(जय लोक) सरल, सहज, हंसमुख मिलनसार और हमेशा जन सेवा के लिए समर्पित रहने वाले महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो कि हमेशा लीक से हटकर काम करने का जज्बा रखते हैं। अब जगत बहादुर सिंह अन्नू के महापौर का कार्यकाल 2 वर्ष पूर्ण होने की ओर बढ़ रहा है और अभी तीन वर्ष का कार्यकाल उनका बाकी है। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने अपने महापौर के कार्यकाल में नगर निगम से संबंधित सभी कामों में जितना संभव होता है उसे कराने की भरपूर कोशिश करते हैं।
महापौर ने सडक़ों के सुधार के लिए और उनके नवनिर्माण के लिए विशेष रूप से प्रयास किये हैं जिसका यह नतीजा है कि आज शहर की अधिकांश सडक़ें अच्छे रूप में नजर आ रही हैं। वहीं आगे भी सडक़ों के लिए उनके प्रयास जारी रहेंगे। शहर की प्रकाश व्यवस्था को सुधारने के साथ-साथ शहर की पेयजल व्यवस्था को सुधारने की दिशा में भी उन्होंने निरंतर प्रयास किये हैं। वहीं वर्षाकाल में जलप्लावन की रोकथाम के कामों पर भी महापौर नजर रखते हैं।
अतिक्रमण हटवाने में भी रहते हैं आगे
अधिकतर अतिक्रमण हटवाने से जनप्रतिनिधि बचते हैं। यह काम उन्हें अलोकप्रिय बनाता है। लेकिन शहर के यातायात को सुधारने के लिए अतिक्रमण हटाने के काम को भी करवाने में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू पीछे नहीं रहते हैं। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू अतिक्रमण हटाने के लिए खुद आगे रहते हैं। कई बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान महापौर खुद आगे चलकर लोगों से हाथ जोड़-जोड़ कर अपने अतिक्रमण हटाने का आग्रह करते हुए भी नजर आते हैं। महापौर के हाथ जोडऩे वाले अंदाज की वजह से लोग अतिक्रमण हटाने में सहयोग ही करते हैं।
महापौर ने सडक़ों के सुधार के लिए और उनके नवनिर्माण के लिए विशेष रूप से प्रयास किये हैं जिसका यह नतीजा है कि आज शहर की अधिकांश सडक़ें अच्छे रूप में नजर आ रही हैं। वहीं आगे भी सडक़ों के लिए उनके प्रयास जारी रहेंगे। शहर की प्रकाश व्यवस्था को सुधारने के साथ-साथ शहर की पेयजल व्यवस्था को सुधारने की दिशा में भी उन्होंने निरंतर प्रयास किये हैं। वहीं वर्षाकाल में जलप्लावन की रोकथाम के कामों पर भी महापौर नजर रखते हैं।
अतिक्रमण हटवाने में भी रहते हैं आगे
अधिकतर अतिक्रमण हटवाने से जनप्रतिनिधि बचते हैं। यह काम उन्हें अलोकप्रिय बनाता है। लेकिन शहर के यातायात को सुधारने के लिए अतिक्रमण हटाने के काम को भी करवाने में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू पीछे नहीं रहते हैं। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू अतिक्रमण हटाने के लिए खुद आगे रहते हैं। कई बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान महापौर खुद आगे चलकर लोगों से हाथ जोड़-जोड़ कर अपने अतिक्रमण हटाने का आग्रह करते हुए भी नजर आते हैं। महापौर के हाथ जोडऩे वाले अंदाज की वजह से लोग अतिक्रमण हटाने में सहयोग ही करते हैं।
नर्मदा का शुद्धिकरण कराने वाले पहले महापौर
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने महापौर बनने के पूर्व यह संकल्प लिया था कि वह महापौर बनते ही सबसे पहले माँ नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों के पानी को बहाने से रोकने का पत्र जारी करेंगे और ऐसा उन्होंने करके भी दिखाया। यह पत्र खुद उन्होंने अपने हाथों से तत्कालीन आयुक्त को सौंपा भी। नर्मदा में मिलने वाले नालों के पानी को रोकने के कार्य महापौर के प्रयासों से निरंतर जारी हैं और यह कार्य बहुत शीघ्र ही पूर्ण होने की उम्मीद की जा रही है। समय-समय पर महापौर संतगणों को लेजाकर चल रहे कामों का निरीक्षण भी कराते हैं। पहले भी कई बार नर्मदा में मिलने वाले नालों को रोकने की बातें होती रही हैं। लेकिन जगत बहादुर सिंह अन्नू पहले ऐसे महापौर बन गए हैं जिन्होंने नर्मदा नदी में मिलने वाले नालों को रोकने का काम बहुत ही शिद्दत से शुरू कराया है। जब नर्मदा में गंदे नालों का पानी मिलना बंद हो जाएगा तब इस काम को कराने के लिए महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू का नाम इतिहास में भी दर्ज हो जाएगा।
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने महापौर बनने के पूर्व यह संकल्प लिया था कि वह महापौर बनते ही सबसे पहले माँ नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों के पानी को बहाने से रोकने का पत्र जारी करेंगे और ऐसा उन्होंने करके भी दिखाया। यह पत्र खुद उन्होंने अपने हाथों से तत्कालीन आयुक्त को सौंपा भी। नर्मदा में मिलने वाले नालों के पानी को रोकने के कार्य महापौर के प्रयासों से निरंतर जारी हैं और यह कार्य बहुत शीघ्र ही पूर्ण होने की उम्मीद की जा रही है। समय-समय पर महापौर संतगणों को लेजाकर चल रहे कामों का निरीक्षण भी कराते हैं। पहले भी कई बार नर्मदा में मिलने वाले नालों को रोकने की बातें होती रही हैं। लेकिन जगत बहादुर सिंह अन्नू पहले ऐसे महापौर बन गए हैं जिन्होंने नर्मदा नदी में मिलने वाले नालों को रोकने का काम बहुत ही शिद्दत से शुरू कराया है। जब नर्मदा में गंदे नालों का पानी मिलना बंद हो जाएगा तब इस काम को कराने के लिए महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू का नाम इतिहास में भी दर्ज हो जाएगा।
स्वच्छता को प्राथमिकता
स्वच्छता देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन बना हुआ है। हमारे ही मध्य प्रदेश का इंदौर शहर पूरे देश भर में सफाई में प्रथम स्थान प्राप्त करता आ रहा है। नगर निगम जबलपुर ने भी सफाई अभियान में अपनी भागीदारी बनाए रखी है। लेकिन पूर्ववर्ती महापौरों ने नगर निगम के स्वच्छता अभियान में उतनी रुचि नहीं ली जितनी उन्हें लेना चाहिए थी। इस महत्वपूर्ण अभियान को अधिकारियों के भरोसे ही छोड़ दिया जाता रहा। लेकिन महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने स्वच्छता अभियान में जबलपुर शहर को भी आगे लाने के लिए खुद मोर्चा संभाला हुआ है और वह नगर निगम के स्वच्छता विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ निरंतर बैठकें कर रहे हैं और उनसे संवाद करते आ रहे हैं उनका उत्साह भी बढ़ा रहे हैं। इससे उम्मीद है कि जबलपुर आने वाले समय में स्वच्छता में अपना भी एक अलग मुकाम बना सकता है।
स्वच्छता देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन बना हुआ है। हमारे ही मध्य प्रदेश का इंदौर शहर पूरे देश भर में सफाई में प्रथम स्थान प्राप्त करता आ रहा है। नगर निगम जबलपुर ने भी सफाई अभियान में अपनी भागीदारी बनाए रखी है। लेकिन पूर्ववर्ती महापौरों ने नगर निगम के स्वच्छता अभियान में उतनी रुचि नहीं ली जितनी उन्हें लेना चाहिए थी। इस महत्वपूर्ण अभियान को अधिकारियों के भरोसे ही छोड़ दिया जाता रहा। लेकिन महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने स्वच्छता अभियान में जबलपुर शहर को भी आगे लाने के लिए खुद मोर्चा संभाला हुआ है और वह नगर निगम के स्वच्छता विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ निरंतर बैठकें कर रहे हैं और उनसे संवाद करते आ रहे हैं उनका उत्साह भी बढ़ा रहे हैं। इससे उम्मीद है कि जबलपुर आने वाले समय में स्वच्छता में अपना भी एक अलग मुकाम बना सकता है।
महापौर गुरुकुल
जगत बहादुर सिंह अन्नू शहर के इतिहास में पहले ऐसे महापौर हैं जिन्होंने नगर निगम द्वारा संचालित पाँच स्कूलों के 2000 से अधिक बच्चों को विशेष प्रशिक्षण और उन्हें हर तरह की शिक्षा दिलाने के लिए महापौर गुरुकुल की स्थापना की है। सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चों की शिक्षा का पूरा काम महापौर अपनी स्वयं के देखरेख में करवा रहे हैं नगर निगम के पाँचो स्कूलों में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने माइकल इंस्टिट्यूट के माध्यम से नगर निगम के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की है इस इंस्टीट्यूट के करीब 15-16 विशेषज्ञ नगर निगम की स्कूलों में जाकर बच्चों को प्रशिक्षित करते हैं। वहीं महापौर स्वयं भी नगर निगम की स्कूल में पढऩे वाले बच्चों से निरंतर संपर्क संबंध बनाए रखते हैं और उन्हें किसी से भी कम नहीं मानने का हौसला भी देते हैं। महापौर 2000 से अधिक बच्चों को समय-समय पर सिनेमा हॉल में ले जाकर अच्छी फिल्म भी दिखाते हैं। वहीं महापौर नगर निगम की पाँचों स्कूल में अच्छी सफलता प्राप्त करने वाले 6 टॉपर बच्चों को विमान से इंदौर ले जाकर उन्हें इंदौर भी घुमाकर लाए हैं। 6 टॉपर बच्चों के साथ महापौर कुछ शिक्षकों को भी विमान से साथ लेकर गए।
जगत बहादुर सिंह अन्नू शहर के इतिहास में पहले ऐसे महापौर हैं जिन्होंने नगर निगम द्वारा संचालित पाँच स्कूलों के 2000 से अधिक बच्चों को विशेष प्रशिक्षण और उन्हें हर तरह की शिक्षा दिलाने के लिए महापौर गुरुकुल की स्थापना की है। सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चों की शिक्षा का पूरा काम महापौर अपनी स्वयं के देखरेख में करवा रहे हैं नगर निगम के पाँचो स्कूलों में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने माइकल इंस्टिट्यूट के माध्यम से नगर निगम के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की है इस इंस्टीट्यूट के करीब 15-16 विशेषज्ञ नगर निगम की स्कूलों में जाकर बच्चों को प्रशिक्षित करते हैं। वहीं महापौर स्वयं भी नगर निगम की स्कूल में पढऩे वाले बच्चों से निरंतर संपर्क संबंध बनाए रखते हैं और उन्हें किसी से भी कम नहीं मानने का हौसला भी देते हैं। महापौर 2000 से अधिक बच्चों को समय-समय पर सिनेमा हॉल में ले जाकर अच्छी फिल्म भी दिखाते हैं। वहीं महापौर नगर निगम की पाँचों स्कूल में अच्छी सफलता प्राप्त करने वाले 6 टॉपर बच्चों को विमान से इंदौर ले जाकर उन्हें इंदौर भी घुमाकर लाए हैं। 6 टॉपर बच्चों के साथ महापौर कुछ शिक्षकों को भी विमान से साथ लेकर गए।
अब महापौर ने बच्चों के लिए समर कैंप लगवाया
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने नगर निगम द्वारा संचालित सभी पाँच स्कूल के बच्चों के लिए समर कैंप का आयोजन स्टेम फील्ड स्कूल में करवाया है। यह समर कैंप आगामी जून माह तक संचालित होगा। इस समर कैंप में बच्चों को खेल की सभी विधाओं में प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। वहीं अन्य कलाओं में भी इन बच्चों को पारंगत किया जा रहा है। जगत बहादुर सिंह अन्नू लीक से हटकर इस तरह के काम करने वाले पहले महापौर बने हैं। आज उनका जन्मदिन है। जन्मदिन पर उन्हें बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने नगर निगम द्वारा संचालित सभी पाँच स्कूल के बच्चों के लिए समर कैंप का आयोजन स्टेम फील्ड स्कूल में करवाया है। यह समर कैंप आगामी जून माह तक संचालित होगा। इस समर कैंप में बच्चों को खेल की सभी विधाओं में प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। वहीं अन्य कलाओं में भी इन बच्चों को पारंगत किया जा रहा है। जगत बहादुर सिंह अन्नू लीक से हटकर इस तरह के काम करने वाले पहले महापौर बने हैं। आज उनका जन्मदिन है। जन्मदिन पर उन्हें बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
