18 प्रत्याशियों के नाम पर अब कल लगेगी मुहर
भोपाल(जयलोक)
मप्र में पहले चरण में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीटों के लिए आज से नामांकन का दौर शुरू हो गया है। लेकिन कांग्रेस अभी तक 18 प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाई है। भाजपा ने सभी 29 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। जबकि कांग्रेस ने अभी तक केवल 10 सीटों पर ही प्रत्याशी घोषित किए हैं। शेष सीटों के लिए आयोजित होने वाली बैठकें कई बार टल गई हैं। अब 21 मार्च को बैठक बुलाई गई है। संभावना जताई जा रही है कल प्रदेश की शेष 18 लोकसभा सीटों के प्रत्याशी फाइनल हो जाएंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की मंगलवार को हुई बैठक में मप्र की 18 सीटों के प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगने की संभावना जताई जा रही थी। हालांकि, कुछ राज्यों के प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा के बाद बैठक टल गई। अब मप्र के प्रत्याशियों के नामों को लेकर 21 मार्च को बैठक होगी। अभी तक कांग्रेस सिर्फ 10 प्रत्याशियों के नाम का ही ऐलान कर सकी है। प्रदेश में प्रथम चरण में छह सीटों पर मतदान होना है। इसमें सीधी, मंडला, छिंदवाड़ा, शहडोल, जबलपुर, बालाघाट की सीटें शामिल हैं। इसमें से तीन सीट शहडोल, जबलपुर और बालाघाट पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान अभी नहीं हुआ है। वहीं, भाजपा ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर प्रचार भी शुरू कर दिया है।
पहले चरण की सीटों के नामांकन की अधिसूचना जारी
प्रदेश के छह लोकसभा सीट पर आज जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी ने चुनाव नामांकन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ आज से नामांकन दाखिल करने का काम शुरू हो गया है। इनमें से चार सामान्य और दो आदिवासी सीटें हैं। सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में होने वाले नामांकन के लिए भाजपा ने अपने कैंडिडेट घोषित कर दिए हैं ,जबकि कांग्रेस की तीसरी सूची में इन लोकसभा सीटों के लिए बचे नामों का ऐलान हो सकता है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार इन सभी लोकसभा सीटों पर नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख 27 मार्च होगी और 28 मार्च को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी का काम किया जाएगा। तीस मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद 19 को एमपी की इन छह सीटों पर पहले चरण का मतदान होना है। पहले चरण में होने वाले इन सीटों के चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने कलेक्टरों से कहा है कि सभी राजनीतिक दलों के साथ आचार संहिता की गाइडलाइन का पालन कराने को लेकर बैठक करने के साथ उनकी राजनीतिक एक्टिविटीज की निगरानी भी कराएंगे।
कांग्रेस, भाजपा से पिछड़ी
मप्र में कांग्रेस टिकट वितरण के साथ ही प्रचार-प्रसार में भी भाजपा से पिछड़ गई है। भाजपा प्रत्याशियों ने अपने अपने क्षेत्र में चुनाव कार्यालय शुरू करने करने के साथ ही प्रचार भी शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ छिंदवाड़ा को छोड़ कांग्रेस के नेता मैदान से गायब दिख रहे हैं। प्रदेश के नेता पार्टी में मची भगदड़ को रोकने के लिए बैठक में ही व्यस्त है। वहीं, भाजपा में प्रत्याशियों के लिए वरिष्ठ नेता जनसभा और रोड शो करने मैदान में उतर चुके हैं। मप्र की 29 में से शेष बचीं 18 सीटों पर भी कांग्रेस नए और युवा चेहरे उतार सकती है। माना जा रहा है कि जिस तरह कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में 10 में से नौ चेहरे युवा उतारे हैं। दूसरी सूची में भी युवा चेहरों को मौका दिया जा सकता है। पार्टी कुछ वर्तमान विधायकों और पूर्व विधायकों को भी चुनाव लड़ा सकती है। उल्लेखनीय है कि पहली सूची में भी कांग्रेस ने तीन वर्तमान विधायकों और नकुलनाथ के रूप में एक वर्तमान सांसद को, चार नए चेहरे एवं दो पूर्व विधायकों को भी टिकट दिए हैं। पहली सूची में एक भी महिला प्रत्याशी नहीं है, हालांकि दूसरी सूची में एक-दो महिलाओं को शामिल किया जा सकता है। भाजपा दो बार में मप्र की सभी 29 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।