कलेक्टर दुकानदारों से जानेंगे उनका पक्ष फिर होगा निर्णय
प्रकाशकों से भी प्रशासन जानेगा सच्चाई
जबलपुर (जय लोक)
अभिभावकों को लूटने और मनमाने दाम पर कॉपी किताब स्टेशनरी की सामग्री बेचने की बात अब किसी और ही स्तर पर पहुंच चुकी है। मामला अब शिक्षा माफिया द्वारा की जा रही बड़े स्तर पर गफलत बाजी से जुड़ गया है। जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कल कहा था कि उन्हें इस बात के पुख्ता सबूत मिले थे कि कुछ बड़े कॉपी किताब के विक्रेता बिना आईएसबीएन नंबर या फिर इनके उपयोग के माध्यम से निजी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल पुस्तकों को बेचने का कार्य कर रहे हैं। मनमाने दामों पर इन किताबों को बेचा जा रहा है और अभिभावकों को निजी स्कूलों की मिली भगत से इन किताबों को खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर कल सभी एसडीएम ने संगम बुक डिपो, चिल्ड्रन बुक हाउस, राधिका बुक पैलेस, और न्यू राधिका बुक पैलेस में छापामार शैली में पहुँच कर जाँच पड़ताल की। जाँच के बाद हजारों की संख्या में बिना आईएसबीएन नंबर की पुस्तकों को जप्त कर सभी एसडीएम ने जाँच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को सौपें है। अब जिन पुस्तकों में फर्जी आईएसबीएन नंबर मिले हैं या जिनका ऑनलाइन मिलान नहीं हो रहा है ऐसे प्रकाशकों की सच्चाई जानने के लिए प्रशासन ने जाँच का दायरा बढ़ते हुए दिल्ली, मेरठ, आगरा, मथुरा गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के प्रकाशकों तक अपनी जाँच के दायरे को लेकर जाँच का काम किया जायेगा।
दूसरी ओर अब शिक्षा माफिया में शामिल कॉपी किताब के विक्रेताओं में इस कार्यवाही से हडक़ंप मच गया है। हजारों की संख्या में कल संगम बुक डिपो, चिल्ड्रन बुक हाउस, राधिका बुक पैलेस की तीनों विजयनगर, गोल बाजार, रामपुर प्रतिष्ठान से आईएसबीएन नंबर की अवैध किताबें जप्त की गई हैं। इन किताबों में या तो आईएसबीएन नंबर नहीं डला हुआ था। या फिर जो नंबर डाला था उनका मिलान नहीं हो रहा था।
इस बात की भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि फर्जी तरीके से किसी और प्रकाशक का आईएसबीएन नंबर इस्तेमाल कर शिक्षा माफिया बड़े स्तर पर अभिभावकों को, शासन को चूना लगाकर मुनाफा कोरी का खेल-खेल रहा है।
अंतिम समय में देते हैं बुक लिस्ट
जाँच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि कुछ निजी स्कूल,प्रकाशकों और कॉपी किताब के दुकानदारों से मिली भगत कर हर शैक्षणिक सत्र के अंतिम चरण में अगले साल लगने वाले सेट की लिस्ट पकड़ाते हैं ताकि जिन प्रकाशकों की किताबें लगाने की योजना बनी है वो किताबें सिर्फ पहले से तय किताबों के दुकानदारों के यहाँ ही उपलब्ध हो पाए और अन्य किसी दुकान में ना मिल पाने के कारण इनकी जमकर कालीबाजारी की जा सके एवं मनमाने रेट में बेचीं जा सकें।
कक्षा एक, पाठ्यक्रम एक लेकिन दाम में 100 रुपयों का अंतर
कल एसडीएम पंकज श्रीवास्तव के समक्ष जाँच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ की जबलपुर में प्रकाशकों और दुकानदारों,निजी स्कूल के संचालकों ने ऐसा माफिया बना लिया जो अभिभावकों को लूटने के लिए मनमर्जी पर उतारू है और निरकुंश भी हो रहा है। संगम बुक डिपो में जाँच के दौरान संचालक की ओर से कुछ किताबें दिखाते हुए एसडीएम को बताया गया कि यह एक ही कक्षा की किताबें शहर में 100 रूपये तक के अंतर में अलग-अलग दामों पर बेचीं जा रही हंै। जबकि दोनों ही पुस्तक का पाठ्यक्रम एक ही है बस प्रकाशक के नाम पर यह लूट का खेल चल रहा है।
सुनवाई के बाद होगी कार्यवाही
कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि बुक डिपो में जो अनियमिताएं मिली है उसके अनुसार दुकानदारों को प्रकाशकों को भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया जायेगा। बिना आइएसबीएम नंबर की किताबें, एक ही कक्षा की अलग-अलग दरों पर बिक रही किताबें सभी के सम्बन्ध में दुकानदार भी अपना पक्ष रख सकेंगे उसके बाद की आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।
पुस्तक मेला का निरीक्षण करने पहुँचे कलेक्टर
जबलपुर (जयलोक)। निजी स्कूलों और पब्लिशर्स तथा कतिपय बुक सेलर्स की मनमानी से अभिभावकों को राहत दिलाने तथा प्रतिस्पर्धी एवं न्यूनतम दर पर कॉपी-किताबे, यूनिफार्म और अन्य शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने जिला प्रशासन द्वारा आज बुधवार से पाँच दिनों तक गोल बाजार स्थित शहीद स्मारक परिसर में पुस्तक मेला लगाया जा रहा है। जिसकी तैयारियों का निरीक्षण करने कलेक्टर दीपक सक्सेना पहुँचे। प्रतिदिन शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित किये जाने वाले पुस्तक मेले को मतदाता जागरूकता की गतिविधि से भी जोड़ा जा रहा है। पुस्तक एवं मतदाता जागरूकता मेला के नाम से आयोजित किये जा रहे इस मेले में 35 से अधिक स्टॉल लगाये जा रहे हैं। बुक सेलर्स एवं गणवेश विके्रताओं के सहयोग से नो-प्रॉफिट नो-लॉस के आधार पर लगाये जा रहे इस मेले में कॉपी, किताब, यूनिफार्म, जूते, टाई और अन्य सभी शैक्षणिक सामग्रियों के अलग-अलग स्टॉल लगाये जायेंगे। मेले में बच्चों और अभिभावकों को बेहतर माहौल उपलब्ध कराने प्रतिदिन सांस्कृतिक गतिविधियां भी होंगी।