जबलपुर (जयलोक)।शहर में यातायात नियंत्रण में अहम योगदान देने वाले ट्राफिक सिग्रल बीमार पड़ गए हैं। इन सिग्रलों का समय पर सुधार ना हो पाने से ये करीब 15 दिनों से बंद हैं। यातायात को व्यवस्थित करने के लिए शहर के चौराहों पर ट्राफिक सिग्रल लगाए गए। लेकिन ये ट्राफिक सिग्रल यातायात सुधारने के बजाय जाम लगा रहे हैं। हालंाकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस द्वारा लगाए गए टे्रफिक सिग्रल तो चालू हैं लेकिन नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए ट्राफिक सिग्रल बंद हो गए हैं। जिन्हें बंद हुए दो सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है। ऐसे में ट्राफिक सिग्रल बंद होने से जहां जाम लग रहा है तो वहीं वाहनों की गति भी धीमी हो गई है।
नहीं हो पा रहा रखरखाव
शहर के अधिकांश ट्राफिक सिग्रलों के बंद होने की मुख्य वजह ये सामने आ रही है कि इनका रखरखाव नहीं किया जा रहा है। नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा ठेकेदारों को रखरखाव के लिए जो भुगतान किया जाता है वह नहीं हो पा रहा है जिसके कारण ठेकेदारों ने भी टे्रफिक सिग्रल कार्य के रखरखाव का कार्य बंद कर दिया है।
5 सिग्रल चालू
इस मामले में एएसपी ट्राफिक सोनाली दुबे ने बताया कि पुलिस द्वारा लगाए गए 5 ट्राफिक सिग्रल चालू हैं और ये सही तरह से कार्य कर रहे हैं। लेकिन अन्य ट्राफिक सिग्रल बंद है। जो नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए हैं। इसके बारे में कई बार वाहन चालक और अन्य सामाजिक संस्थाएं शिकायतें कर चुके हंै। यातायात पुलिस ने भी कई बार नगर निगम को सिग्नल सुधारने लिए कहा, कुछ देर के लिए सिग्नल ठीक होने के बाद वापस बिगड़ जाते हैं, जिसे देखते हुए लोगों की समस्याएं बढ़ रही है। जब ई-चालान वाहन चालक के घर भेजा जाता है, तो वह सिग्नल की खराबी होने की बात कहकर चालान जमा करने से इंकार कर देता है। जिससे यातायात पुलिस को भी परेशानी होने लगी है।
यलो लाइट बढ़ा रही दुविधा
शहर के एक दो नहीं बल्कि सभी सिग्नलों में आए दिन परेशानी हो रही है। सिग्नल खराब होने पर यलो लाइट जलती है और फिर वह भी कुछ देर बाद बंद हो जाती है। यलो लाइट जलने पर भी वाहन चालक अपने वाहन को स्टाप लाइन के पहले खड़ा कर देते है, बहुत देर तक जब सिग्नल में ग्रीन लाइट नहीं होती, तो वह अपने वाहन को आगे बढ़ा लेते है।
हादसों की आशंका
चौराहे में लगे सिग्नल से चारों ओर के मार्ग से आने वाले वाहन चालक खड़े हो जाते हैं। सभी ग्रीन लाइट होने का इंतजार करते है। लेकिन जब ग्रीन लाइट नहीं जलती, तो वह सभी वहां से एक साथ निकल जाते हैं। जिससे सभी वाहन चौराहे में एक साथ आ जाते है और हादसा होने की आशंका बनी रहती है। वहीं यह भी होता है कि सिग्नल में यलो लाइट देखकर आगे की पंक्ति में खड़े वाहन चालक अपना वाहन ग्रीन सिग्नल होने का इंतजार करते है। वहीं पीछे खड़े वाहन चालक हार्न बजाकर आगे की पंक्ति में खड़े वाहन चालकों को वाहन बढ़ाने के लिए कहते है।
इनका कहना है
पुलिस द्वारा लगाए गए ट्राफिक सिग्रल चालू हैं वे सही कार्य कर रहे हैं। लेकिन स्मार्ट सिटी और नगर निगम द्वारा लगाए गए ट्राफिक सिग्रल बंद हैं।
सोनाली दुबे, एएसपी ट्राफिक