कुछ ना कुछ बड़े काम करके दिखलाये है। चाहे प्रदेश में किसानों के कल्याण का मामला हो या फिर प्रदेश की स्वास्थ्य, शिक्षा औद्योगिक विकास, परिवहन के लिए बेहतर सडक़ों का निर्माण करना हो या फिर रोजगार और युवाओं, महिलाओं के कल्याण का काम हो हर दिशा में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सरकार ने बखूबी काम किए हैं। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ दो नदियों को जोडऩे की महत्वपूर्ण योजना को भी मूर्त रूप दिया है और इस योजना की शुरुआत के लिए मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री को आमंत्रित भी कर चुके हैं। आम लोगों से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए भी डॉ मोहन यादव की सरकार ने विशेष अभियान पूरे प्रदेश में एक साथ छेड़ रखे हैं। राजस्व के प्रकरण सबसे ज्यादा आम लोगों की परेशानी के सबक बने हुए हैं। लेकिन मुख्यमंत्री ने राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए विशेष अभियान भी संचालित कराए हैं। इन अभियानों से राजस्व प्रकरणों की त्रासदी झेल रहे लोगों राहत मिलेगी यह तय माना जा रहा है।
प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए मोहन यादव ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने प्रदेश के सभी क्षेत्र के एक साथ औद्योगिक विकास के लिए संभागीय स्तर पर इन्वेस्टर मीट्स के आयोजनों की एक बड़ी शुरुआत भी कर दी है। प्रदेश के सभी संभागों में लगभग इन्वेस्टर मीट्स के आयोजन हो चुके हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव का यह मानना है कि प्रदेश के हर संभाग की अलग-अलग विशेषताएं हैं। हर संभाग में अलग-अलग तरह की संपदा उपलब्ध हैं यदि कहीं खनिज उपलब्ध हुए तो कहीं अन्य तरह की संपदा के उद्योग संभागों में लगने की संभावनाएं हैं। इसलिए मुख्यमंत्री सबसे ज्यादा प्रदेश के संभागीय स्तर पर औद्योगिक विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश में इन्वेस्टमेंट लाने के लिए देश के प्रमुख शहरों मुंबई, कोलकाता चेन्नई, हैदराबाद आदि बड़े शहरों में वहां के उद्योगपतियों से एक दौर की चर्चा भी कर आए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए विदेशों में भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। जहां पर जाकर वे मध्य प्रदेश के लिए इन्वेस्टमेंट लाने के लिए विदेशी उद्योगपतियों से चर्चा भी शुरू कर चुके हैं। पूर्ववर्ती ज्यादातर मुख्यमंत्रियों की ऐसी कार्यप्रणाली रही है कि वह मध्य भारत के प्रेमी ज्यादा साबित हुए। लेकिन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो की हमारे महाकौशल को भी सबसे ज्यादा महत्व दे रहे हैं। वह लगातार महाकौशल में दस्तक दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सिंग्रामपुर में रानी दुर्गावती के जन्मदिन पर कैबिनेट बैठक आयोजित करके यह साबित कर दिया कि महाकौशल भी उनकी प्राथमिकताओं में है। निश्चित ही मुख्यमंत्री ने जिस तरह की कार्यप्रणाली अपनायी है उससे यह साबित होता है कि वह पूरे प्रदेश की दिशा और दशा को तेजी के साथ बदलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के 1 वर्ष के उपलब्धियों से भरे कार्यकाल के पूर्ण होने पर दैनिक जयलोक की ओर से उन्हें बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।