जबलपुर (जयलोक)
अधारताल क्षेत्र में अपहरण का एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें पहले तो किसी को विश्वास नहीं हुआ लेकिन जब बच्चे ने इस बात पर जोर दिया कि उसका अपहरण किया गया था जिसके बाद परिवार वालों ने अधारताल थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल यह पूरा घटनाक्रम एक 8 साल के बच्चे के साथ हुआ। तीसरी क्लास में पढऩे वाले इस बच्चे के मुख से यह बात सुनकर पुलिस भी आश्चर्य में पड़ गई। पुलिस बच्चे की बात पर संदेह कर रही है। पुलिस का मानना है कि इतनी आसानी से बच्चे का अपहरण किया गया फिर बच्चा अपहरणकर्ताओं के चुंगल से भाग निकला और बच्चे ने वाहन का नम्बर भी देख लिया। यह इतना आसान नहीं है। घटना कल शाम की बताई जा रही है।
यह था घटनाक्रम – नाबालिग तुषार की उम्र 8 वर्ष जो प्रतिदिन कराटे क्लास जाता था, तुषार ने अधारताल पुलिस को करोट क्लास से वापस लौटते समय मेरे पास मोटर साइकिल में सवार होकर दो लडक़े आए और हाथ पकडक़र मुझे जबर्दस्ती मोटर साइकिल में बैठाकर ले जाने लगे। मोटर साइकिल में पीछे बैठे एक लडक़े ने मुँह इतना जोर से पकड़ा था कि मुझसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। तुषार का कहना है कि इसी बीच उसने अपनी पानी की बोतल अपहरणकर्ताओं के सिर में मारी और मोटर साइकिल से कूदकर अपनी जान बचाई।
घर पहुँचकर पहले माँ को बताई घटना – प्रतिदिन कराटे क्लास से लौटने में तुषार को 5 मिनिट का समय लगता है लेकिन कल शाम उसे आधे घंटे का समय लग गया। जब माँ ने देर से घर आने का कारण पूछा तो बच्चे ने पूरी घटना अपनी माँ को बताई। जिसे सुनकर तो पहले बच्चे की माँ ने भी यकीन नहीं किया लेकिन जब बच्चा अपनी बात पर अड़ा रहा तो माँ को चिंता हुई और उसने अधारताल थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
मोटर साइकिल नहीं कार का निकला नम्बर – जिस मोटर साइकिल का नम्बर तुषार ने पुलिस को बताया उसकी जाँच करने पर यह नम्बर एक कार का निकला। आरटीओ रजिस्टे्रशन की वेबसाइड में यह नंबर एमपी 20 सीएच 3204 एक सफेद रंग की स्कार्पियो का है। पुलिस ने जाँच में यह भी पाया कि जिस स्कार्पियो को नंबर बच्चे ने बताया है वह स्कार्पियो कभी उसे क्षेत्र में गई ही नहीं जहां बच्चा रहता है।
सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर रही पुलिस – बच्चे की बातों में कितनी सच्चाई है इस बात की जानकारी के लिए पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर रही है। इसके अलावा पुलिस बच्चे की बातों को लेकर भी शंका जाहिर कर रही है। सिर्फ 8 साल का बच्चा बिना चिल्लाए मोटर साइकिल पर बैठा और अपहरणकर्ताओं की पकड़ से आसानी से छूट भी गया। इस पूरे घटनाक्रम में बच्चे ने मोटर साइकिल का नम्बर भी देख लिया। यह सब पुलिस के लिए भी हैरान कर रहा है।