जबलपुर (जय लोक)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस कारागार में आज सुबह दो कैदियों के बीच जमकर विवाद हुआ। दोनों कैदियों के बीच किसी बात को लेकर मारपीट शुरू हो गई। जो कि खूनी संषर्ष में बदल गई, जिसमें बदमाश छोटू चौबे एक कैदी को कान में चोटें पहुँची हैं। इस विवाद के बाद जेल प्रबंधन हरकत में आया और दोनों कैदियों को अलग करवाया। इसके पूर्व भी जेल में इस तरह के विवाद हो चुके हैं, लेकिन जेल की चार दिवारी के अंदर बन रहीं बदमाशों की गैंग से जेल अधिकारी भी इंकार नहीं कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि जेल के भीतर विवाद बदमाश छोटू चौबे और संजय सारंग के बीच हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया कि संजय सारंग ने छोटू चौबे पर किसी धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में छोटू चौबे के कान में चोट पहुँची है। जिसका उपचार जेल अस्पताल में कराया गया। इसके बाद छोटू चौबे को पेशी के लिए कोर्ट में भेज दिया गया। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर जयलोक को बताया कि संजय सारंग का आरोप है कि छोटू चौबे ने एक पुराने मामले में उसे फंसाया था जिसको लेकर विवाद हुआ था। जबकि छोटू चौबे का कहना है कि वह संजय सारंग को जानता ही नहीं हैं। दोनों के बीच हुए विवाद के बाद अब जेल प्रबंधन अपने स्तर पर इस मामले में कार्रवाही करेगा।
जेल के अंदर कैसे पहुँचा हथियार
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जेल के अंदर धारदार हथियार कैसे पहुँचा। हालांकि जेल के अंदर चोरी छुपे नशे की सामग्री पहुँचने की बात तो आम है लेकिन धारदार हथियार का जेल के अंदर पहुँचना सुरक्षा में बड़ी चूक है। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर का कहना है कि जिस हथियार से छोटू पर हमला किया गया वह ब्लैड है। कोई बड़ा हथियार जेल के अंदर नहीं पहुँचा है।
पुराना शातिर अपराधी है छोटू चौबे
मारपीट में जो कैदी घायल हुआ है उसका नाम छोटू चौबे है। जो शहर का पुराना बदमाश है। पिछले 12 सालों में उस पर दो दर्जन से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज है। उसके विरुद्ध हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, बलवा, अवैध वसूली, आम्र्स एक्ट, घर में घुसकर मारपीट, तोडफ़ोड़ के 29 अपराध पंजीबद्ध हैं। छोटू को सात मार्च को टीकमगढ़ से गिरफ्तार किया गया था तब से वह जेल में है। छोटू पर अपने ही साथी की हत्या का आरोप है। वहीं उसके अन्य साथी भी जेल में हैं।
संजय सारंग भी है पुराना बदमाश
जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने बताया कि संजय सारंग भी पुराना बदमाश है उसके खिलाफ मारपीट, अवैध वसूली जैसे कई मामले पंजीबद्ध है। जो 2018 से कई बार जेल आ चुका है।
इनका कहना है
जेल के अंदर संजय सारंग और छोटू चौबे के बीच एक पुराने अपराधिक मामले में फंसाने को लेकर विवाद हुआ था। छोटू चौबे को कान में मामूली चोटे पहुँची है। दोनों को अलग कराकर विवाद शांत कराया गया अब इस मामले में जेल स्तर पर ही जाँच कर कार्रवाही की जाएगी।
अखिलेश तोमर
जेल अधीक्षक
