जबलपुर (जयलोक)
पहली बार जबलपुर में ऑफ रोडिंग प्रतियोगिता का आज आयोजन हुआ। व्हीकल फैक्ट्री के मुख्य महाप्रबंधक संजीव कुमार भोला ने हरी झंडी दिखाकर इस आयोजन की शुरुआत की इस आयोजन में उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कई मोटर स्पोर्ट के शौकीन लोगों ने भाग लिया इस आयोजन में आज सुबह 1 मिनट 14 सेकंड में अहमद खान ने पूरे ट्रैक को पार करके सबको अचंभित कर दिया। ऑफ राइडिंग के शौकीन खिलाडिय़ों के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री ने किया।
इस ऑफ रोडिंग ट्रैक पर 10 प्रकार की बाधाएं रखी गईं थीं। इस प्रतियोगिता में 25 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कीचड़ पानी से भरी हुई गड्ढे वाली सडक़ पर यह वाहन अपनी क्षमता के अनुसार दौड़े। इसके लिए जबलपुर के व्हीकल स्टेट दो एकड़ का ट्रैक बनाया गया । जिसमें ऑफ रोडिंग के शौकीन ड्राइवरों ने अपनी गाडिय़ों को दौड़ाया और यहां पर गाडिय़ों की क्षमता की जांच की गई। इसके साथ ही जीतने वाले को एक आकर्षक पुरस्कार भी दिया गया। जिगजेग पैटर्न पर बनी सडक़ पर दौड़ें वाहन को लेकर व्हीकल फैक्ट्री के अधिकारियों का कहना है कि वे खुद भी ऐसे वाहन बनाते हैं जिनका इस्तेमाल ऑफ रोडिंग के लिए किया जाता है। इस ट्रैक के जरिए उन्हें अपनी गाडिय़ों को टेस्ट करने में भी मदद मिलेगी। इस कंपटीशन के लिए पूरे दो एकड़ में जिगजेग पैटर्न पर सडक़ बनाई गई । इस सडक़ में ऑफ रोडिंग की चुनौतियों को बताने की कोशिश की गई । व्हीकल फैक्ट्री ने इस ऑफ रोडिंग इवेंट का जिम्मा लेफ्टिनेंट कर्नल पुष्पेंद्र सिंह को सौंपा था। पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि इसके पहले भी व्हीकल फैक्ट्री ने इस तरह का एक इवेंट कराया था, लेकिन इस बार का इवेंट एक्सट्रीम एडवेंचर मोटर स्पोर्ट के नाम पर कराया गया है। इसके पीछे व्हीकल फैक्ट्री का उद्देश्य ऑफ रोडिंग से जुड़े हुए स्पोर्ट को बढ़ावा देना है।
एडवेंचर स्पोर्ट को बढ़ावा देना है। वहीं, दूसरी तरफ व्हीकल फैक्ट्री खुद सेना और सुरक्षा एजेंसियों के लिए वाहनों का निर्माण करती है और इनमें लगभग सभी वाहन ऑफ रोडिंग के काम में ही आते हैं, क्योंकि इन्हें जिन इलाकों में चलाया जाता है वहां अक्सर सडक़े नहीं होती। इसलिए इन वाहनों को चेक करने के लिए भी ऑफ रोडिंग का ट्रैक होना जरूरी है। इस पर ही इन्हें टेस्ट किया जाता है।
