जबलपुर (जयलोक)
लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। मतगणना के लिए अब कुछ ही घंटे बाकी रह गए हैं। चार जून को सुबह 8 बजे से मतगणना का काम शुरू हो जाएगा। मतगणना जवाहर लाल नेहरू कृषि विवि में होने जा रही है। मतगणना को लेकर सट्टा बाजार में भी जमकर दांव लग रहे हैं। एक तरफ जहां प्रशासन मतगणना की तैयारियों में जुटा है, वहीं दूसरी ओर राजनैतिक दल अपने-अपनी जीत के दावों को लेकर गुणा भाग करने में व्यस्त हैं। वहीं सट्टा बाजार में जमकर हारजीत पर दांव लग रहे हैं। सटोरिये सांसद कौन बनेगा के साथ-साथ, प्रधानमंत्री कौन बनेगा, इस पर भी सट्टे का भाव ले रहे हैं। अभी 1 जून को अंतिम चरण के मतदान के बाद सट्टा बाजार में तेजी आ गई। बहरहाल, मतगणना की तारीख नजदीक आने पर सियासी दलों की धडक़नें तेज होती जा रही हैं। प्रत्याशी व उनके समर्थक हर एंगल से गुणाभाग बिछाने में लगे हैं और आखिरी में उनके मुख से यही शब्द निकल जाता है कि कौन जाने, भगवान की क्या इच्छा है।
भाजपा-कांगे्रस दोनों कर रहीं जीत के दावे- फिलहाल, सब अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। जनता ने क्या फैसला दिया है, यह तो अभी ईवीएम में कैद है। जनादेश 4 जून को बाहर आएगा। अभी तक सियासी दलों के नेता और कार्यकर्ता अन्य राज्यों के चुनाव में व्यस्त थे। पड़ोसी राज्यों में मतदान के बाद खाली हो जाने पर फिर हारजीत के गुणाभाग में जुट गये हैं। एक बार फिर बूथ स्तर पर वोटों की गणना की जा रही है। किसको कितने वोट मिले।
जबलपुर है भाजपा का गढ़- भाजपा जबलपुर को अपना अभेद गढ़ और मोदी लहर मानकर वोटों का प्रतिशत अपनी तरफ झुका मान रही है तो वहीं कांग्रेस को यह दंभ भर रही है कि कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ी और उसे प्रत्याशी की निर्विवाद छवि होने का भी लाभ मिला है। जबकि भाजपा का मानना है कि मोदी लहर के कारण सभी वर्गों का झुकाव भाजपा की तरफ रहा है। लिहाजा भाजपा को बढ़त पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा ही मिलेगी। फिलहाल सबके अपने-अपने दावे और अपने-अपने तर्क हैं। जनता ने क्या फैसला दिया, यह अभी ईवीएम में सुरक्षित है। 4 जून को मतगणना के बाद आने वाले फैसले के बाद ही खुलासा होगा कि किसके दावे ठोस हैं और किसके खोखले।
