जबलपुर (जयलोक)
गर्मी के मौसम में जहां इंसानों का जीवन प्रभावित हो रहा है तो वहीं जंगली जीव और सांप भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। गर्मी के कारण बिलों में रहने वाले कीड़े मकोड़े और सांप निकलकर घरों में घुस रहे हैं। जिसका एक नजारा भेड़ाघाट के एक घर में देखने को मिला। जहाँ एक नहीं बल्कि 25 सांप के बच्चे मिले। गनीमत यह रही कि सही समय पर परिवार के एक सदस्य की नजर उन पर पड़ी और सर्प विशेषज्ञ की मदद से सभी सपोलों को देवताल तालाब में छोड़ा गया।
मामला भेड़ाघाट के ग्राम बमुरहा हिनौता का है, यहां रहने वाले विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि दोपहर के दो बजे उनकी भाभी सुभद्रा बाई ठाकुर घर में साफ सफाई का काम कर रही थीं। तभी सीढिय़ों के पास पड़ी बोरी को महिला ने जैसे ही उठाया तो वहां एक नहीं बल्कि 25 सपोले दिखे। घबराई हुई महिला ने यह बात अपने परिवार को बताई जिसके बाद सर्प विशेषज्ञ गजेंद्र दुबे को इसकी सूचना दी।
सूचना मिलते ही पहुँचे सर्प विशेषज्ञ गजेन्द्र दुबे ने रेस्क्यू शुरू करते हुए एक एक करके सभी सपोले पकडक़र बोरी में बंद किए। इस दौरान दस सपोले जमीन में बने गड्डे में घुस गए जिन्हें गजेन्द्र दुबे ने बाहर निकालकर बोरी में बंद कर दिया। श्री दुबे के अनुसार पकड़े गए कुल पच्चीस सपोले कील बैक चैकर्ट यानी पन्हियल प्रजाति के सांप के बच्चे हैं। पन्हियल सांप जहरीला नहीं होता है और गर्मी उमस से राहत पाने के लिए प्राय: ईंट, गिट्टी गंदे कपड़ों का ढेर, गोबर के कंडों के बीच छिपकर पर्याप्त मात्रा में तापमान प्राप्त कर लेते हैं।
