जबलपुर (जय लोक)। बड़े कलाकारों को शहर बुलाने के नाम पर शहरवासियों से बड़े स्तर पर टिकट विक्रय कर पैसे उगाही की रणनीति आयोजक राहुल मिश्रा और उसके साथियों ने पहले से ही बना रखी थी। जो घटनाक्रम हुआ वो पूर्व निर्धारित था। इसी रणनीति का हिस्सा था कि बड़े कलाकारों को किसी तरह शहर बुलाया जाए और फिर कुछ ऐसी स्थितियाँ उत्पन्न कर दी जाएं ताकि बड़े कलाकार ही स्टेज पर आने से मना कर दें। इस रणनीति को पूरा करने के लिए आयोजक राहुल मिश्रा ने पुलिस रिमांड में पूछ्ताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
जय लोक ने पूरे प्रकरण पर मामले की बारीकी से तहकीकात कर रहीं भेड़ाघाट थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया से विस्तृत चर्चा की। थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया ने बताया कि आयोजकों की मंशा कभी निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यक्रम की थी ही नहीं। आरोपी को पुलिस ने पहले 28 जनवरी तक रिमांड में लिया था। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी सिने क्राफ्ट एंटरटेनमेंट के मालिक राहुल मिश्रा से घाट महोत्सव आयोजन 22 से 26 जनवरी के नाम पर की गई टिकट वितरण से पैसा वसूली और कार्यक्रम से संबंधित किए गए खर्च का पूरा विवरण मांगा है। संस्कारधानी की छवि को धूमिल करने वाली इस घटना ने सभी को दुखी किया है विशेष कर कला जगत से संबंधित लोगों और जबलपुर में ऐसे बड़े कलाकारों के आयोजनों को देखने का सपना देखने वालों को आयोजकों की इस हरकत से काफी ठेस पहुँचीं है।
आरोपी राहुल मिश्रा ने जो प्रारंभिक जानकारियां पुलिस को पूछताछ के दौरान दी हैं उसके अनुसार इनका प्रमुख उद्देश्य बड़े कलाकारों को जबलपुर बुलाने के नाम पर जबलपुरवासियों और आसपास के लोगों से बड़ी संख्या में टिकट बुक करवाने का था ताकि उनके पास पैसे का अच्छा एकत्रीकरण हो जाए। साथ ही आरोपी की मंशा यह भी थी कि कलाकारों को जबलपुर बुलाया जाए लेकिन पूरा भुगतान न कर कुछ ऐसी स्थिति उत्पन्न कर दी जाए ताकि कलाकार ही स्टेज पर प्रस्तुति देने से इनकार कर दें। जिसके कारण पूरा ठीकरा कलाकारों के ऊपर फूटेगा और आयोजक पाक साफ स्थिति में पैसे लेकर निकल जाएंगे। बहुत हद तक यह लोग अपनी रणनीति पर कामयाब भी हो गए थे लेकिन एन वक्त पर बड़े कलाकार पियूष मिश्रा ने सर्वजनिक रूप से वस्तु स्थिति को बता दिया और धोखाधड़ी करने की नियत रखने वाले आरोपियों की पोल पट्टी खुल गई।
ऑफलाइन टिकट बुकिंग पर था ज्यादा ध्यान – पुलिस को इस बात की भी जानकारी पूछताछ के दौरान मिली है कि घाट महोत्सव के नाम पर लोगों से पैसा एकत्रित करने वाले आयोजकों का पूरा ध्यान ऑफलाइन टिकट पर ज्यादा था। इसकी मुख्य वजह यह है कि ऑफलाइन टिकट में निजी बैंक खाते का बारकोड दिया जाता है और इसे पैसा सीधे उनके खातों में जमा होता है और पैसे पर सीधा नियंत्रण भी आयोजकों का ही होता है।
बुक माय शो को भी जाएगा नोटिस – थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया ने बताया कि जल्दी जाँच के इस क्रम में आयोजन की बुकिंग सहभागी बनी बुक माय शो को भी कानूनी नोटिस भेज कर उनसे भी सवाल किए जाएंगे। इस बात की भी जानकारी ली जाएगी कि जो पैसा उनके पास बुकिंग के माध्यम से आया है वह लोगों को कैसे वापस पहुँचेगा और इसकी क्या प्रक्रिया है यह कार्यवाही शुरू कर दी गई है या नहीं की गई है।
कलाकारों को नहीं दिया पूरा भुगतान –
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में इस बात को भी स्वीकार किया है कि उसने बड़े कलाकारों को जबलपुर बुलाने के लिए कुछ निश्चित राशि का भुगतान कर दिया था लेकिन पूरा भुगतान नहीं किया था। बड़े कलाकारों के अपने प्रोटोकॉल और नियम होते हैं वह बिना पूरे भुगतान के और अपनी प्रस्तुति के अनुकूल व्यवस्थाएं ना होने पर कार्यक्रम नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें अपनी भी मार्केट इमेज और प्रस्तुति की गुणवत्ता का ध्यान रखना होता है। पैसे इतने दिए गए कि कलाकार जबलपुर आने का वीडियो सन्देश बनाकर दे दें जिसे दिखाकर और अधिक टिकिट बेचीं जा सके।
कुल मिलाकर 29 लाख 50 हजार की टिकिट बिकी – इस पूरे घाट महोत्सव की बुकिंग दो माध्यम से की जा रही थी पहले तो ऑफलाइन हो रही थी और दूसरी बुक माय के माध्यम से की जा रही थी। पुलिस को जाँच के दौरान यह पता चला है कि बुक माय शो से तकरीबन 26 लाख रुपए की टिकट बुक हुई है। वहीं ऑफलाइन में 3.50 लाख रुपये की टिकिट बुक हुई है। कुछ लोगों ने नगद में टिकिट बेचे जाने कि जानकारी भी दी है जिसकी पुलिस जाँच कर रही है।
15 दिन की न्यायिक रिमांड पर आरोपी राहुल मिश्रा
घाट महोत्सव का आयोजन कर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी राहुल मिश्रा कार्यक्रम खराब होने के तत्काल बाद ही भागने की फिराक में था। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तत्काल इस विषय पर पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय से चर्चा तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कहा। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने तत्काल ही साइबर सेल और संबंधित थाना की टीमों को सक्रिय कर दिया। आरोपी की पहली लोकेशन बरेला की तरफ मिली थी बाद में यह पसरीचा होटल पहुँचा और वहां से भागने की फिराक में था तभी पुलिस ने रोककर इसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की कार को भी जप्त किया है जो थाने में खड़ी है। पुलिस ने आरोपी को पहले पुलिस रिमांड पर लिया था 28 जनवरी को रिमांड पूरी होने के बाद इसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। क्योंकि घोटाला बड़ा है और बारीकी से जाँच पड़ताल की बहुत सारे बिंदु पुलिस को उजागर करने हैं इसलिए पुलिस ने आरोपी को अगले 15 दिन तक न्यायिक रिमांड पर लिया है और आगे की पूछताछ की जा रही है।
और चलता कार्यक्रम तो और लुटती जनता –
आरोपियों की योजना कुछ इस प्रकार थी कि यह पाँच दिवसीय आयोजन जिस प्रकार से आगे चलता ,उस प्रकार से इसकी टिकट और अधिक बुक होती और एक समय के बाद आयोजक ऑफलाइन और नगद टिकट बिक्री पर ही पूरा जोर देने पर अपनी योजना को केंद्रित कर रहे थे। लेकिन पाँच दिवसीय कार्यक्रम का दूसरे दिन ही सत्यानाश हो गया और आगे के सभी कार्यक्रम रद्द हो गए।