अवैध शराब वीडियो का वीडियो वायरल, रोज बोलेरो और अन्य गाडिय़ों से हो रही सप्लाई
जबलपुर (जयलोक)
माँ नर्मदा के पवित्र क्षेत्र से 5 किमी दूर तक प्रदेश शासन ने शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा के रखा है। लेकिन यह प्रतिबंध ठेकेदारों के लिए दुगने मुनाफे का कारण बन गया है। इसके साथ ही अब शराब की बिक्री को रोकने वाले संबंधित पुलिस थाने में पदस्थ जिम्मेदार पुलिसकर्मी भी शराब ठेकेदार के इशारे पर काम कर रहे हैं। हजारों करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र मां नर्मदा के 5 किमी की दूरी में शराब की बिक्री को इसीलिए प्रतिबंधित किया गया था ताकि इसके धार्मिक महत्व पर विपरीत प्रभाव ना पड़े। लेकिन शराब की कालाबाजारी करने वालों ने इसे मुनाफे का जरिया बना लिया। कुछ दिनों पहले ही मध्य भारत मोर्चा के युवा कार्यकर्ताओं ने खुलेआम बिक रही शराब का वीडियो बनाकर प्रशासन के सामने सच को उजागर किया था। लेकिन इसके बावजूद भी यह क्रम लगातार जारी है। स्थानीय पुलिस सिर्फ दिखावे की कार्यवाही के लिए 30-35 देसी शराब के पाव पकड़कर कार्यवाही से इतिश्री कर लेती है। सूत्रों का कहना है कि रोज यहां पर शराब ठेकेदार के द्वारा बोलोरो तथा अन्य गाडिय़ों से बड़ी संख्या में शराब अवैध रूप से बेचने के लिए भेजी जाती है।
गंभीर अपराध न बने इसलिए मामूली कार्यवाही – सूत्रों का कहना है कि शराब ठेकेदारों और पुलिस के बीच में सेटिंगबाजी इतनी तगड़ी चल रही है कि जानबूझकर कम मात्रा में शराब की जप्ती दिखाई जाती है ताकि इस अवैध कारोबार में शामिल लोगों के लिए गंभीर अपराध के तहत मामला दर्ज न हो और वह मामूली जुर्माने पर तत्काल छूट जाए।
मध्य भारत मोर्चा के अध्यक्ष सौरभ यादव ने बताया कि प्रशासन के सामने प्रतिबंधित क्षेत्र गौरी घाट में अवैध शराब बिक्री का वीडियो बनाकर मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सच उजागर किया था, लेकिन इसके बावजूद भी शराब माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही नहीं हो रही है। कल इसी क्रम में आबकारी कार्यालय का घेराव कर शराब माफिया का साथ देने वाले लोगों को सांकेतिक रूप से पाव की माला भेंट की जाएगी। ताकि उन्हें अपनी जिम्मेदारियां के प्रति बढ़ती जा रही लापरवाही और बेशर्मी का एहसास हो सके।
3 सौ मीटर में भी बिक रही शराब – गौरीघाट में नर्मदा तट से तीन सौ मीटर के अंदर अवैध शराब की बिक्री हो रही है। मध्य भारत मोर्चा ने जो वीडियो पुलिस को सौंपा है उसमें साफ़ दिखाई दे रहा है कि अवैध शराब का कारोबार करने वाले लोगों को पुलिस नाम की किस भी चीज़ का कोई डर नहीं है। जिससे इस बात के भी साफ़ संकेत मिल रहे हंै कि यह पूरा अवैध कारोबार पुलिस के संरक्षण में हो रहा है।
मंदिरों के पास बिक रही शराब – मोर्चा के सौरभ यादव और आशीष ठाकुर ने बताया कि रामलला मंदिर के बाजू में पुरानी बस्ती, आयुर्वेदिक कॉलेज के बाजू में, पुरानी स्टेशन के सामने, भटौली जैसी जगहों पर धड़ल्ले से दारू का व्यापार फल फूल रहा है जिसके कारण आए दिन नई नई वारदातें ग्वारीघाट में घटित हो रही हैं।
घाट पर हो चुकी है शराब खोरी में हत्या – अभी कुछ दिनों पहले ही गौरीघाट में शराबखोरी के कारण एक युवक को अपनी जान गवानी पड़ी थी। उससे कुछ दिन पहले ही दरोगाघाट पर शराब खोरी के कारण यहाँ भीख मांगने वाले एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला हुआ था। जिसमें उसका हाथ लगभग कटकर लटक गया था। मारपीट और शराबखोरी के लड़ाई झगडे आये दिन यहाँ नजर आ जाते है। गांजा की बिक्री भी यहाँ कर खुलेआम होने की लगातार शिकायत मिलती रहती है। फिर भी इन सब बातों कि जड़ में अवैध शराब बिक्री को केवल कमाई का जरिया ही मान जा रहा है।
मध्य भारत मोर्चा के सौरभ यादव, आशीष ठाकुर ने कहा की ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त के बाहर हैं आए दिन वारदातें हो रही हैं यहां पर अनैतिक गतिविधियों की बाढ़ आई हुई है। अवैध शराब बिक्री के विरोध में कल मध्य भारत मोर्चा के सदस्य आबकारी कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे और सो रहे विभाग को जगाने की कोशिश की जाएगी।