गौरीघाट में 100 से ज्यादा दुकानों को हटाया गया, शाम तक चलती रहेगी कार्यवाही
जबलपुर (जय लोक)। विकास के लिए परिवर्तन बहुत जरुरी है और इसके लिए संस्कारधानी के लोगों को भी प्रशासनिक कार्यवाही में अपना सहयोग देना चाहिए। लेकिन वर्तमान में नर्मदा जयंती के अवसर पर प्रशासन ने ग्वारीघाट धार्मिक स्थल पर सुचारु व्यवस्था बनाने और सुविधाजनक स्थिति निर्मित करने के लिए जो योजना बनाई है उसमें कुछ स्थानीय दुकानदार केवल इस उद्देश्य से सहयोग नहीं कर रहे हैं कि उनका शासकीय भूमि पर कब्ज़ा छूट जायेगा।
इसी का उदाहरण था कि कल समझाइश देने के बाद भी पुलिस ने बड़ी संख्या में सडक़ से लेकर ग्वारीघाट तट तक दुकानों को हटाकर व्यवस्थित रूप से ग्वारीघाट पुराने रेलवे स्टेशन के पास स्थान चिन्हित कर वहां स्थानांतरित किया था। लेकिन रात को कुछ अडिय़ल किस्म के लोगों ने प्रशासनिक व्यवस्था को चुनौती देते हुए पुन: वहीं घाट पर ही अपनी दुकानों को जमा लिया था। सुबह जिला प्रशासन के अधिकारी, अतिक्रमण का दस्ता, पुलिस विभाग जब फिर से व्यवस्थायें बनाने हेतु कार्रवाई करने पहुँचा तो पाया की बहुत से लोगों ने अपनी दुकान वापस यहां जमा ली है इसके बाद प्रशासन ने सख्त रवैया बनाते हुए पहुँच मार्ग से लेकर नर्मदा घाट तक सभी दुकानों को वहाँ से हटाने का कार्य फिर से प्रारंभ किया। यह कार्यवाही देर शाम तक जारी रहेगी। अभी तक तकरीबन 100 से अधिक दुकानों को हटाए जाने का कार्य किया जा चुका है।
लाइट, पानी, टॉयलेट की सुविधा-
अतिक्रमण दल के प्रभारी अधिकारी सागर बोरकर ने बताया कि प्रशासन के निर्देशन अनुसार जिन दुकानदारों को अस्थाई रूप से घाट से हटाकर सडक़ मार्ग से हटकर ग्वारीघाट के पुराने स्टेशन के पास स्थान आवंटित किए गए हैं उनकी सुविधा के लिए लाइट, पानी और मोबाइल टॉयलेट सब की व्यवस्था प्रशासन द्वारा कर दी गई है। निर्देश हैं कि किसी भी स्थान पर दुकानों को लगाने की अनुमति नहीं रहेगी जहां पर यातायात प्रभावित हो या भीड़ एकत्रित होने के कारण व्यवस्था बिगडऩे की संभावना हो।
1100 फुट की चुनरी से होगा श्रृंगार –
नर्मदा उमाशंकर चुनरी भक्त समिति के द्वारा आज सोमवार उमाघाट गौरीघाट से उस पार गुरुद्वारा घाट तक शाम 4 बजे 1100 फुट की चुनरी चढ़ाई जाएगी। सुबह से ही गर्भग्रह से साल में एक बार निकली नर्मदा जी के पादुका दर्शन, दुग्धभिषेक, दीपदान, महाआरती, कन्या पूजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
पार्किंग की व्यवस्था-
आयोजन और सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े वाहनों को छोडक़र कोई भी वाहन घाट तक नहीं पहुंचेगा। बड़े वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था गीताधाम के सामने मैदान में की गई है। दुपहिया वाहन श्री सिद्ध गणेश मंदिर और गौरीघाट बस स्टेण्ड में पार्क किये जाएंगे। यात्री मिनी बसें, ऑटो टैम्पो रामपुर चौक से आगे नहीं जा सकेंगे।
प्रशासन के अचानक हुए इस निर्णय के कारण स्थानीय दुकानदारों और प्रशसन के बीच में मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। यहाँ दुकान लगाने वालों का कहा गया है कि नर्मदा जयंती के आयोजन में आने वाली भीड़ को देखते हुए उन्होंने इस साल भी नर्मदा प्रकटोत्सव के लिये सामग्री का स्टॉक किया था, अब प्रशासन उन्हें बिना कोई सूचना दिये अचानक घाट से एक किलोमीटर दूर ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन पर शिफ्ट कर रहा है, जिससे उनका भारी नुकसान होगा। फिर अचानक यह आदेश आ गए कि नर्मदा के घाट किनारे प्रसाद और अन्य दुकानें नहीं लगेंगी। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखकर घाट से दुकानें हटाई जा रही हैं। जिसको लेकर यहां पूजन सामग्री की दुकानें लगाने वाली महिलाओं में नाराजगी बनी हुई है। जिला प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ कल महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया। हालाकिं अधिकारियों की समझाईश के बाद मामला किसी तरह शांत हो गया। एसडीएम अनुराग सिंह ने बताया कि गौरीघाट पर अस्थाई अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है और दुकानदारों को पुराने रेलवे स्टेशन के पास दुकान लगाने के लिए टोकन दिए जा रहे हैं। हालांकि कई दुकानदारों ने वहां दुकान लगाने से इंकार कर दिया है।
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