भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भुवनेश्वर में ‘उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन किया। उन्होंने जनता मैदान में मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी और राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति की मौजूदगी में व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन ओडिशा’ प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जिसमें जीवंत औद्योगिक परिवेश विकसित करने में राज्य की उपलब्धियों को दिखाया गया है। दो दिवसीय इस सम्मेलन में बड़े उद्योगपतियों सहित करीब 7,500 कारोबारी प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। उद्घाटन समारोह में वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल, आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल मौजूद थे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी कार्यक्रम में शामिल हुए। सम्मेलन उद्योग जगत की हस्तियों, निवेशकों और नीति निर्माताओं के लिए एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में ओडिशा द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने सम्मेलन को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, मुझे बताया गया है कि ये ओडिशा में अब तक की सबसे बड़ी बिजनेस समिट है। पहले की मुकाबले 5-6 गुणा ज्यादा निवेशक इस बिजनेस समिट में हिस्सा ले रहे हैं। मैं इसके लिए ओडिशा सरकार और ओडिशा के लोगों को बहुत बधाई देता हूं।
प्रगृति केवल कच्चे माल के निर्यात से संभव नहीं
उन्होने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था के दो बड़े स्तंभ हैं। हमारा इनोवेटिव सर्विस सेक्टर और भारत के क्वालिटी प्रोडक्ट्स… देश की तेज प्रगति केवल कच्चा माल के निर्यात से संभव नहीं है। इसलिए हम पूरे इको सिस्टम को बदल रहे हैं। नए विजन के साथ काम कर रहे हैं। सरकार के प्रयासों के बीच मेरा आपसे कुछ आग्रह भी है। तेजी से बदलती दुनिया में आप ग्लोबल सप्लाई चेन से जुड़ी चुनौतियों को देख रहे हैं। भारत बिखरी हुई सप्लाई चेन और आयात आधारित सप्लाई चेन पर ज्यादा भरोसा नहीं कर सकता। हमें भारत में भी एक सशक्त सप्लाई चेन बनानी है जिस पर वैश्विक उतार चढ़ाव का कम से कम असर पड़े।
शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला परासिया एवं ग्राम पंचायत परासिया में ध्वज फहराया