प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पुलिस पर अपराधियों को संरक्षण देने का लगाया आरोप
जबलपुर (जयलोक)। पाटन विधानसभा क्षेत्र के टिमरी गांव में पिछले सप्ताह हुए चार लोगों के जघन्य हत्याकांड को लेकर अब राजनीति भी गर्माने लगी है। जिस दिन हत्याकांड घटित हुआ उस समय घटना के तुरंत बाद सांसद आशीष दुबे और विधायक अजय बिश्नोई तत्काल मौके पर पहुँच चुके थे। इसके बाद लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह भी यहां पीडि़त परिवारों से मिलने के लिए पहुँचे। पनागर क्षेत्र के विधायक इंदु तिवारी ने भी यहां पहुंचकर पीडि़त परिवारों को अपनी ओर से एक-एक लाख रुपए की राशि सहायता के रूप में प्रदान भी की।
टिमरी हत्याकांड के पीडि़तों के लिए जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों ने अपनी सक्रियता और सहानुभूति दिखलाई उसके बाद कांग्रेस के नेताओं को घटना के 6 दिन बाद यहां जाने का विचार आया। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, विधायक लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री तरुण भनोट, पूर्व विधायक विनय सक्सेना और संजय यादव तथा ग्रामीण क्षेत्र के प्रभारी विधायक रजनी सिंह एवं लक्ष्मण सिंह ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. नीलेश जैन भी पहुँचे। कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी इन सभी नेताओं के साथ हत्याकांड के पीडि़त परिवारों से मिलने पहुँचे। वहीं उन्होंने पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया और सरकार पर भी जमकर अपना निशाना साधा। जीतू पटवारी ने पीडि़त परिवारों के लिए एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग भी पत्रकार वार्ता में की। वहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस को 20 दिन पूर्व ही मृतकों ने शिकायत की थी। लेकिन पुलिस अधिकारियों को संरक्षण देने में व्यस्त रही इसी का परिणाम सामुहिक हत्याकांड में तब्दील हो गया। पटवारी बाद में पुलिस कंट्रोल रूम भी पहुंचे और वहां पर घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने की लेट लतीफी को लेकर भी जमकर नाराजगी भी प्रदर्शित की। बाद में उन्होंने एसपी संम्पत उपाध्याय के साथ भी चर्चा की।
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