सुबह इंडिगो 7308 की हैदराबाद गई फ्लाइट फुल, दिल्ली से आई और गई फ्लाईट नं. 2097 फुल, शाम 7:30 बजे इंदौर जा रही फ्लाइट नं. 7315 भी फुल
सर्वमान्य है जबलपुर के विकास के लिए हर दिशा की फ्लाइट की माँग लेकिन सही दिशा और धैर्य के साथ प्रयासों की आवश्यकता
जबलपुर (जयलोक)। संस्कारधानी जबलपुर इन दिनों हवाई सेवा के मामले में प्रदेश के अन्य महानगरों से काफी पीछे चल रहा है। इस पीड़ा को दूर करने के लिए प्रयास प्रारंभ हो चुके हैं। यह बात भी सर्व विदित है कि केवल आंदोलन के भरोसे निजी विमान कंपनियों पर दबाव बनाकर नियमित उड़ान प्रारंभ नहीं कराई जा सकती है। इसके लिए शहर के जनप्रतिनिधियों का सरकार और निजी विमान कंपनियों के बीच में तालमेल बनाकर प्रयास ही कारगर साबित हो सकता है। इस दिशा में पूर्व सांसद एवं वर्तमान कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने हाल ही में अपने दिल्ली आवास पर इंडिगो और स्पाइसजेट कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट को अपने निवास पर आमंत्रित कर जबलपुर से उड़ान प्रारंभ करने के संबंध में चर्चा की जो सार्थक रही। राकेश सिंह ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री श्री सिंधिया से भी इस विषय पर चर्चा की, जिसका परिणाम यह रहा की मंत्री सिंधिया ने 1 जुलाई से जबलपुर मुंबई की नियमित फ्लाइट प्रारंभ होने की घोषणा कर दी और इसकी बुकिंग भी साइड पर प्रारंभ हो गई है।
जबलपुर के हक में आवाज उठाते हुए आंदोलन प्रारंभ किया गया, तो शुरुआती दौर में वायु सेवा संघर्ष समिति में सभी लोग जुड़े और जबलपुर के हक के लिए आवाज उठाई गई। केंद्रीय उड्डयन मंत्री तथा मंत्री राकेश सिंह ने जबलपुर से मुंबई नियमित फ्लाइट की घोषणा कर दी।
कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह से स्पाइसजेट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ने जल्द ही चार शहरों के बारे में हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद और पुणे की नियमित उड़ानों के लिए सकारात्मक दृष्टि से निर्णय लेने का आश्वासन दिया, साथ ही यह भी बताया कि उनके ग्राउंड पर रखे हुए विमान जैसे ही पुन: प्रारंभ हो जाते हैं वैसे ही अन्य शहरों में भी जबलपुर से नियमित फ्लाइट प्रारंभ की जाएगी।
आज विमान की माँग के लिए प्रदर्शन कर रही समिति ने नो फ्लाइंग डे का आवाहन किया है लेकिन एयरपोर्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज की तीनों फ्लाइट फुल जा रही हैं और फुल ही जबलपुर आई हैं।
सरकार के अधीन नहीं, निजी कंपनियों का है निर्णय
जबलपुर की हवाई कनेक्टिविटी का मुद्दा बिल्कुल सही है लेकिन आंदोलन से इस बारे में इसलिए कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा क्योंकि एक शहर से दूसरे शहर के बीच उड़ानें प्रारंभ करना या बंद करना सरकार का फैसला नहीं होता ना ही सरकार के अधीन यह निर्णय होते हैं। स्पाइसजेट, इंडिगो, एलियांज जैसी बड़ी-बड़ी निजी कंपनियां विमान का संचालन अपनी आर्थिक गतिविधियों के अनुसार करती हैं। निजी कंपनियों के खिलाफ किया जा रहा है यह आंदोलन उन पर कोई असर नहीं डाल पाएगा। जानकारों का कहना है कि यह निजी कंपनियाँ तभी किसी भी शहर में अपनी उड़ाने शुरू करती हैं जब वहां से उन्हें आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो जाती है। समिति को आगे चलकर इसी बात पर काम करना होगा कि कैसे वे निजी विमानन कंपनियों को यह विश्वास दिला पाएं कि जबलपुर उनके लिए आर्थिक दृष्टि से भी नुकसानदायक नहीं होगा यहां से पर्याप्त मात्रा में उन्हें हवाई यात्री नियमित रूप से मिलेंगे।
यात्री नहीं मिलने के कारण बंद हुई थी कोलकाता, अहमदाबाद, सूरत की उड़ाने
पूर्व में जबलपुर से 16 विमान की नियमित उड़ानों को प्रारंभ कराने के लिए पूर्व सांसद राकेश सिंह ने प्रयास किए थे। एक समय जबलपुर से विभिन्न शहरों के लिए 16 उड़ाने संचालित होने लगी थीं लेकिन बाद में अहमदाबाद कोलकाता और सूरत की नियमित उड़ानों को पर्याप्त मात्रा में हवाई यात्री ना मिल पाने के कारण कंपनियों ने इस रूट की उड़ानों को बंद कर दिया था।
आज की सभी उड़ाने फुल
आज 6 जून को जबलपुर से तीन रूट की उड़ाने संचालित हुई। पहली उड़ान 7308 इंदौर से जबलपुर आई और जबलपुर से सुबह 7:55 पर हैदराबाद गई। इस उड़ान की यात्री क्षमता 78 है। यह लगभग 98 प्रतिशत फुल रवाना हुई है। दूसरी उड़ान 2097 दोपहर बाद 3:15 बजे दिल्ली से जबलपुर आई। यही विमान 3:45 पर जबलपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुआ। इस विमान की यात्री संख्या 186 है। आने और जान दोनों ही रुट की दोनों उड़ाने फुल है। तीसरी उड़ान फ्लाइट नंबर 7315 जबलपुर से इंदौर शाम को 7:30 बजे जाएगी। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार इस विमान में यात्री संख्या 78 है और यह फुल है।
जबलपुर के विकास के लिए फ्लाईट की आवश्यकता बहुत जरूरी है। आचार संहिता होने के कारण इस दिशा में प्रयास में कुछ विलंब हुआ। पूर्व सांसद एवं कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने इस दिशा में काफी सकारात्मक प्रयास किए हैं। केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया भी जबलपुर मुंबई की फ्लाइट 1 जुलाई से प्रारंभ होने की सूचना दे चुके हैं। इस मामले में हमें जनप्रतिनिधियों के प्रयासों के साथ धैर्य पूर्वक आगे बढऩा होगा। निश्चित ही हमारे बड़े नेता जबलपुर के हक की बात को पुरजोर तरीके से आगे बढ़ाएंगे।
ऐसे आंदोलन से फायदा नहीं बल्कि होगा नुकसान-सी एम तिवारी शासकीय अधिवक्ता
नो फ्लाइंग डे जैसे आंदोलन का निजी कंपनियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। फ्लाइट प्रारंभ करना या नहीं करना यह सरकार के हाथ में नहीं बल्कि निजी कंपनियों के आर्थिक लाभ का मामला है। ऐसे आंदोलन से फायदा नहीं बल्कि नुकसान होगा। अगर निजी कंपनियों का बहिष्कार किया जाएगा तो वे कंपनियां जबलपुर आना भी पसंद नहीं करेंगी। सरकार कंपनियों को सहयोग कर रही है सकारात्मक तरीके से प्रयास होंगे तो उडऩे भी जल्द प्रारंभ होंगीं।
राकेश सिंह के प्रयासों से ही पुन: प्रारंभ होंगी उड़ानें, अधिकारियों को बुलवाकर कर चुके है बात
ऐसे आंदोलन से निजी विमान कंपनियों पर कोई असर नहीं पड़ता है। जबलपुर के विकास के लिए उड़ानों की आवश्यकता है और यह बात हमारे नेतृत्व और जनप्रतिनिधियों को भी पता है और वो जबलपुर का हक खोने नहीं देंगे। मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना के प्रदेश उपाध्यक्ष युवा नेता सोनू बचवानी ने कहा कि यह विमान कंपनियों के आर्थिक विवेक का निर्णय है। यह कोई केंद्र या राज्य सरकार का फैसला नहीं है। जबलपुर का नेतृत्व इतना सक्षम है कि वह ऐसी बड़ी-बड़ी विमान कंपनियों के वाइस प्रेसिडेंट को अपने आवास पर आमंत्रित कर जबलपुर के साथ हो रहे अन्याय की बात को सही तरीके से रखते हैं। पूर्व सांसद कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने पहले भी प्रयास कर जबलपुर को एक दर्जन से अधिक फ्लाइट दिलवाई थी। अब पुन: जबलपुर से जो भी उड़ानें प्रारंभ होगी वह राकेश सिंह के प्रयासों से ही प्रारंभ होगी।
जबलपुर के हक की आवाज मिलकर उठाना सभी का फर्ज-अशोक रोहाणी ,कैंट विधायक
डुमना विमानतल का अभी तक जो भी विकास हुआ है वह भाजपा के कार्यकाल में पूर्व सांसद और कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह के नेतृत्व में सभी जनप्रतिनिधियों के प्रयासों का नतीजा है। जबलपुर के हक की आवाज मिलकर उठाना सभी का फर्ज है। आचार संहिता के कारण इस मामले में कुछ विलंब जरूर हुआ लेकिन भाजपा के मंत्री एवं पूर्व सांसद राकेश सिंह के प्रयासों से जबलपुर की हवाई उड़ानों का मामला और माँग सही मुकाम पर पहुँच चुकी है। एक जुटता के साथ उठाई जा रही आवाज का परिणाम भी सामने आएगा और जल्द ही जबलपुर से प्रभावित हुई सभी उड़ाने पुन: प्रारंभ हो जाएंगी।
शहर में नियमित उड़ानों की आवश्यकता-रवि गुप्ता अध्यक्ष महाकौशल चेंबर ऑफ कॉमस
जबलपुर के विकास के लिए बड़े शहरों से नियमित उड़ानों की अत्यंत आवश्यकता है। यह निजी कंपनियों का निर्णय है कि वह अपनी आर्थिक व्यवस्था के अनुरूप उड़ाने प्रारंभ करें। जबलपुर अब हवाई यात्रियों की दृष्टि से सक्षम शहर हो चुका है और डुमना विमानतल भी सर्व सुविधायुक्त है। महाकौशल चैंबर ऑफ़ कॉमर्स भी लगातार विमान कंपनियों से पत्राचार कर उड़ानों को नियमित करने की माँग कर रहा है। कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह की विमान कंपनियों के अधिकारियों से मुलाकात हुई है जिसके बाद यह आश्वासन प्राप्त हुआ है कि 1 जुलाई से मुंबई की उड़ान नियमित की जा रही है। उड्डयन मंत्री श्री सिंधिया भी इसकी घोषणा कर चुके हैं। सकारात्मक दृष्टि से धैर्य पूर्वक कदम बढ़ाने होंगे। क्योंकि पूर्व में घोषणा हो चुकी थी इसलिए आंदोलन किया जा रहा है।