कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर 5 एसडीएम
अपनी टीम के साथ मैदान में उतरे
जबलपुर (जयलोक)
शहर के कुछ बदनाम और निजी स्कूलों के साथ-साथ गोरखधंधा करने वाले कॉपी किताब विके्रताओं के यहां गड़बड़ी और प्राप्त हो रही शिकायतों के आधार पर जाँच करने के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर आज एसडीएम अधारताल शिवाली सिंह, एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर, एसडीएम रांझी रघुवीर सिंह मरावी, एसडीएम पाटन मानवेंद्र सिंह अपनी अपनी टीमों के साथ यह छापा मार कार्यवाही करने संबंधित दुकानों में पहुँचे।
इस छापामार कार्यवाही का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो किताबें बिना आईएसबीएन नंबर के विक्रय हो रही हैं वह नियम विरूद्ध हैं और ऐसी पुस्तकों को गैरकानूनी माना जाता है। प्रशासन को यह जानकारी प्राप्त हुई थी कि यह बुक विके्रता बड़ी संख्या में प्रकाशकों के साथ मिली भगत कर बड़ी मात्रा में प्रकाशित ऐसी अवैध पुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल करवाकर विक्रय कर रहे हैं। यही इस शिक्षा माफिया सिंडिकेट का मुख्य खेल भी है। कलेक्टर दीपक सक्सेना को मिल रही लगातार शिकायतों के बाद आज इस गंभीर विषय पर शहर के एसडीएम एक साथ छापामारी करने मैदान में उतरे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोरखपुर स्थित संगम बुक डिपो पर एसडीएम गोरखपुर के नेतृत्व में जाँच और कार्यवाही की जा रही है। इस कार्यवाही में शहर के चार और एसडीएम को कलेक्टर के निर्देश पर बुक विके्रताओं के यहां जाँच करने की जिम्मेदारी दी गई है। समाचार लिखे जाने तक सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इन बुक डिपो और गोदाम की जाँच कर रहे थे।
एसडीएम अधारताल शिवाली सिंह के नेतृत्व में उखरी तिराहा में स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्यवाही की जा रही है। यह बहु मंजिला इमारत में हजारों की संख्या में अलग-अलग प्रकाशकों की पुस्तक रखी हुई हैं जिनमें से कई पुस्तकों में अनिवार्य रूप से होने वाला आईएसबीएन नंबर उपलब्ध नहीं है बिना इस नंबर के किसी भी प्रकार की पुस्तक के विक्रय को वैध नहीं माना जाता है।
ऐसी पुस्तकों को चिन्हित कर सूची बनाकर पंचनामा तैयार किया जा रहा है जिसके बाद इन पुस्तकों को जप्त कर यह देखा जाएगा की ऐसी पुस्तकों के मामले में क्या कर चोरी का खेल भी खेला गया है? किस षड्यंत्रकारी तरीके से अवैध पुस्तकों को निजी स्कूलों और प्रकाशकों के साथ मिली भगत कर बेचे जाने का कार्य किया जा रहा है।
इन दुकानों पर पड़े छापे
कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर एसडीएम अधारताल शिवाली सिंह अपनी टीम के साथ न्यू राधिका बुक पैलेस उखरी तिराहा पर जाँच करने पहुँची। एसडीम रांझी रघुवीर सिंह मरावी के नेतृत्व में उनके दल ने नौदराब्रिज के पास स्थित चिल्ड्रन बुक डिपो में जाँच कर कार्यवाही की। एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर के नेतृत्व में न्यू राधिका बुक पैलेस गोल बाजार में कार्यवाही की गई। एसडीएम पाटन मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में रामपुर स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस की एक और शाखा पर जाँच और कार्यवाही की गई।
खुद की ब्रांडिंग कर स्टेशनरी सामग्री मनमाने दम पर बेचने का खेल
शिक्षा माफिया में शामिल कुछ बुक डिपो के संचालकों द्वारा यह खेल भी खेला जा रहा है कि वह कॉपी किताब पर चढऩे वाले कवर और नेम स्टीकर के अलावा कुछ पुस्तकों का प्रकाशन भी अपनी ब्रांडिंग के साथ कर इन सामग्रियों को बाजार मूल्य से कहीं अधिक खुद के द्वारा तय किए गए मनमाने दामों पर बेच रहे हैं। अभिभावकों को कॉपी किताब के सेट के साथ यह स्टेशनरी का सामान लेने के लिए भी विवश किया जाता है। इससे संबंधित शिकायतें भी कलेक्टर दीपक सक्सेना के पास पहुँची है।
आईएसबीएन नंबर के बिना नहीं बेच सकते पुस्तकें
किसी भी प्रकाशक को खुद के द्वारा निर्मित की गई पुस्तक को बड़े स्तर पर विक्रय करने के पूर्व आईएसबीएन नंबर लेना अनिवार्य होता है। इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बुक नंबर प्राप्त किए बिना किसी भी बुक को वैध नहीं माना जा सकता। इसके माध्यम से जीएसटी और अन्य करों की चोरी भी किए जाने की आशंका नजर आ रही है।
जब्त होंगी फर्जी पुस्तकें
पिछले कई दिनों से अभिभावकों की शिकायतों पर निजी स्कूलों और कॉपी किताब विक्रेताओं की जाँच की जा रही है। जाँच के दौरान प्रशासन को इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि बड़ी तादात में नकली और फर्जी किताबें कुछ एक गिनेचुने कॉपी किताब विक्रेताओं के यहाँ बड़ी संख्या में हैं। जिन्हें किसी और प्रकाशक के नाम से छापा गया है और फर्जी आईएसबीएन नम्बर डालकर उनका विक्रय किया जा रहा है। साक्ष्य मिलने के बाद आज विस्तृत जाँच के लिए पाँच एसडीएम को मैदान में उतारा गया। जहाँ बरामद हुई पुस्तकों को आईएसबीएन के कोड से मिलान किया जाएगा और फर्जी पाए जाने पर उन्हें तत्काल जप्त किया जाएगा।
दीपक सक्सेना,कलेक्टर